नवीन एकाकी की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

अच्छी बेटी

by एकाकी
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बड़े ही मन से उसकी सहेलियों ने उसे दुल्हन के लाल जोड़े में सजाया था। बला की खूबसूरत नजर ...

अघोरी का शाप - अंतिम

by एकाकी
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समय के साथ साथ वो सब भूल गयी। बाबा के पिता ने भी उसे कुछ भी न बताया और ...

अघोरी का शाप - 4

by एकाकी
  • 9.3k

शायद बाबा के बाप और विनती का असर अघोरी पर पड़ा और वो अपनी उसी गुर्राहट भरी आवाज़ में ...

अघोरी का शाप - 3

by एकाकी
  • 9.7k

कुछ देर तक उन दोनों को निहारने के बाद वो अघोरी एक भयानक खरखरती तेज आवाज़ में आदेशित अंदाज़ ...

अघोरी का शाप - 2

by एकाकी
  • 10.6k

वो थी तो पंचर की दुकान पर वँहा दिन भर जमघट लगा रहता। जिसमे गांव के बड़े बुज़ुर्ग भी ...

अघोरी का शाप - 1

by एकाकी
  • 15.6k

आज मैं कोई कहानी नही बल्कि एक ऐसी सच्ची घटना के बारे में लिख रहा हूं जिसका प्रमाण वो ...

घर कब आओगे

by एकाकी
  • 10.5k

सांसे टूट रही थी, धड़कन भी धीरे धीरे रुकने लगी थी। पूरे शरीर लहूलुहान था। दुश्मन की गोलियों ने ...

पलाश के आँसू

by एकाकी
  • 4.3k

??????????????????? सालों से देख रहे थे हम सब, वो उस पलाश के पेड़ के नीचे ही रहती आ रही ...

छोटी कहानियां

by एकाकी
  • 5.9k

दो जिस्म एक जानचाचा जलेबी खानी है... तो खा ले बेटा... पर मेरे पास आज पैसे नही तो कल ...

ससुराल गेंदा फूल

by एकाकी
  • 5.2k

उसने पूरे कमरे को उथलपुथल कर डाला, एक एक कपड़ा और अलमारी को हर तरह से चेक कर डाली, ...