कॉलेज का वह कमरा छात्रों से भरा हुआ था। हर कोई अपनी परीक्षा में डूबा हुआ था, और मैं, ...
शुक्रवार का दिन था, और आज मुझे कॉलेज में मेरी पहली परीक्षा ड्यूटी पर जाना था। अंदर एक अजीब ...
------------ जंगल ( 22 ) धारावायकदेश को चलाने वाले कैसे सोचते है, कभी कभी मै सोचता हु। सोचते है ...
( 21) एपिसोड जंगल का --------------------------------------- Dsp तरुण के आगे उसने ...
-----जंगल एपिसोड (20) " ...
-----(19)----- सगीना बरसात का मौसम निहार रही ...
-----------------------(18)------------------------ पुलिस क़ी छान बीन, राहुल के घर जयादा, या ...
----(17)---सूरज दुपहर को कुछ गर्मी दें रहा था, इतनी ठंड नहीं थी, वो भी दिल्ली का, जो दिल वाले ...
--------(16)------ कार वही सड़क पर ख़डी रही थी। उसने रीना को वही नम्बर पे फोन ...
जंगल (15) -------------कोट की तारीख़ अगले महीने की ...
( जंगल ) 14.----------- रीना कार मे तेज स्पीड मे, कुछ पिए भी थी, पर ...
( 13) ----------------------कपनी मे अंदर गए। साथ मे सगीना ...
( 12) -------------------------- ...
जंगलों के बीचों बीच बना एक सुनसान घर जिसके अंदर लाशों का ढेर पड़े हुए थे । चारों तरफ ...
(-----11------)जितना सोचा था, कही उनसे जेयादा लहरों का उठना हो गया था। कोई इस दुनिया मे आप के बारे ...
बात खत्म नहीं हुई थी। कौन कहता है, ज़िन्दगी कितने नुकिले सिरे रखती है। पता नहीं हम एक दूसरे ...
अब अंगद के जीवन में एक नई यात्रा की शुरुआत हुई। यह आरंभ था नहीं चेतना का, नए उत्साह ...
---"शुरुआत कही से भी कर, लालच खत्म कर ही देता है। "कहने पे मत जाना, कुछ जीवन मे घटक ...
अंजली कभी माधुरी, लिखने मे गलती माफ़ होंगी, नहीं, नम्बर कट गए। कया से कया हो गया उपन्यास, टूट ...
कुछ जंगली पन साथ पुख्ता होता है, जो कर्म किये जाते है। पुराना लेनदेन समझ सकते हो।माधुरी चुप थी, ...
कहने को शातिर दिमाग़ वाला स्पिन निशाने बाज़ था।प्लान था। माया को किस वक़्त सबक दें दिया जाये।जिस वक़्त ...
------(जंगल )------- कया सोचा था कया हो गया। वक़्त ऐसे कयो करता है। ...
जिंदगी एक तरफा नहीं दो तरफा और कभी ब्रेक डाउन तो कभी अप लग जाता है। जो सोचते है ...
-------------"मुदतों बाद किसी के होने का डर ---" कौन सोच सकता है, वो शख्स जो कभी शिकार नहीं हुआ ...
सुबह का समय, राणा जिम, सिद्धांत ने यश के मुंह पर अपना हाथ रख कर कुछ कहा और फिर ...
----------------------- अंजाम कुछ भी हो। जानता हु, "शांत लहरें कब तूफान का रुखले" कोई वक़्त की बद नसीबी नहीं ...
अगली सुबह रूद्र अपने ऑफिस आने के लिए तैयार होता है कार में बैठता है और ऑफिस आता है ...
सुबह का समय, सिद्धांत का घर, जब यश ने सिद्धांत के साथ जाने के लिए पूछा तो सिद्धांत ...
"चलो " राहुल ने कहा... "बैठो, अगर तुम आयी हो, तो मेमसाहब अजली ऐसा करो " चुप हो गया ...
शाम का समय, सिद्धांत का घर, काव्या ने एक नजर उस ओर डाली जिधर सिद्धांत गया था और फिर ...