---"शुरुआत कही से भी कर, लालच खत्म कर ही देता है। "कहने पे मत जाना, कुछ जीवन मे घटक ...
अंजली कभी माधुरी, लिखने मे गलती माफ़ होंगी, नहीं, नम्बर कट गए। कया से कया हो गया उपन्यास, टूट ...
कुछ जंगली पन साथ पुख्ता होता है, जो कर्म किये जाते है। पुराना लेनदेन समझ सकते हो।माधुरी चुप थी, ...
कहने को शातिर दिमाग़ वाला स्पिन निशाने बाज़ था।प्लान था। माया को किस वक़्त सबक दें दिया जाये।जिस वक़्त ...
------(जंगल )------- कया सोचा था कया हो गया। वक़्त ऐसे कयो करता है। ...
जिंदगी एक तरफा नहीं दो तरफा और कभी ब्रेक डाउन तो कभी अप लग जाता है। जो सोचते है ...
-------------"मुदतों बाद किसी के होने का डर ---" कौन सोच सकता है, वो शख्स जो कभी शिकार नहीं हुआ ...
सुबह का समय, राणा जिम, सिद्धांत ने यश के मुंह पर अपना हाथ रख कर कुछ कहा और फिर ...
----------------------- अंजाम कुछ भी हो। जानता हु, "शांत लहरें कब तूफान का रुखले" कोई वक़्त की बद नसीबी नहीं ...
अगली सुबह रूद्र अपने ऑफिस आने के लिए तैयार होता है कार में बैठता है और ऑफिस आता है ...
सुबह का समय, सिद्धांत का घर, जब यश ने सिद्धांत के साथ जाने के लिए पूछा तो सिद्धांत ...
"चलो " राहुल ने कहा... "बैठो, अगर तुम आयी हो, तो मेमसाहब अजली ऐसा करो " चुप हो गया ...
शाम का समय, सिद्धांत का घर, काव्या ने एक नजर उस ओर डाली जिधर सिद्धांत गया था और फिर ...
एसपी मुकेश- विकास मैं जानता हूं तुमने रुद्र के साथ बहुत से केस सॉल्व किए हैं लेकिन जानते हो ...
(4) --------" कहने को कुछ भी कह लो। जो लिबास है, यही कहेगे। ? ? जिंदगी जंगल सी है, शहरो की... ...
शाम का समय, सिद्धांत का घर, शांतनु ने देखा कि माहौल कुछ ज्यादा ही भारी हो रहा है इसलिए ...
----जंगल ----- आज हम जो भी पढ़ने ...
सुबह का समय, फातिमा हॉस्पिटल, सिद्धांत के सवाल पर मिसेज माथुर ने ना में सिर हिला दिया तो सिद्धांत ...
|| उर्वशी:प्रेम की विदाई || कहानी की शुरुआत एक छोटे से गांव से होती है, जहां हरियाली और खुशबू ...
मैं, सविता वर्मा, अब तक अपनी जिंदगी के साठ सावन देख चुकी थी। इस दौरान जिंदगी में जहां कई ...
वतन के फूल पत्नी ‘अनूपा’ के कहने पर मेजर विनय ने इस बार की अपनी छुट्टियों को समाप्त कर ...
भाग -4 “आज भी शाम को इसे ऑफ़िस से लेने गया तो यह बहुत देर से आई, वजह पूछते ...
भाग -3 अंततः तबरेज़ ने उसे दबोच ही लिया है, और दोनों गुत्थम-गुत्था हो गए हैं, उठा-पटक, लात-घूँसे, दाँत ...
खुशी वैशाली सीडीओ से नीचे हुए आ रही थी वैशाली की निगाहे जैसे युवराज पर गई तो अपने आप ...
भाग -2 कितनी बुरी तरह चोटिल हो गई थी, सवेरा होते-होते जब मेरी जान पर बन आई तो शैतान ...
युवराज - तुम लोग जो भी सोचो मैं वैशाली के पास से लेकर जा रहा हूं यह कहकर फौरन ...
भाग -1 प्रदीप श्रीवास्तव उसने अचानक ही उस पर घूँसे-लात बरसा कर, उसे बेड से नीचे धकेल दिया। टाइल्स ...
सुहानी - शौर्य को थपकी देते हुए...शादी झूठ पर नहीं टिकता है.... आपको पता है ना शादी में विश्वास ...
रात का समय, सिद्धांत का घर, लक्ष्मी की बातें सुन कर सिद्धांत ने चिढ़ कर कहा, " दीदी, चाहती ...
दाई मा सबको डिनर करने का बोल कर dinning टेबल कि तरफ चली जाती है सब लोग उठ कर ...