दूसरा चेहरालेखक: विजय शर्मा एरीशहर की चकाचौंध भरी शामें हमेशा धोखा देती हैं। नेहरू प्लेस की ऊँची-ऊँची इमारतों के ...
अध्याय 11, XI1 उन पुरूषों ने मुझे पकड़ लिया, और चौथे स्वर्ग पर ले गए, और मुझे सब क्रमिक ...
अशोक कहता है ----->" ये पैरो मे चोट और कल तुम कहां गयी थी , दामाद जी से पूछा ...
विरोधापभाष कम होता प्रतीत नहीं हो रहा था, बल्कि बढ़ता ही जा रहा था। बाहर का विरोधाभाष होता तो ...
[23]“शैल जी, मृतदेह के विषय में कुछ ज्ञात हुआ क्या?”“क्या ज्ञात करना चाहती हो?”“यही कि वह व्यक्ति कौन थी? ...
“पहली छुट्टी… और परिवार का नया सपना” के बाद की सुबह कुछ अलग थी।हवा हल्की थी, सूरज नरम…और घर ...
Part .1गाँव की सुबह हमेशा की तरह शांत थी। हल्की धूप खेतों पर फैल रही थी, हवा में मिट्टी ...
दिव्या की ट्रेन नई पोस्टिंग की ओर बढ़ रही थी। अगला जिला—एक छोटा-सा पहाड़ी इलाका, जहां सड़कें संकरी थीं ...
जंगल अब पहले जैसा नहीं रहा था। जहाँ कभी राख और सन्नाटा था, वहाँ फिर से हरियाली लौट आई ...
एपिसोड 52 — “हवेली का प्रेत और रक्षक रूह का जागना”(सीरीज़: अधूरी किताब)️ 1. हवा फटी — और हमला ...
मुंबई 2099 – डुप्लीकेट कमिश्नररात का समय। मरीन ड्राइव की पुरानी सुरंग वीरान थी। हवा में नमी और अजीब ...
भूल-87‘सिक्युलरिज्म’ बनाम सोमनाथ मंदिर(जूनागढ़ के लिए कृपया भूल#31 पढ़ें।सोमनाथ और गजनी के महमूद के लिए भूल#92, 93 देखें)सोमनाथ मंदिर ...
चंदनीलेखक राज फुलवरेसुनहरे चंदन के पेड़ों की लंबी कतारों के बीच, एक छोटी-सी गुफा थी—शांत, ठंडी और सुगंध से ...
हमारा समाज अपने व्यक्तियों की उपलब्धियों एवं सफलता के मानकों का समय-समय पर निर्धारण करता रहता है। कुछ परिस्थितियों ...
दिल्ली के ऊपर हल्की बारिश की बूंदें गिर रही थीं।सड़कों पर पीली रोशनी फैल रही थी।लेकिन ISAR के वैज्ञानिक ...
एपिसोड 2: डर से भरोसे तककमरे में अब भी वही अजीब-सी ठंड थी, जैसे दीवारों के भीतर कोई अनकही ...
Hello everyone Happy reading ️️️️️®️®️®️®️®️️️️ आपकी पगड़ी आपकी पगड़ी ...
दृश्य: फुल ग्लास से बनी बिल्डिंग...बड़े अक्षरों में ASM लिखा हुआ है । अंदर की भव्यता ऐसी की नजर ...
दुकानों के उस क्लस्टर को पीछे छोड़ हम पहाड़ की और गहरी चढ़ाई में बढ़ते गए। सड़क सँकरी और ...
त्योहारों की छुट्टियां और आपका दिल क्या आप जानते हैं कि त्योहारों के अवसर पर छुट्टियों में आपका ...
प्रीतम नीलिमा के जवाब का इंतजार कर रहा था,पर नीलिमा अब भी कुछ नहीं बोल रही थी तभी अंधेरे ...
दोनो सुंदरवन के पास पँहुच जाता है जहां पर वर्शाली ने एकांश को बुलायी थी। एकांश बाइक से उतर ...
कहते हैं न,कभी-कभी उम्र कम पड़ जाती है प्यार करने के लिए,और कभी-कभी पूरी उम्र भी कम लगती है ...
PART — 5 : final partकॉलेज कैंटीन में वो पल जहाँ माहीं टूटकर सवाल पूछ रही थी—और सूरज ...
आधी कथालेखक: विजय शर्मा एरीशहर की भीड़भाड़ वाली सड़कों से दूर, एक पुराना सा मोहल्ला था, जहाँ समय जैसे ...
उधर ईशान और तानिया गाड़ी में बैठकर साहिल के भेजे हुए लोकेशन पर जा ही रहे होते है, तभी ...
*अदाकारा 66* कातिल हॉल में आ चुका था।और अब वह शर्मिला के खून से सने चाकू से ...
"मोनिका!!!!!!!!! त्रिशा को थोड़ी देर में नीचे ले आना कोई साड़ी पहना कर अपनी, वो लोग आज ही रुकाई ...
: : प्रकरण -14 : : सुहानी के व्यवहार ने मुझे तकलीफ दी थी. उस वजह ...
अर्चना – एक क्युट दीखने वाली मोर्डन गर्ल ।अर्चना का नाम जितना सरल था, उसकी ज़िंदगी उतनी ही जटिल। ...