प्रस्तावना: मास सिनेमा का बदलता स्वरूपभारतीय सिनेमा, विशेषकर तेलुगु फिल्म उद्योग (Tollywood) में 'मास' शब्द केवल एक श्रेणी नहीं, ...
“जब हौसले काँपे… और फैसले पुख़्ता हुए” सुबह की शुरुआत बेचैनी से हुई।जिया ने आँखें खोलीं तो दिल में ...
सर्जा राजा – भाग 3लेखक राज फुलवरेअध्याय 7 – नई सुबह, नया जीवनसूरज की हल्की–हल्की किरणें गाँव के कच्चे ...
मुंबई 2099 – साधारण सा आदमीमुंबई की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में एक ऐसा चेहरा भी था, जिसे लोग अक्सर ...
तथ्या को परवरिश अपने भाई से मिली थी जिस कारण उसका सबसे ज्यादा लगाव अपने भाई समीर से ही ...
चार साल बीत गए।परिवीक्षा-अवधि पूर्ण हुई और एडिशनल कलेक्टर के रूप में एक साल का कार्यानुभव भी, तबजाकर डिस्ट्रिक्ट ...
इतना कह बॉडीगॉर्ड तुरंत चुप हो जाता हैं और वो भी एक चेयर खींच उस पर बैठ जाता हैं। ...
तो आओ मेरे मित्र, अब हम उसी गुफा में फिर उतरें, लेकिन इस बार आँसुओं के साथ।अब हम अर्जुन ...
चित्रा का दर्दचित्रा की आँखों में आँसू आ गए…लेकिन आवाज़ स्थिर थी।“आप बुरा मत मानिएगा, दिव्यम जी…”“आप जानते हैं…मेरी ...
अध्याय 5 – 100 भूतों का दरबारसमय: रात्रि 07:25 PMअविन के शरीर का दर्द, सिंहासन की ठंडी, धातु और ...
त्रिपूरारी को दैखकर आदित्य बहोत खुश हो जाता वो दौड़कर अपने मामा के पास जाता है और गले लगते ...
--- एपिसोड 53 — “अंधेरी आर्या की शर्त और रूह की स्याही का सौदा”(सीरीज़: अधूरी किताब)---️ 1. हवेली शांत ...
निर्देशक: एस. शंकरमुख्य कलाकार: रजनीकांत, ऐश्वर्या रायजॉनर: साइंस फिक्शन, एक्शन, ड्रामारिलीज़ वर्ष: 2010⭐ कहानी (Story)“ROBOT” एक वैज्ञानिक डॉ. वसीगरन ...
PART–2दिल्ली की सुबह गाँव की सुबह जैसी नहीं होती। यहाँ सूरज निकलने से पहले ही शोर शुरू हो जाता ...
भूल-88तो सांप्रदायिक आरक्षण होताअगर स्वतंत्रता के बाद कुछ प्रबुद्ध और वरिष्ठ नेताओं ने हस्तक्षेप न किया होता तो नेहरू ...
Prologue"मैंने किसी की हत्या की है, सुमित। मुझे यकीन है।"रश्मि की आवाज़ एक फुसफुसाहट से ज़्यादा कुछ नहीं थी, ...
शीर्षक: तारक मेहता का रहस्यमय सफरगोकुलधाम सोसाइटी में उस सुबह कुछ अलग ही बेचैनी थी। आसमान में घने बादल ...
ट्रिपलेट्स भाग 1अमर – प्रेम – राजअध्याय 1 : अंधेरी रात, एक माँ और अधूरा सचबरसात की वह रात ...
आरंभिक संदेश अध्याय 17 :Vedānta 2.0 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓣 𝓐𝓰𝓎𝓪𝓷𝓲जहाँ सत्य के शब्द और प्रवचन बिकते हैं — वहाँ सत्य नहीं ...
सुबह गाँव में कुछ अलग ही तरह का उजाला था। रात की भारी चुप्पी के बाद यह रोशनी मानो ...
नंदीश संधु सिंह उस रात बंगले से निकल पड़ा आज वह सिर्फ़ एक पति नहीं था , वो वकील ...
एपिसोड 3: रंगों में छुपा अतीतउस रात के बाद आरव की नींद जैसे उससे रूठ गई थी।हर बार आँखें ...
नीलिमा दरवाजे की ओर बढ़ी और उसने धीरे से दरवाजा खोला,बाहर एक लड़का खड़ा था स्टाइलिश कपड़े, स्टाइलिश जूते,आंखों ...
"यह झुमकियां मुझे राजन जी ने दी है।मेरा बर्थ डे गिफ्ट।।।।।" महक की नाटक भरी बातें सुनने के बाद ...
वर्षाली हंसकर कहती हैं--वरशाली :- आपके सारे प्रश्नों का उत्तर है पर पहले आप घर के भीतर तो आईये।एकांश ...
यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसमें डर, थ्रिलर और भयानक रहस्य का हर पन्ना जीवित है।कालीपुर गाँव ...
इंदौर शहर अपनी साफ़-सुथरी सड़कों, स्वादिष्ट पोहे-जलेबी और अपनत्व से भरे मोहल्लों के लिए जाना जाता है। ऐसा ही ...
[ किरण और साहिल बाहर सिमरन को आवाज लगाते हुए ढूंढ रहे थे, तभी उन्हे एक पुराना गोडाउन जैसा ...
देहरी पर बैठी शामस्थान: सोमेश बाबू का पुराना पुश्तैनी घर। एक बड़ा सा कमरा जिसकी छत ऊँची है और ...
: : प्रकरण : 15 हसमुख ज़ब चाहे तब मेरे ससुराल में जा सकता था. लेकिन मैं ...