सर्वश्रेष्ठ सामाजिक कहानियां कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 22

by Kaushik Dave
  • 291

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"( पार्ट -२२)कई बार हालात भी अजीब होते हैंलेकिन विश्वास के बिना कोई ...

सपनों की राख

by Mr Hussain
  • 594

सपनों की राखएक ऐसी मार्मिक कहानी है, जो अंजलि की टूटे सपनों और समाज की रूढ़िवादी सोच के बीच ...

शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 21

by Kaushik Dave
  • 420

शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल ( पार्ट -२१)बहुत सारे सवाल और जवाब हैंलेकिन सच कम बोला जाता ...

उजाले की ओर –संस्मरण

by Pranava Bharti
  • 387

==================== सब मित्रों को स्नेहिल नमस्कार व रोशनी के पर्व दीपावली की अशेष बधाई व मंगलकामनाएँ। हर वर्ष मंगल ...

खुदा मिला न बिसाल ए सनम

by Sharovan
  • 510

खुदा मिला न बिसाल-ए-सनम कहानी / शरोवन***'चुल्लू भर पानी है, तेरी विदेशी जमीन पर? शर्म नहीं आती तुझे, इस ...

बन्धन प्यार का - 29

by किशनलाल शर्मा
  • 588

नरेश टेक्सी और गाइड करके लौट आया था।हिना बोली"क्या हुआ"एक घण्टे बाद टेक्सी आ जायेगी"और गाइड"वह भी साथ आएगा","तो ...

शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 20

by Kaushik Dave
  • 540

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"(पार्ट -२०)इंसान के स्वभाव को पहचानना मुश्किल है, कुछ लोगों का व्यक्तित्व दोहरा ...

अति वाचालता का दुष्परिणाम

by दिनेश कुमार
  • 690

अति वाचालता का दुष्परिणाम एक राजा बहुत अधिक बोलता था। उसका मन्त्री विद्वान् और हितचिन्तक था। इसलिये सोचता रहता ...

बन्धन प्यार का - 28

by किशनलाल शर्मा
  • 663

हिना ने जो सुना और पढ़ा था।आंखे बंद करके उसे याद करने लगीं।स्विट्जरलैंड यूरोप का ही एक देश है।यह ...

उजाले की ओर –संस्मरण

by Pranava Bharti
  • 573

================== स्नेहिल नमस्कार मित्रों हम सबको अपने जीवन में इतना जूझना पड़ता है कि एक समय ऐसा आता है ...

खामोशी का रहस्य - 8

by किशनलाल शर्मा
  • 846

माया ने उन कागजो को पढ़ा था।फिर बोली,"तुंमने तो जिंदगी भर साथ निभाने का वादा किया था।""हैं""फिर अब क्या ...

व्यवस्था

by दिनेश कुमार
  • 825

व्यवस्थाजंगल में शेर ने एक फैक्ट्री डाली... उसमें एकमात्र काम करने वाली चींटियाँ थी जो समय से आती जाती ...

खामोशी का रहस्य - 7

by किशनलाल शर्मा
  • 792

माया को जब होश आया तब उसने अपने को अस्पताल में पाया थाजैसे ही उसे होश आया एक महिला ...

बन्धन प्यार का - 27

by किशनलाल शर्मा
  • 810

बहू बैठो।हिना बैठ गयी थी।सास अंदर किचन में चली गयी थी।तब नरेश बोलारात को स्विट्जरलैंड चलना हैक्योशादी के बाद ...

शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल - पार्ट 19

by Kaushik Dave
  • 546

"शुभम - कहीं दीप जले कहीं दिल"""शुभम -( पार्ट -१९)शुभम अपनी बेटी से बातचीत करने के बाद युक्ति की ...

खामोशी का रहस्य - 6

by किशनलाल शर्मा
  • 909

और अनुराग टूर पर जाता तो माया को साथ ले जाने लगा। अब पति के टूर पर जने पर ...

उजाले की ओर –संस्मरण

by Pranava Bharti
  • 546

उजाले की ओर----संस्मरण =================== स्नेहिल नमस्कार मित्रों आशा है आप सब कुशल हैं, त्योहारों का आनंद ले रहे हैं ...

संघर्ष

by Varun Kumar
  • 1.1k

एक बहुत छोटा शब्द है संघर्ष लेकिन इस शब्द का मतलब केवल वह जानता है जिसमें कुछ करने की ...

स्वच्छ पर्यावरण

by Sudhir Srivastava
  • 585

आलेख -स्वच्छ पर्यावरण मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। जिस तरह से वह अपने जीवनचर्या का क्रियान्वयन और ...

दिए की रात

by Rahul Vyas
  • 777

भगवान राम जब अयोध्या लौटे थे तब से उनके आने की खुशी मे लोगों ने दिवाली का त्योहार मनाना ...

बेजुबान - 5

by किशनलाल शर्मा
  • 1.1k

पढ़ लेती,"वह बोला ,"मा का है"किसी दूसरे के नाम की चिट्ठी नही पढ़नी चाहिए।"उसकी बात सुनकर वह बोली थी"तुम ...

खामोशी का रहस्य - 5

by किशनलाल शर्मा
  • 1.2k

"मैं तुम्हारे लायक नही हूँ"क्यो"क्योकि मैं परित्यक्ता हूँ।तलाकशुदा"यह तुंमने पहले कभी बताया नही।""पहले कब यह बात चली।आज चली है ...

सिर्फ एक रात का मौका दे दे....

by Sharovan
  • 930

सिर्फ एक रात का मौका दे दे. . . कहानी / शरोवन *** चार साल और छः माह के ...

उजाले की ओर –संस्मरण

by Pranava Bharti
  • 597

प्रिय मित्रो! स्नेहिल नमस्कार आशा है सब स्वस्थ वआनंदित हैं और आने वाले त्योहारों की तैयारियों में पूरे जोशो-खरोश ...

जंगल की अद्भुत दुनिया

by anokhi jha
  • 969

एक समय की बात है, एक छोटे से गांव में तीन प्यारे बच्चे रहते थे - सोनू, मोनू और ...

बेजुबान - 4

by किशनलाल शर्मा
  • 993

और शबनम उसे कोई काम नही करने देती थी।वह शबनम के इशारे और क्या बोलती है कुछ कुछ समझने ...

बेजुबान - 3

by किशनलाल शर्मा
  • 1k

और वह उससे पूछता रहा वह कागज पर लिखती रही।और उसने जो बताया निम्न थाजाकिर अपनी बीबी सलमा के ...

खामोशी का रहस्य - 4

by किशनलाल शर्मा
  • 1.3k

सपना देखने लगा।माया को अपनी पत्नी बनाने का।उसे अपना जजजीवन साथी बनाने का।उसकी चाहत एक तरफा थी।माया के दिल ...

बेजुबान - 2

by किशनलाल शर्मा
  • 1.2k

उस रात वह बिस्तर में लेटा हुआ था।मोबाइल का जमाना था नही।मतलब हमारे यहाँ मोबाइल नही आया था।टेलिविजन हमारे ...

ईमानदारी का असली इनाम

by anokhi jha
  • 999

ईमानदारी का असली इनाम एक समय की बात है, पहाड़ों के बीच बसा एक छोटा सा गाँव था जिसका ...