सर्वश्रेष्ठ मानवीय विज्ञान कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

गाँव की बात निराली

by दिनेश कुमार
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गाँव की बात निरालीगाँव में सुबह - सुबह चार - पांच बजे ही चिडियों की चहचाहट, गाय - भैंसों ...

नदी और लोकजीवन

by ramgopal bhavuk
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आलेख नदी और लोक-जीवन रामगोपाल भावुक नदियाँ केवल जल की धारा ही ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 85

by कैप्टन धरणीधर
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अभय और बदली के बीच बातचीत हो रही थी ..अभय ने बदली से कहा ..मुझे किस लिए बुलाया है ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 84

by कैप्टन धरणीधर
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उस आदमी ने बड़ी चतुराई से कस्तुरी के कहे का उत्तर दे दिया । कस्तुरी का पति पूरण ने ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 83

by कैप्टन धरणीधर
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अभय ने अपने सीओ से बात करली थी । किंतु सीओ ने हंसते हुए कह दिया था ... हालात ...

मित्रता

by Sandeep Singh (ईशू)
  • 1.6k

मित्रता "जो मित्र सुख-दुख की घड़ी में साथ रहता हो, वही सच्चा मित्र है। " चाणक्य कहते हैं कि ...

शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन

by Sandeep Singh (ईशू)
  • 1.5k

शिक्षा में गुणात्मक सुधार हेतु नवचिन्तन अधिक उपयोगी शिक्षा का गुणात्मक ह्रास आज चिंता का विषय है । शिक्षा ...

 मेरी पहचान

by bhagirath
  • 2k

मेरी पहचान मेरा नाम मेरी पहचान है। लोग मुझे मेरे नाम से पहचानते हैं। जो लोग मुझे आते-जाते ...

समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1

by Sandeep Singh (ईशू)
  • 2k

समता मूलक समाज की शिक्षा प्रणाली - 1 समतामूलक से तात्पर्य है कि जिसमें शोषण ना हो। भारत दुनिया ...

सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण

by Sandeep Singh (ईशू)
  • 1.4k

सत्यनिष्ठा ईमानदारी समर्पण डायरी के पन्नों से एक सामाजिक लेख कोरोना काल 1.0 के दौरान लिखे लेख को प्रतिलिपि ...

उद्देश्य ,लक्ष्य ध्येय

by नंदलाल मणि त्रिपाठी
  • 1.7k

उद्देश्य, लक्ष्य, ध्येय -उद्देश्य, लक्ष्य ,ध्येय मानव जीवन के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण है जिस मनुष्य के जीवन मे ...

सेक्स: एक शुद्ध ऊर्जा

by Nirmal Sureshbhai Rathod
  • 3.9k

हमारे तथागतित पंडित पुरोहितों और हमारे समाज ने जिसको ईश्वर का दर्जा दिया है वह माता - पिता के ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 82

by कैप्टन धरणीधर
  • 2.1k

दरवाजे के सामने गाड़ी रूकती है , सभी दरवाजे की ओर देखने लग जाते है । शायद सबको उत्सुकता ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 81

by कैप्टन धरणीधर
  • 2.5k

कस्तुरी की सिसकारियों की आवाज सुन अभय और केतकी दोनों बाहर आगये। अभय ने पुकारा ..मम्मी ! क्या हुआ ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 80

by कैप्टन धरणीधर
  • 2.3k

अभय अपनी पत्नी केतकी को अपलक निहार रहा है , केतकी पहले तो नजरे चुराती हुई लज्जाती है , ...

तंत्र-योग

by Anil Sainger
  • 4k

बीज से पौधा, पौधे से पेड़, पेड़ से फल और फिर, फल से बीज बनता है ये आज का ...

दतिया धाम - वृन्दावन

by विनोद मिश्र सुरमणि
  • 2.8k

दतिया की संस्कृति और इतिहास विनोद मिश्र की यह किताब ‘दतिया धाम : वृंदावन’ दतिया के बारे में उनकी ...

हिंदी सतसई परंपरा - 4

by शैलेंद्र् बुधौलिया
  • 2.7k

विषय के अनुसार या संख्या की दृष्टि से सौ या अधिक मुक्तकों के संग्रह होते आए हैं ,हिंदी का ...

हिंदी सतसई परंपरा - 3

by शैलेंद्र् बुधौलिया
  • 2k

हिंदी की श्रृंगार सतसईयां - हिंदी की श्रृंगार सतसईयों में बिहारी सतसई, मतिराम सतसई,निधि सतसई, राम सतसई और विक्रम ...

हिंदी सतसई परंपरा - 2

by शैलेंद्र् बुधौलिया
  • 2.2k

हिंदी की सूक्ति सतसैया - हिंदी में सूक्ति सतसैयों के अंतर्गत तीन सतसैयों की गणना की जा सकती है- ...

हिंदी सतसई परंपरा - 1

by शैलेंद्र् बुधौलिया
  • 2.4k

सतसई परंपरा और बिहारी भूमिका शैलेंद्र बुधौलिया काव्य भेद प्रबंध और मुक्तक का स्वरूप और विशेषताएं काव्य में ...

संग विज्ञान का - रंग अध्यात्म का - 4

by Jitu Patwari
  • 2.7k

चक्र: जीवन यात्रा के सप्त सूर ऑरा, कुंडलिनी और नाड़ी के बारे में चर्चा हुई. अब चलते हैं ...

धीमा जहर

by Dr Jaya Shankar Shukla
  • 4k

आपको पता है अभी कुछ साल पहले 2019 में अक्षय कुमार अभिनीत एक फ़िल्म रिलीज हुई थी, नाम था ...

आरक्षण

by Vishal Dhusiya
  • 4.5k

प्रस्तावना यह बात किसी के भावना को ठेस पहुंचाने की नहीं हैं बल्कि उनको आईना दिखाने का प्रयास है ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 79

by कैप्टन धरणीधर
  • 3.1k

अभय छुट्टी जाने के लिए अपना सामान बैग मे जमाकर तैयार था ,अब हेलीकॉप्टर का इंतजार हो रहा था ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 78

by कैप्टन धरणीधर
  • 2.7k

अभय सीओ से मिलकर आरहा है । उस पर सबकी नजरे टिकी हुई है । सबको जानना है अंदर ...

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 77

by कैप्टन धरणीधर
  • 2.6k

अभय ने जो सपना देखा था वह बड़ा भयावना था। जग जाने पर भी उसके चेहरे पर डर दिखाई ...

लकीर...

by Saroj Verma
  • 3.7k

जब मैं चार पाँच साल की रही हूँगीं,तब मैंने उन्हें पहली बार तुलसिया दाई के मंदिर में नाचते हुए ...

विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - अंतिम भाग

by सीमा बी.
  • 2.7k

विश्वास (भाग-40)गाँव से आ कर भुवन को खाना खिला कर ड्राईवर को भुवन को छोड़ने के लिए भेज दिया। ...

विश्वास - कहानी दो दोस्तों की - 39

by सीमा बी.
  • 2.6k

विश्वास (भाग --39)टीना और बाकी सब शांता जी की मदद कर रहै थे सामान समेटने में और जब पता ...