अंधेरी गुफ़ा – भाग 10 (अंतिम अध्याय, पूरा संस्करण)रात बहुत गहरी थी।आसमान पर काले बादल ऐसे टंगे थे मानो ...
एपिसोड 42 — “रूह की कलम” (सीरीज़: अधूरी किताब) (शब्द संख्या: लगभग 1500) --- 1. नीली ...
कृष्णा कैफ़े -भाग 3सच का पर्दाफाशलेखक राज फुलवरेरात गहरी हो चुकी थी.कृष्णा कैफे की पुरानी दीवारों पर धूल की ...
क्या अदिति बैताल का सामना कर पायेगी..अदिति को धीरे धीरे होश आने लगा था लेकिन उसपर किसी का ध्यान ...
अंधेरी गुफ़ा – भाग 9 : “अर्जुन का रूपांतरण”गाँव की सुबह उस दिन पहले जैसी नहीं थी।हवा में एक ...
एपिसोड 41 — “The Eternal Reader”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. हवेली की साँसेंदरभंगा की हवेली अब सिर्फ हवेली नहीं रही थी ...
छोटा लड़का और शैतान – एक डरावनी कहानी (लगभग 600 शब्द)अंधेरी, ठंडी रातों में पहाड़ों के पीछे बसा खैरपुर ...
कृष्णा कैफ़े भाग 2अध्याय एक — समय की रेतकृष्णा कैफ़े — बंद पडे कई साल बाद।सांझ का समय है. ...
शापित हॉस्पिटल – एक यथार्थवादी और खौफनाक कहानीशहर के बाहरी इलाके में स्थित “नवजीवन हॉस्पिटल” का नाम सुनते ही ...
मैं बैताल जाती का राजा हूँ...अमोघनाथ जी मुस्कुराते हुए कहते हैं....." लेकिन अब भी हमारे पास एक उपाय है....."" ...
अंजान भाग 2लेखक: राज फुलवरेअध्याय एक — वापसीरात फिर वही थी — बरसात, हवा, और वह सन्नाटा जो किसी ...
अंधेरी गुफ़ा – भाग 8 : “ललिता का श्राप”पत्थर गिरने की आवाज़ पूरे अंधेरे में गूँज उठी।गुफ़ा का मुँह ...
एपिसोड 40 — “स्याही का श्राप”अधूरी किताब---1. अधूरी सुबहदरभंगा की हवेली में फिर वही सन्नाटा लौट आया था।लेकिन अब ...
अपूर्व ने खिड़की की ओर देखा—जहाँ से वह छाया उसे घूर रही थी।धड़कनों की रफ़्तार तेज़ होती जा रही ...
खंजर काला पड़ गया..चेताक्क्षी बेबस सी ये सब देखते हुए बेहोश हो गई थी......अब आगे.........विवेक अदिति को लेकर मंदिर ...
अंधेरी गुफ़ा – भाग 7 : सिसकियों की गूंज (पूर्ण संस्करण)रात फिर से उतर आई थी।गाँव पर वही सन्नाटा ...
एपिसोड 39— “पन्नों में दफ़्न चीख़ें”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. हवेली का मौनदरभंगा की हवेली पर सुबह का सूरज नहीं उगा।बस ...
“आगाज़…”वही स्वर…धीमा…सरसराता हुआ…जैसे किसी ने अपूर्व के कान में साँस लेकर बोला हो।अपूर्व का शरीर ठिठक गया।उसने सिर उठाकर ...
गामाक्ष मारा गया लेकिन ये कौन है..?गामाक्ष हैरानी से उस सप्त शीर्ष वाले तारे को हैरानी से देखते हुए ...
निशांत ब्लॉगर भाग 2दोनिशांत ने कैमरा ऑन किया और धीरे से कहने लगा—निशांत (कैमरे से):हेलो दोस्तों, मैं निशांत. आज ...
अंधेरी गुफ़ा – भाग 6 : “सिसकियों की गूंज” (पूर्ण संस्करण)सुबह का सूरज गाँव की झोंपड़ियों के ऊपर हल्का-सा ...
**एक लड़का और जिन्नात — रहस्य और रोमांच से भरपूर कहानीरात का समय था। गाँव के आखिरी सिरे पर ...
एपिसोड 38 — “स्याही का श्राप”(कहानी: किताबें अब सांस लेने लगी हैं…)---1. हवेली की नई साँसदरभंगा की हवेली पर ...
भूतिया कार – एक रहस्यमयी सफ़ररात के लगभग बारह बज रहे थे। मौसम में हल्की-हल्की ठंडक थी और सड़क ...
“आग़ाज़…”यह पुकार सिर्फ एक आवाज़ नहीं थी — यह उस दबी हुई रूह की दस्तक थी, जो सदियों से ...
मुझे मेरी अदिति चाहिएउसके आकृषण से अदिति एक बार फिर से तड़प उठी जिससे एक तेज चीख के साथ ...
दर्पण भाग 1️ लेखक: राज फुलवरे---अध्याय 1 — दर्पण का पहला दर्शनसंग्राम टूर्स अँड ट्रॅव्हल्स…नाम तो छोटा था, मगर ...
अंधेरी गुफ़ा – भाग 5 : “आवाज़ जो लौट आई” (पूर्ण संस्करण)रात गहराई हुई थी। पूरा गाँव नींद में ...
एपिसोड 37 — “पन्नों में दफ़्न चीख़ें”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. हवेली का मौनदरभंगा की हवेली पर सुबह का सूरज नहीं ...
शहर के बाहरी इलाके में एक पुरानी, जर्जर सी दुकान थी — “पुरानी चीज़ों का खज़ाना”। लोग कहते थे ...