सुबह गाँव में कुछ अलग ही तरह का उजाला था। रात की भारी चुप्पी के बाद यह रोशनी मानो ...
एपिसोड 3: रंगों में छुपा अतीतउस रात के बाद आरव की नींद जैसे उससे रूठ गई थी।हर बार आँखें ...
यह कहानी पूरी तरह काल्पनिक है, लेकिन इसमें डर, थ्रिलर और भयानक रहस्य का हर पन्ना जीवित है।कालीपुर गाँव ...
एपिसोड 52 — “हवेली का प्रेत और रक्षक रूह का जागना”(सीरीज़: अधूरी किताब)️ 1. हवा फटी — और हमला ...
एपिसोड 2: डर से भरोसे तककमरे में अब भी वही अजीब-सी ठंड थी, जैसे दीवारों के भीतर कोई अनकही ...
दुकानों के उस क्लस्टर को पीछे छोड़ हम पहाड़ की और गहरी चढ़ाई में बढ़ते गए। सड़क सँकरी और ...
एपिसोड 51 — “जब पिछले जन्म की गूँज ज़िंदा लौट आई”हवेली में अँधेरा ऐसा छाया था जैसे रात ने ...
एक साल बाद.गांव नरकटिया अब शांत था। पीपल का पेड सूख गया था, और उसकी जडें जमीन में गहराई ...
एपिसोड 1: खामोश पेंटिंग की पहली साँसपुरानी गली की वह कला-दुकान हमेशा की तरह उस शाम भी आधी अँधेरे ...
अध्याय 4 – सिंहासनसमय: रात्रि 07:17 PMअविन मुख्य द्वार के सामने खड़ा था। उसके ठीक सामने, हवेली का मुख्य ...
उस सड़क के बारे में गांव के बुजुर्ग कहते थे कि सूरज ढलने के बाद वह रास्ता किसी और ...
अपूर्व की ऑंखें अन्वेषा के जवाब का इन्तजार कर रही थी।"मतलब ये," अन्वेषा आगे बढी - "कि कुछ सच्चाइयाँ ...
उस मौलवी को दफनाने के बाद एक शख्स उसकी तलाश में गाँव कि तरफ आया, और जब उसने गाँव ...
एपिसोड 50 — “जब रूह ने नाम पुकारा… और समय रुक गया”दरभंगा की हवेली की रात, नीली और सुनहरी ...
कहानी — किराडू का श्रापमेरा नाम राहुल है, और यह कहानी मेरी ज़िन्दगी का सबसे रहस्यमय अनुभव है।मैं अपने ...
अध्याय 3 – भूतिया कॉइनअगले दिन दोपहर लगभग 1:00 PMस्थान: जयपुर स्टेशनमुंबई से आई ट्रेन जैसे ही सीटी मारते ...
भोपाल का ताजमहल: एक रहस्यमय यात्रा.मेरा नाम राहुल है और मैं 10वीं कक्षा में पढ़ता हूँ। मैं दिल्ली में ...
सुबह का उजाला गांव पर धीमे और थके हुए तरीके से उतरा. हवा में वह ठंड अभी भी थी ...
नीहा को शहर में नई नौकरी मिल गई थी। कंपनी ने उसे एक सुंदर-सा फ्लैट भी दे दिया था। ...
भ्रम राक्षस – (आगे की कहानी)अब त्रिपुर राज ने पार्थ को बेहोश कर दिया था और एक घर में ...
अन्वेषा अब वहां नहीं थी ।हवेली के सबसे पुराने हिस्से में एक दीवार के पीछे, एक छुपा हुआ दरवाज़ा ...
एपिसोड 49 — “उस रूह का जन्म… जो वक़्त से भी पुरानी है”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. एक सुबह जो अँधेरी ...
संदूक खोलते ही, हवेली की दीवारों से एक चीख निकली।रुख़साना की नहीं…अन्वेषा की।वो अब उस कक्ष के भीतर कहीं ...
उदावीर पूरी रात जागता रहा. उसने गांव के चौक में एक पुरानी मिट्टी की रेखा खींची और उसके चारों ...
एपिसोड 48 — “नीली रूह का पहला पन्ना”(सीरीज़: अधूरी किताब)---1. हवेली में लौटती साँसें — जब रूहें जागने लगती ...
साधु की मृत्यु के बाद पुलिस Parth को गिरफ़्तार कर लेती है।उस पर 25 लड़कियों, 5 पुलिसवालों और 1 ...
गांव में सुबह की पहली किरण आई तो लोगों ने रघु के घर के बाहर अजीब माहौल देखा. दरवाजा ...
रुखसाना ने अन्वेषा की तरफ इशारा किया और बोली -“अगर तुम्हें उसे बचाना है, तो एक सौगंध खानी होगी।”“कैसी ...
एपिसोड 47 — “वक़्त की कलम और अधूरी रूह” (सीरीज़: अधूरी किताब) --- 1. एक ...
अंधेरी भूख️ लेखक: राज फुलवरे---अध्याय 1 — काला घाट का नामोनिशानसंजय, शहर का साधारण लेकिन मेहनती आदमी।उसका टूर्स एंड ...