पति-पत्नी और वो भाग 1---प्रस्तावनाज़िंदगी में सबसे कठिन लड़ाई अक्सर अपने ही लोगों से होती है। प्यार, भरोसा, शक ...
(यह फिल्म 1957 में रिलीज़ हुई थी, निर्देशक — मेहबूब खान, मुख्य भूमिकाएँ — नर्गिस, सुनील दत्त, राजेंद्र कुमार ...
अंदर बाहर (१९८४) — अपराध और कर्तव्य के बीच पनपी मित्रता की अनोखी कथा१९८० के दशक की हिन्दी फिल्मों ...
थामा ओ रामा रामा। क्या फिल्म बनाई है? क्यों , कब, कहां , कैसे?अनेक प्रश्न आपके दिलों दिमाग पर ...
जान तेरे नाम – film reviewअध्याय 1 – राधे की दुनियाकैंपस की गलियों में अगर किसी का नाम सबसे ...
“ये उन दिनों की बात है” केवल एक प्रेम कहानी नहीं, बल्कि स्मृतियों का एक पुल है, जो आज ...
अर्जुन (1985): जब एक आम लड़का व्यवस्था से भिड़ गया1980 के दशक का भारत एक कठिन दौर से गुजर ...
फिल्म रिव्यु मेट्रो .. इन दिनों अभी हाल में ही एक हिंदी फिल्म रिलीज हुई है “ मेट्रो ...
फिल्म रिव्यु तेहरान इसी वर्ष अगस्त में एक हिंदी मूवी रिलीज हुई है ‘ तेहरान ‘ ...
एक लड़का एक लड़की फिल्म की समीक्षासन 1992 में प्रदर्शित हुई फिल्म एक लड़का एक लड़की अपने समय की ...
भउजी हमार देवी, भैया भगवान⭐ कहानीफिल्म की कहानी एक साधारण गाँव के परिवेश में रची-बसी है जहाँ रिश्तों, त्याग ...
⭐ कहानीफिल्म की कहानी एक कॉलेज कैंपस में पनपते प्यार और अहंकार के टकराव की है।सुनील (रोनित रॉय) – ...
कभी सोचा है कि अगर कोई डॉक्टर मैडम अचानक से कह दे – "मुझे शादी-विवाह से मतलब नहीं, बस ...
रात का अंधेरा गहराता जा रहा था। बाहर सन्नाटा पसरा था, लेकिन मेरे भीतर एक अजीब-सी हलचल थी। हाथों ...
क्रिस्टोफर नोलन की इंटरस्टेलर (2014) एक ऐसी साइंस-फिक्शन फिल्म है जो न केवल मनोरंजन करती है, बल्कि मानवता, विज्ञान, ...
पैसेंजर्स" (2016) एक ऐसी साइंस-फिक्शन फिल्म है जो न केवल तकनीकी चमक और भविष्यवादी दृश्यों से दर्शकों को आकर्षित ...
बॉम्बे उच्च न्यायालय में परिशिष्टरिट याचिका संख्या 5435/19891. डॉ. रवींद्र रामदास2. श्री रवि वर्मा3. श्री आर.जी. मेनन4. श्री पी.सी.सी. ...
वह शाम बाकी दिनों जैसी नहीं थी। कमरे में अजीब-सी ख़ामोशी थी, जैसे दीवारें भी मेरी तन्हाई सुन रही ...
11.टीवी सीरियल — ‘टीपू सुल्तान की तलवार’ के खिलाफ कानूनी लड़ाई का इतिहासमाधवराव डी. पाठक, अधिवक्ता1. मैसूर के राजा, ...
------उस शाम मैं अकेला ही सिनेमा हॉल की ओर चला गया था। ज़िंदगी के तमाम सवालों और उलझनों से ...
कभी आपने सोचा है कि अगर कोई इंसान हजारों सालों से जिंदा हो और उसने पूरी सभ्यता को अपनी ...
तेरे नामअध्याय 1 – राधे की दुनियाकैंपस की गलियों में अगर किसी का नाम सबसे पहले लिया जाता था, ...
फिल्में हमें हँसाती भी हैं, रुलाती भी हैं और कभी-कभी सोचने पर मजबूर भी करती हैं। Maargan उन्हीं फिल्मों ...
हरियाणा के बलाली गाँव की गलियों में हर रोज़ बच्चों की आवाज़ गूँजती रहती है। कभी कोई कबड्डी खेलता ...
27 अगस्त, 2025 को रिलीज़ हुई वश लेवल 2 गुजराती सिनेमा की एक ऐसी सुपरनैचुरल साइकोलॉजिकल हॉरर फिल्म है, ...
कहानी शुरू होती है Kabir Singh से, जो दिल्ली के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहा है। वह ...
आपने सैयारा मूवी लोगों क़ो फुट फुट कर रोते देखा होगा पर अगर वास्तविक प्रेम देखना है तो ...
7टीपू सुल्तान और दूरदर्शनके. गोविंदन कुट्टीभगवान गिडवानी ने जब "ऐतिहासिक उपन्यास" – "द स्वॉर्ड ऑफ़ टीपू सुल्तान" लिखा, तो ...
आजकल फिल्मों में या तो रोमांस का मीठा तड़का मिलता है या हॉरर की डरावनी खुराक, लेकिन “Heart Eyes” ...
Lucy देखो तो लगेगा जैसे किसी ने पढ़ाई का Shortcut निकाल लिया हो। स्कारलेट जोहानसन एक आम लड़की से ...