शीर्षक: तारक मेहता का रहस्यमय सफरगोकुलधाम सोसाइटी में उस सुबह कुछ अलग ही बेचैनी थी। आसमान में घने बादल ...
सारा दिन आराम करने के बाद शाम होते ही अजय सिंह अपने दोस्त विजय डोभाल से मिलने के लिए ...
तोमर हाउससुबह के समयसुबह का समय है , अजय सिंह अपने घर ले बाहर गाड़ी लगा कर घर के ...
अध्याय 1: मैकियावेली और एक ठंडी चायस्थान: दिल्ली यूनिवर्सिटी, नॉर्थ कैंपससमय: सुबह के 10:00 बजे (दिसंबर की धुंध भरी ...
थाने के अन्दर लड़की और उसके मां बाप दोनों बैठे है ,पास में ही अजय सिंह तोमर बैठा है ...
इस कहानी के सभी पात्र काल्पनिक है इसका किसी जीवित, जंतु, मानव संसाधन से कोई लेना देना नही है ...
आशा की मौत ने पूरे शहर की हवा बदल दी थी।सुबह का सूरज भी जैसे काला दिख रहा था ...
सविता के शब्द अब भी हवेली की दीवारों में अटके हुए थे —“देवयानी वहीं अब भी साँस ले रही ...
Chapter 5 — “तहख़ाने का दरवाज़ा”सविता की आवाज़ जैसे दीवारों में अटक गई थी।अर्जुन मेहरा कुछ सेकंड तक कुछ ...
थाने के रिकॉर्ड रूम में सिर्फ़ दीमक की खटखटाहट थी और अर्जुन मेहरा की साँसों की आवाज़।उसने पुरानी अलमारी ...
सुबह की धूप कपूर हवेली की दीवारों तक नहीं पहुँच पाई थी। आसमान अब भी बादलों से ढका था, ...
अध्याय 2 – रात का सन्नाटा और पहली मौतरात आधी बीत चुकी थी। हवेली के ऊपर काले बादल इस ...
धनी और प्रभावशाली परिवार के मुखिया, रघुनाथ देशमुख, की अचानक मृत्यु हो जाती है। परिवार के सभी सदस्य उनके ...
मिल्की यदा कदा कोई न कोई बहाना बनाकर एव उचित अवसर निकाल ही लेता सर्वप्रिया से मिलने का और ...
अध्याय 4 – छुपे हुए चेहरेआरव पूरी रात सो नहीं पाया। उसका दिमाग बार-बार उसी कांच के टुकड़े और ...
---अध्याय 3 – पहला सुरागसुबह का मौसम ताज़गी भरा था, लेकिन आरव के चेहरे पर थकान साफ़ दिख रही ...
ठीक है। मैं आपके लिए "नागमणि भाग 11" विस्तार से (लगभग 2000+ शब्द) लिख देता हूँ, बिना “"” आदि ...
---अध्याय 2 – पत्रकार की जिज्ञासासुबह का सूरज निकल चुका था, लेकिन आरव की आँखों में अब भी पिछली ...
---अध्याय 1 – अजीब रातरात का सन्नाटा कुछ अलग ही था। शहर की गलियों में हल्की धुंध तैर रही ...
प्रस्तावना - अब तक आपने पढा कि समर और अजय ने राधिका को कैसे आग में जला दिया था ...
टाम ज़िंदा है.......... (16) धारावाहिक" साहब ! पता चला है रिपोटरो को वो जो दो हमारे ख़ुफ़िया थे। मार ...
तारों की छाँव मेंसमीर एक खोया हुआ सितारा था, जो अपनी दुनिया की तलाश में भटक रहा था। वह ...
“जागो जागो राजकुमारीजी।” पारो सुबह-सुबह संध्या के पास आकर बोली।राजकुमारी बंद आँखें रखकर ही पारो की आवाज़ पहचानकर बोली, ...
विनय मंदिर में प्रवेश कर चुका है। उसके साथ पांडुआ का एक वृद्ध पंडित था। वही एकमात्र इस मंदिर ...
टाम ज़िंदा है ------- ये कहानी उस झरने की तरा है जो चटानो से गिरता हुआ चटानो मे ही ...
प्रस्तावना इस कहानी के सभी पात्र और जगह गांव व्यक्ति और स्थान कल्पानिक है हमारा इस पुस्तक को लिखने ...
सुबह मदनपाल मंदिर के बाहर आया। उसी समय सूर्यांश घोड़े पर सवार उसकी नजरों के सामने सूर्य जैसी रोशनी ...
माही अपने कमरे में बैठी है। उसके पास सायना आई है। माही के घर में अलग सन्नाटा है। सायना ...
टाम ज़िंदा है ------- ये उपन्यास लगातार चलता जा रहा है,इसकी ऐसी कड़ी जो एक दूसरे से जुडी हुई ...
भूतिया हवेलीरामगढ़। नाम सुनकर जेहन में किसी शांत, सुकून भरे गाँव की तस्वीर उभरती है, जहाँ चारों ओर हरियाली ...