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तमस ज्योति - 59

by Pruthvi Gohel

प्रकरण - ५९मुझे अब ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। मैं ऑपरेशन थियेटर में कुछ भी नहीं देख सकता ...

छोटे-छोटे प्रयास

by दिनेश कुमार
  • 273

1. किसान की सीखएक बार बादलों की हड़ताल हो गई बादलों ने कहा अगले दस साल पानी नहीं बरसायेंगे। ...

द्वारावती - 71

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 294

71संध्या आरती सम्पन्न कर जब गुल लौटी तो उत्सव आ चुका था। गुल की प्रतीक्षा कर रहा था।“गुल, मुझे ...

आखेट महल - 4

by Prabodh Kumar Govil
  • 321

चारगौरांबर को आज तीसरा दिन था इसी तरह से भटकते हुए। वह रात को सोने के लिए कभी रेलवे ...

तमस ज्योति - 58

by Pruthvi Gohel
  • 348

प्रकरण - ५८जैसे ही मैंने फातिमा के कदमों की आहट सुनी, मैंने फातिमा को अपने पास बुलाया और कहा, ...

द्वारावती - 70

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 462

70लौटकर दोनों समुद्र तट पर आ गए। समुद्र का बर्ताव कुछ भिन्न दृष्टिगोचर हो रहा था। बालक की भाँति ...

तमस ज्योति - 57

by Pruthvi Gohel
  • 477

प्रकरण - ५७दिवाली का त्यौहार आया,ढेर सारी खुशियाँ लेकर आया।नई उम्मीदें लेकर आया,तिमिरपंथ पे ज्योति लेकर आया।अब दिवाली का ...

आखेट महल - 3

by Prabodh Kumar Govil
  • 513

तीनआखेट महल के चारों ओर के परकोटे के जिस तरफ बड़े तालाब की खुदाई का काम चल रहा था, ...

तमस ज्योति - 56

by Pruthvi Gohel
  • 435

प्रकरण - ५६वक्त कहां बीत जाता है, कुछ पता ही नहीं चलता। देखते ही देखते तो दिवाली का समय ...

द्वारावती - 69

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 378

69 ...

आखेट महल - 2

by Prabodh Kumar Govil
  • 645

दोनयी कोठी पर आज सुबह से ही गहमा-गहमी थी। इस कोठी को आबाद हुए साल भर होने को आया ...

द्वारावती - 67 - 68

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 456

67महादेव की संध्या आरती से जब गुल लौटी तब उत्सव तट पर खड़ा था। उसने गुल को निहारा। गुल ...

तमस ज्योति - 55

by Pruthvi Gohel
  • 489

प्रकरण - ५५दर्शिनी और समीर की सगाई तय करने के बाद, जब सभी लोग अपने-अपने काम पर चले गए ...

द्वारावती - 66

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 489

66सूर्योदय हुआ। गुल अपने नित्य कर्म पूर्ण कर, भड़केश्वर महादेव की आरती-पूजा-अर्चना कर लौट आइ। उस समय उत्सव वहाँ ...

तेरी मेरी यारी - 5

by Ashish Kumar Trivedi
  • 1.1k

(5)सोनम से बात करने के इरादे से कबीर रीसेस के समय स्कूल के जूनियर सेक्शन में गया। उसने देखा ...

तमस ज्योति - 54

by Pruthvi Gohel
  • 642

प्रकरण - ५४मुझे एवॉर्ड मिलने की खुशी में मेरे परिवारने मुझे एक सर्प्राइज पार्टी दी थी। हम सभी उस ...

तमस ज्योति - 53

by Pruthvi Gohel
  • 555

प्रकरण - ५३मैं और फातिमा अभी तो रईश के बारे में बात ही कर ही रहे थे कि रईश ...

आखेट महल - 1

by Prabodh Kumar Govil
  • 2k

एकआखेट महल के परकोटे के सामने आज सुबह से ही चहल-पहल थी। बड़ी मोटर अभी-अभी आकर लौट चुकी थी। ...

तमस ज्योति - 52

by Pruthvi Gohel
  • 603

प्रकरण - ५२मैं और फातिमा मुंबई में अवॉर्ड समारोह में आ पहुंचे थे। अब ये अवॉर्ड फंक्शन जल्द ही ...

तमस ज्योति - 51

by Pruthvi Gohel
  • 543

प्रकरण - ५१मेरे मम्मी पापा अब हमारे साथ अहमदाबाद में रहने आ गये थे। मेरा पूरा परिवार अब एक ...

तमस ज्योति - 50

by Pruthvi Gohel
  • 909

प्रकरण - ५०रईश और उनकी टीम की चर्चा अब पूरे अमेरिका में होने लगी थी। अमेरिका के विजन आई ...

तमस ज्योति - 49

by Pruthvi Gohel
  • 561

प्रकरण - ४९मुझे निषाद मेहता के साथ जो कॉन्ट्रैक्ट साइन करना था उसकी पूर्व तैयारी मैंने और मेरे पापाने ...

द्वारावती - 65

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 612

65 “ओह, यह ...

तमस ज्योति - 48

by Pruthvi Gohel
  • 585

प्रकरण - ४८अमिता बोली, "नमस्कार दर्शकों! एक बार फिर से आप सभी का स्वागत है। मेरे साथ है जानेमाने ...

द्वारावती - 64

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 531

64 प्रातः काल का ...

तमस ज्योति - 47

by Pruthvi Gohel
  • 567

प्रकरण - ४७मैंने जैसे ही रईश से बात खत्म कर के फोन रखा ही था की तभी फातिमा का ...

द्वारावती - 63

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 570

63द्वारका में काशी से पंडित जगन्नाथ पधारे थे। भगवान द्वारिकाधीश के दर्शन के उपरांत वह मंदिर में विहार करते ...

तमस ज्योति - 46

by Pruthvi Gohel
  • 558

प्रकरण - ४६मैं दिन की अपनी आखिरी रिकॉर्डिंग ख़त्म करके अभी-अभी घर पहुँचा था। मैंने विराजभाई को चाय बनाने ...

द्वारावती - 62

by Vrajesh Shashikant Dave
  • 639

62चार वर्ष का समय व्यतीत हो गया। प्रत्येक दिवस गुल ने इन चार वर्षों की अवधि की समाप्ति की ...

तमस ज्योति - 45

by Pruthvi Gohel
  • 654

प्रकरण - ४५मेरी मम्मी और मेरे पापा दर्शिनी और नीलिमा को छोड़ने अहमदाबाद आये थे। घर काफी दिनों से ...