अध्याय 11, XI1 उन पुरूषों ने मुझे पकड़ लिया, और चौथे स्वर्ग पर ले गए, और मुझे सब क्रमिक ...
[23]“शैल जी, मृतदेह के विषय में कुछ ज्ञात हुआ क्या?”“क्या ज्ञात करना चाहती हो?”“यही कि वह व्यक्ति कौन थी? ...
अध्याय 3, III1 जब हनोक ने अपके पुत्रोंको यह समाचार दिया, तब स्वर्गदूतों ने उसे अपके पंखोंपर उठा लिया, ...
1 एक बुद्धिमान मनुष्य था, बड़े काम करने वाला मनुष्य था, और प्रभु ने उसके प्रति प्रेम की कल्पना ...
(Market Scene का आगे का भाग)Sayuri: "मुझे... मुझे इस Kyoto में काम खोजने के लिए किराए पर एक कमरा ...
[22]“क्या हुआ सारा जी?”“ऐसा कभी मत करना। यदि यह मंजूषा बंद कर दी गई तो ..।” सारा आगे बोल ...
[21]येला की कार्यशाला में भोजन के उपरांत सारा तथा शैल चिंतन करने लगे कि अब इस मंजूषा में आगे ...
Author note :hiiiii dosto यह एक नोवल जैसे ही लिखी गई मेरे खुद के द्वारा बनाई गयी anime story ...
खास बुलावाविजय शर्मा एरीउस शाम दिल्ली की सड़कें बारिश से धुली हुई थीं। नवीन ने अपनी पुरानी स्कूटर को ...
[20]“तो वत्सर, आगे क्या हुआ? बताओ।” सारा ने पूछा।वत्सर ने गहन सांस ली। अभी भी उसकी दृष्टि व्योम में ...
[19]संध्या हो गई। शैल, सारा, वत्सर और येला एक कक्ष में जमा हो गए। शैल ने सारा का स्वागत ...
मंगू को पागल अस्पताल के डॉक्टर के पास रखने की सलाह लोग अमरतकाकी को देते, तो उनकी आंखों में ...
[18]दूसरे दिन प्रभात होने पर सारा तथा बाकी के तीन लोग आगे की यात्रा की सज्जता करने लगे। यात्रा ...
[17]वकार के घर रात्री के समय भोजन के उपरांत सारा, निहारिका, सपन तथा वकार बैठे थे।“वकार, कुछ व्यवस्था है ...
[16]“मैं बताती हूँ। उस प्रदर्शनी में मैंने अपना कोई शिल्प नहीं रखा था। किन्तु वहाँ मुझे सब के सम्मुख ...
[15]“शैल, इस प्रकार किसी निर्दोष व्यक्ति को प्रताड़ित करना पुलिसवालों का स्वभाव होता है यह मैं जानती थी। इसीलिए ...
कुछ साल बीत चुके थे। राहुल अब अपने ऑफिस के काम में व्यस्त था, लेकिन अचानक कुछ पुरानी यादों ...
क्लास 10 का वो साल अब याद बन चुका था। बोर्ड के एग्ज़ाम ख़त्म हो चुके थे, और सब ...
हर क्लास में कुछ बच्चे होते हैं जो आगे बैठकर जवाब देते हैं,और कुछ जो पीछे बैठकर सोचते हैं।आर्यन ...
शीर्षक: सपनों की आख़िरी बसरात का सन्नाटा धीरे-धीरे रानिपुर की गलियों में उतर आया था। हवा में हल्की ठंडक ...
[14]सूरज अब अस्त हो चुका था। पश्चिम आकाश अपना रंग बदल रहा था। शैल भी अपना रंग बदल रहा ...
13]त्रिवेंद्रम रेलवे स्टेशन पहुंचकर शैल ने वत्सर के गाँव तक की यात्रा टेक्सी से पूरी की। गाँव में उसने ...
पहाड़ों के एक छोटे से गाँव में रोहन अपनी अम्मा के साथ रहता था। गाँव छोटा था, लेकिन अम्मा ...
[12]“देश की सीमा पर यह जो घटना घटी है वह वास्तव में तो आज कल नहीं घटी है।”“क्या मतलब ...
Part 2टूटे काच को देख वह घर की ओर मुड़ गया पहुंचते ही सबसे पहले लेपटॉप खोला और बीते ...
लेखक का दृष्टिकोणअर्जुन की अलार्म घड़ी की तेज़ घंटी ने पूरे अपार्टमेंट में गूंज पैदा कर दी।वह कराहते हुए ...
[11]रात्री के भोजन के उपरांत सारा सोने के लिए सज्ज हो रही थी तभी उसके द्वार को किसी ने ...
आन्या की दुनिया हमेशा से सांवली रोशनी में नहाई रहती थी — घर भर की हल्की-हल्की भीड़, माँ की ...
---अजीब बरसात️ लेखक: विजय शर्मा एरीगाँव रामपुरा हमेशा अपनी साधारणता के लिए मशहूर था। खेतों की हरियाली, बैलों की ...
[10]प्रात: होते ही सारा खुली हवा में कुछ समय तक घूमने चली गई। प्रभात की वेला में उसे भारत ...