सर्वश्रेष्ठ बाल कथाएँ कहानियाँ पढ़ें और PDF में डाउनलोड करें

नागमणि की खोज

by anokhi jha
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यह कहानी एक छोटे से गाँव की है, जो घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच स्थित था। यहाँ के ...

मीठा बोलने में कंजूसी नहीं करनी चाहिये... !

by दिनेश कुमार
  • 1.5k

नेत्रहीन संतएक बार एक राजा अपने सहचरों के साथ शिकार खेलने जंगल में गया था । वहाँ शिकार के ...

मैं हूँ गुड़िया..... तुम्हारा डाकिया चाचा..

by piku
  • 1.2k

समय निकलता गया।महीने ,दो महीने में जब कभी उस लड़की के लिए कोई डाक आती, डाकिया एक आवाज देता ...

T BHATI INDIAN

by ARJUN ram BHATI
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राजू – मुख्य किरदार, जिसका सपना है 1 करोड़ रुपये पाना। मोहन – राजू का दोस्त, जो उसकी हर ...

तेरी मेरी यारी - 12 (अंतिम भाग)

by Ashish Kumar Trivedi
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(12)मकान पर पहुँच कर संजय ने दरवाज़ा खटखटाया। रॉकी ने पूरी तसल्ली कर दरवाज़ा खोल दिया। संजय के साथ ...

तेरी मेरी यारी - 11

by Ashish Kumar Trivedi
  • 630

(11)इंस्पेक्टर आकाश ने फौरन सब इंस्पेक्टर राशिद को फोन किया। सब इंस्पेक्टर राशिद आइसक्रीम का ठेला लेकर घूम रहे ...

हिरन और चूहा

by दिनेश कुमार
  • 2.4k

1. आज्ञा पालनएक समय की बात है। रेगिस्तान के किनारे स्थित एक गाँव में एक व्यापारी रहता था। वह ...

तेरी मेरी यारी - 10

by Ashish Kumar Trivedi
  • 777

(10)मीडिया में करन के किडनैपिंग की खबर फैल जाने से किडनैपर्स के बीच तनाव का माहौल था। नवीन और ...

पंकज एस चाइल्डहुड ?

by PC Publisher
  • 750

पंकज एस चाइल्डहुडलेखक के बारे में:-मेरा नाम पंकज मोदक है। में एक लघु कहानीकार हुं।‌ मेरा जन्म इंडिया देश ...

तेरी मेरी यारी - 9

by Ashish Kumar Trivedi
  • 597

(9)केस ज़रा भी आगे नहीं बढ़ पा रहा था। इससे इंस्पेक्टर आकाश की चिंता बढ़ रही थी। उन्होंने एक ...

तेरी मेरी यारी - 8

by Ashish Kumar Trivedi
  • 645

(8)अगले दिन कबीर इंस्पेक्टर आकाश से मिलने पुलिस स्टेशन पहुँचा। उस समय वह केस के सिलसिले में बाहर गए ...

तेरी मेरी यारी - 7

by Ashish Kumar Trivedi
  • 828

(7)अगले ही दिन सब इंस्पेक्टर राशिद एक हवलदार के साथ माधोपुर के लिए निकल गए।वहाँ पूछताछ करने पर उनका ...

तेरी मेरी यारी - 6

by Ashish Kumar Trivedi
  • 789

(6)कबीर के अपने घर जाने के बाद इंस्पेक्टर आकाश फौरन कंट्रोल रूम पहुँचे। उन्होंने मि.लाल के फोन की लोकेशन ...

Thursty Crow

by Vikash Kumar
  • 972

यह एक गर्म गर्मी का दिन था। एक प्यासा कौआ पानी की तलाश में एक गाँव में पहुँचा। कौआ ...

बाल कविताएँ

by दिनेश कुमार
  • 1.8k

बाल कविताएँ### 1. **सूरज की किरण**सूरज की किरण आई,संग में उजियारा लाई।बच्चों ने ताली बजाई,खुशियों की टोली आई।### 2. ...

तेरी मेरी यारी - 4

by Ashish Kumar Trivedi
  • 1.1k

(4)करन के बारे में कुछ भी पता नहीं चल पा रहा था। मि.लाल भी कुछ बताने को तैयार नहीं ...

तेरी मेरी यारी - 3

by Ashish Kumar Trivedi
  • 963

(3)इंस्पेक्टर आकाश अपने केबिन में चिंतित मुद्रा में बैठे थे। वह समझ नहीं पा रहे थे कि क्या किया ...

तेरी मेरी यारी - 2

by Ashish Kumar Trivedi
  • 1.1k

(2)दो दिन हो गए थे। करन की कोई खबर नहीं मिली। किडनैपर ने भी फोन नहीं किया था। मि. ...

तेरी मेरी यारी - 1

by Ashish Kumar Trivedi
  • 2.7k

(1)ग्रीनवुड पब्लिक स्कूल की छुट्टी का समय हो रहा था। स्कूल के बाहर आइसक्रीम बेचने वाले आकर खड़े हो ...

कौवा बाबा

by Kishore Sharma Saraswat
  • 4.2k

कौवा बाबा गोपी यूँ तो सुबह जल्दी उठने में कंजूसी बरतता था, परन्तु आजकल गर्मियों की सुस्ती भरी ...

आम का बगीचा - भाग 3

by piku
  • 5.1k

'जन्मदिन, 10 जून... हम तो भूल ही गए थे।' रानी ख़ुशी के मारे तालियां बजानेमास्टर जी गहरी सोच में ...

आम का बगीचा - भाग 2

by piku
  • 2.7k

'कल पढ़ाया था ना, अ से अनार, आ से आम। लिखो।'यहां भी आम... ये आम, आम होकर भी इतना ...

आम का बगीचा - भाग 1

by piku
  • 6k

'और मास्टर जी, आजकल फिर यहीं...?'चंदन ने अपनी लहराती साइकल की तेज़ रफ़्तार को जान- बूझकर ब्रेक लगाया और ...

एक बस स्टॉप

by Birendrapatel
  • 4.4k

[Bk] एक बस स्टॉप डरावनी कहानीबच्चों के लिए भूत की कहानियाँ || बस स्टॉप डरावनी कहानी || डरावनी कहानी ...

जादू वाला बर्तन

by Bharati babbar
  • 4.1k

डिगरी की सुबह से सिट्टीपिट्टी ग़ुम है। उसे कुछ समझ नहीं आ रहा कि अब आगे क्या होगा या ...

विवान द सुपर स्टार - 3

by Himanshu Singh
  • 2.6k

अपने माता-पिता के इस तरह के व्यवहार से अब विवान बदतमीज भी हो चुका था। वह फोन मे जिस ...

विवान द सुपर स्टार - 2

by Himanshu Singh
  • 1.9k

दो साल के विवान को तो पता ही नही था की वह सोशल मीडिया का स्टार बन चुका है। ...

विवान द सुपर स्टार - 1

by Himanshu Singh
  • 3.3k

विवान महज दो महीने का लड़का था जो बालपन में ही बड़ा खुश मिजाज था। उसके चेहरे पर हर ...

डरावनी गुड़िया

by sarita baghela
  • 2.9k

आशा अपने दोस्तों के साथ में गुड़िया से खेल रही थी।"आशा! जल्दी से मैरे पास आओ, बड़ी दीदी के ...

मोर और तितलियों की कहानी

by Matrubharti
  • 5.2k

घने जंगल में एक विशाल नदी बहती थी, जिसका पानी नीला और साफ था। नदी के किनारे हरे-भरे पेड़, ...