वो परेशान था शरीर उसका सामने पड़ा था वह कुछ भी नहीं कर पा रहा था ,करता कैसे ?वह ...
जो पकड़ा जाए वो चोर, बाकी देश भक्तये कैसा न्याय है, ये कैसा विध्वंस हैजो बोले सच वो देशद्रोही, ...
सरकारी समाचार खुशी देते हैं( जलेबी जैसे टेढ़े मेढे समाचार,मीठे भी)आज पूरे देश मे सूर्य खिला हुआ है,बारिश के ...
"इस शहर मे कुत्तों को कौन सी सहूलियत चाहिए कौन सी नही, इस पर यह मीटिंग बुलाई गई है ...
य़ह व्यंग्यात्मक कविता है जो भ्रष्टाचार पर आधारित है:भ्रष्टाचार का खेलनेता और अफसर का, समझौता है निराला,भ्रष्टाचार की गंगा ...
(लॉजिक सो रही हैं हमारी आपकी और मीडिया की)हम लोगों में एक कमी है जो आजकल अधिक दिख रही ...
इस गहरी और भावनात्मक स्थिति मे किसी ने रेग्रेशन थेरेपी की सलाह दी (जो मनोवैज्ञानिक हैप्नोटिज़म् करके करते हैं) ...
Ego की मालिश का ठेका से होवे भ्रष्टाचार दोनों ही समाज में गहरे मुद्दे हैं, जिनका प्रभाव हमारे व्यक्तिगत ...
हर कुत्ते का दिन आता है, ये कहावत पुरानी है,हर कोई न्याय पाता है, ये सच्चाई जानी है।कोई लाख ...
किसी सुहाने मंझर को देखता जा रहा थायह जंगल भी खूबसूरत होते हैं न?( आपको याद आ गया वो ...