...मेरे..वक्त की हसीन लम्हो की, तुम वो किताब हो,जिसके हर एक पन्ने पर नाम है .."तुम्हारा"।कहा से ढूंढकर लाते ...
........दिन बहुत तेजी से चल रहे थे।और साथ ही एक दूसरे के लिए दिलों में काफी तूफान भी मचल ...
........... कैसी हो तुम..? मैं ठीक हूं. कहते हुए नीलिमा ने ,नारंग के सवाल का जवाब दे दिया।आजकल व्यस्त ...
..... निरंजन अब परेशान होने लगा था।उसे जिन चीजों की कीमत मालूम थी,वो तो आसानी से बता देता था।मगर,कुछ ...
.नमस्ते ....आंटी जी ..नमस्ते बेटा कैसे हो।?मैं ठीक हूं आंटीजी आप कैसे हो.?मैं भी बढ़िया हूं.!राधिका कहा है.?वो अपने ...
.......हरिया सड़क से बैलों को दौड़ते हुए ले कर आ रहा था।उनके गलें में बंधी हुई घंटियां काफी लय ...
...उससे बात करकर ऐसा लगा था ...किसी की आवाज इतनी भी मिठी हो सकती है..?बिना देखे ..कोई तुम्हारे मन ...
....हर एक व्यक्ति अपनेआप में एकदम से निराला होता है।उसके जैसा कोई नहीं।अपनी एक खास पहचान लिए हम घूमते ...
..... प्रथम दर्शनी एखाद्या व्यक्तीचं आपल्या मनावर जे काही म्हणून प्रतिबिंब उमटत असते,त्या सगळ्यात मोठा वाटा हा त्या व्यक्तींच्या ...
..........गंगादास का घर जहा बाजार भरता था उसके लगभग एक किमी की दूरी पर था।इसीलिए उसे कोई वाहन लाने ...