मंजरी शर्मा की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

दिल धड़क रहा है (हृदय प्रत्यारोपण)

by MANJRI SHARMA
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नमस्ते आंटी! मैं दीपक; ये मेरी माँ और मेरी पत्नी ज्योति! शायद आपने मुझे पहचाना नहीं ..."आइये... तशरीफ़ रखिये ...

पाप अच्छे हैं ...

by MANJRI SHARMA
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हेलो!! मैं "खट्टा-मीठा चैनल" से आपकी दोस्त एंड होस्ट मंजरी, आपके सामने पेश हूँ शर्मा निवास से 'लाइव'|जी हां, ...

मेरा मीठा-सा महापाप

by MANJRI SHARMA
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चलो सुनाऊँ तुम्हें कहानी, अपने छुटपन की;मैं और मेरे पेटूपन की...चटर-पटर खाते-खाते, बढ़ गई मेरी तोंद;पर मुझको हरदम भाती, ...

मैं स्पेशल-बच्ची की स्पेशल-माँ हूँ.

by MANJRI SHARMA
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मैं स्पेशल-बच्ची की स्पेशल-माँ हूँ."" भगवान् भी ना जाने कितना निष्ठुर हो जाता है. पता नहीं किन पापों का ...

हार-जीत को प्रतिष्ठा का तमगा ना पहनाएं

by MANJRI SHARMA
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आज महक के स्कूल में फैंसी ड्रेस कम्पटीशन था, बच्चे से लेकर हर अभिभावक ने खूब मेहनत की थी. ...

नानी का गुपचुप सरप्राइज...

by MANJRI SHARMA
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मेरी नानी मुझे बहुत प्यार करती है. मैं और नानी बहुत अच्छे दोस्त है. मैं और नानी बहुत अच्छे ...

काश! अतीत को बदल सकती ...

by MANJRI SHARMA
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"नमस्ते आंटी; मैं नेहा... आपके नए पड़ोसी. वो नवरात्री का आज आखिरी कीर्तन है; तो मम्मी ने आपको बुलाने ...

लक्ष्मी का गृहप्रवेश...

by MANJRI SHARMA
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अरे!! आप... आप लक्ष्मी जी हैं ना..." रमाकांत ने आँखों पर चश्मा लगाते हुए कहा."जी; लेकिन आप कौन? माफ़ ...

पम्मी मम्मी ....

by MANJRI SHARMA
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नमस्ते जी; कैसे हैं आप? अरे!! आपने मुझे पहचाना नहीं. मैं पम्मी; लेकिन मैं पम्मी मम्मी नहीं...रुकिए ज़रा; ठहरिये; ...