...."ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ"......"निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा"....ये मेरी पहली कहानी का पहला भाग है......इसे जी भरकर ...