रक्तिम ने होंठ चबाकर सिर झुका लिया और धीमी आवाज में बोला, "जानता हूँ, मैं तुम्हारे क़ाबिल नहीं वनिता। ...
वनिता ने झट से अपनी कार की खिड़की का शीशा चढ़ा लिया। सिग्नल क्लियर हुआ और कार आगे बढ़ ...
"खूबसूरती न उम्र की मोहताज है न श्रृंगार की। खूबसूरती तो वो है, जो खुशी के रंग से निखरकर ...
मायरा की आवाज़ नीरा को यादों के भंवर से बाहर खींच लाई, “मम्मी भूख लगी है।” “क्या खाओगी?” पूछते ...
तीन बरस बाद वो भी जश्न का ही दिन था। नीरा की शादी के जश्न का दिन। दुल्हन के ...
दो साल गुजर गये। नीरा कॉलेज में आ गई। उस दिन कॉलेज के मेन गेट से बाहर निकलती नीरा ...
वह बारिश से भीगा दिन था। सोलह बरस का विवान स्कूल छूटने के बाद साइकिल चलाता हुआ गिटार क्लास ...
आपके जन्म दिन का उपहार आपकी दोस्त इसाबेला है। आपको जानने का हक है कि आपकी दोस्त और पहला ...
नीरा बरामदे में आराम कुर्सी पर बैठी बारिश की झिलमिलाती बूंदों को टकटकी लगाये देख रही थी। हाथ में ...
इसाबेला को फौरन अस्पताल पहुँचाया गया, पर बचाया न जा सका। ज़िन्दगी के आखिरी लम्हों में मैं उसके साथ ...