मरूभूमि का वह मेघ ; डाक्टर अब्दुल जलील फरीदी (एक स्मृति) ...
मैं रमिया बिहाऱ प्रवास के दौरान दोस्तो को पत्र लिखता रहता था क्योंकि तब मोबाइल की सुविधा नही थी। ...
उसकी कहानी ...
चाहता तो नही था, पर तुम पीछे ही पड़ गए हो तो, बताना ही पड़ेगा कि प्यार के नाम ...
टूटे तारे. (लघु कथा) -ख़ान इशरत परवेज़"क्या लाऊँ, साहब?" बड़ी ...