आज फिर आफ़िस से घर जाने में देरी हो गई, ये कॉलसेन्टर की जोब भी न.पर न चाहते हुए ...
"आ गई मेमसाब गुलछर्रे उड़ाके!! "अभी श्यामली के कदम घरमें पड़ने ही वाले थे की वहीं जम गए."अरे! आप ...