Ashwajit Patil की किताबें व् कहानियां मुफ्त पढ़ें

भाभी के चरण (व्यंग)

by Ashwajit Patil
  • 3.8k

मैं एक टुच्चे से थाने का इंचार्ज तथा पुलिस निरीक्षक था. मेरे सामने बैठा आदमी एक बड़ा उद्योगपति तथा ...

काश…. पहले बता देते !

by Ashwajit Patil
  • 2.4k

काव्या का पंखे से लटका हुआ देह मुझे सोचने पर मजबूर कर रहा था. ये किस्मत का कैसा खेल ...

बेवकूफ (भाग-2)

by Ashwajit Patil
  • 3.1k

अब तक आपने पढ़ा…. संयुक्ता और कमल दोनों खास सहेलियां है. एक अमिर घर में पैदा हुई तो दूसरी ...

बेवकूफ (भाग-1)

by Ashwajit Patil
  • 4.7k

‘औरत’ दिमाग से पूरी तरह पैदल होती हैं, उन्हें आसानी से बेवकूफ बनाया जा सकता है, ऐसी ही सोच ...

प्रमोशन

by Ashwajit Patil
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अनिशा बाथरूम में शीशे के सामने खड़ी होकर अपने चेहरे को ही देखे जा रही थी. उसके चेहरे पर ...

जलन (रहस्य रोमांच कथा - भाग-2)

by Ashwajit Patil
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अब तक आपने पढ़ा – साक्षी का उसके जन्मदिन के पार्टी में खून हो जाता है. इन्सपेक्टर यशोमी साक्षी ...

जलन (रहस्य रोमांच कथा - भाग-1)

by Ashwajit Patil
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आलीशान बंगले के सामने दो हजार वर्ग फुट तक फैले आलीशान लॉन के बीचो-बीच घास पर साक्षी मृतावस्था में ...

शोषण

by Ashwajit Patil
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मदन एक झटके से उठ बैठा. बदहवास सा सबसे पहले उसने अपने जिस्म को टटोला, वह नाईट सुट में ...

उन्नती

by Ashwajit Patil
  • 4.7k

“सत्य को अपने ही जिस्म में ऐसी जगह छुपाते है कि, वह किसी को नजर न आये और अगर ...