प्रेरक कथा कहानियाँ पढ़े और PDF में डाउनलोड करे

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Motivational Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations a...Read More


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Featured Books

बूढ़े मास्टर जी By Ashok Kaushik

दरवाज़े पर घंटी बजी | पत्नी रसोई में व्यस्त थी, तो गोपाल स्वयं ही दरवाज़ा खोलने के लिए उठा |“अरे ..., गुरु जी, आप ....” - गोपाल को अपनी आँखों पर बिलकुल विश्वास नहीं हो रहा था | बीस व...

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गीता से श्री कृष्ण के 555 जीवन सूत्र - भाग 52 By Dr Yogendra Kumar Pandey

भाग 51 जीवन सूत्र 59 और 60जीवन सूत्र 59:मन के दमन के बदले उसे मोड़े दूसरी दिशा मेंभगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है:-कर्मेन्द्रियाणि संयम्य य आस्ते मनसा स्मरन्।इन्द्रियार्थान्विम...

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आदिवासी देवता By नंदलाल मणि त्रिपाठी

तरुण ने डॉ लता से बताया कि उसे मसूरी जाना है मेडिकल कॉन्फ्रेस है एव घूमना भी हो जाएगा डॉ लता ने कहा क्यो न मैं भी तुम्हारे साथ मसूरी चलू घूमना फिरना हो जाएगा तरुण ने कहा मुझे कोई आ...

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करुणा By नंदलाल मणि त्रिपाठी

फोर्टिस के सामने एक दंपति अपने छोटे से बच्चे को राममसनोहर लोहिया अस्पताल गया वहां के डॉक्टरो ने उस बच्चे की गहन जांच की और बताया कि बच्चे के हार्ट वाल में जन्म से ही प्रबल्म है जिस...

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जीवन By Karunesh Maurya

यह कहानी है एक युवक की जो अपने अध्ययन के लिए दूसरे शहर में जाता है। वह नये शहर में रहने के लिए एक किराए के घर में जाता है। उसकी पड़ोसी एक अलग ही किस्म की औरत होती है। वह एक विधवा हो...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

============ स्नेही मित्रों ! सस्नेह नमस्कार आज जबसे मीरा आई थी, भुनभुनाती चली जा रही थी | खासी उम्र है मीरा की | हम सब एक ही कॉलोनी...

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आकर्षक By नंदलाल मणि त्रिपाठी

महाकाल युवा समूह ने कुम्भ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खान पान भंडारे एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था कि जिम्म्मेदारी लिया और महादेव परिवार ने कुम्भ मेले में साफ सफाई की व्यवस्था...

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अंधेरे में खिलता गुलाब By sudha jugran

“अंधेरे में खिलता गुलाब”उससे शिवांगी की मुलाकात बैंक में हुई थी अपने डेविट कार्ड में आ रही परेशानी को ठीक करवाने के दौरान। वह डेविट कार्ड से कोई भी ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर पा रही थी।...

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सफलता की चाबी By Stylish Aishwarya

जाट और बनिया बहुत अच्छे मित्र थे। बनिया बहुत पूजा पाठ करता और जाट को तो पुजा का पता ही नही था, क्या होती है। बनिया हर रोज मंदिर में पूजा करने जाता था। चाहे दुनिया इधर से उधर हो जाए...

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किसान और ईश्वर By Stylish Aishwarya

एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये! हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जा...

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चमत्कार By नंदलाल मणि त्रिपाठी

ओंकारेश्वर में सालिग राम समूह के समर्पण खंडवा के जंगलों एव असा अहीर के किले के दहसत खौफ डर की समाप्ति पर मीडिया ने सुर्खियों में स्थान दिया उस समय सोसल मीडिया व्हाट्सएप ट्यूटर फेसब...

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पश्चाताप By नंदलाल मणि त्रिपाठी

उज्जैन में कुम्भ मेला समाप्त हो चुका था भीड़ भगदड़ के अलावा कोई घटना नही घटित हुई थी। आशीष की मैट्रिक परीक्षाएं शुरू होने वाली थी उसने अपना ध्यान परीक्षाओं पर केंद्रित कर रखा था लेकि...

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क्षमा शक्ति By नंदलाल मणि त्रिपाठी

महाकाल के समीप विशाल पंडाल लगा हुआ था मंदिर न्यास को भयंकर गर्मी के तांडव एव लू के दौरान आम जन के विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया जाना था।देव जोशी जी एव मंदिर न्यास से जुड़े सभी लो...

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धर्म अधर्म By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आशीष इंस्पेक्टर सर्वदमन सिंह एव रम्या रमन कलावती से विदा लेकर उज्जैन के लिए रवाना हुआ उसके मानस पटल पर काशी से बीना तक की यात्रा के एक वर्ष जीवन के कुरुक्षेत्र के संग्राम का एक एक...

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कुरुक्षेत्र By नंदलाल मणि त्रिपाठी

रेलगाड़ी अपनी रफ़्तार से चलती जा रही थी देश के बिभन्न कोनो से बिभन्न जाती धर्मो भाषा के लोग एक साथ आपने अपने गंतव्य की तरफ चले जा रहे थे किसी के बीच कोई बैर भाव नही बल्कि सभी एक दूसर...

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जीवन उत्सव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आशीष रेलगाड़ी से गोरखपुर जंक्सन पर उतर गया रात को ही उसने भोजन किया था एक फूटी कौड़ी उसके पास नही थी यह उसका सौभाग्य ही था कि कप्तान गंज से गोरखपुर के बीच किसी भी टी टी से मुलाकात नह...

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आज ही क्यों नहीं ?? By Dhruv Prajapati

एक बार की बात है एक शिष्य अपने गुरु का बहुत आदर-सम्मान किया करता था | गुरु भी अपने इस शिष्य से बहुत स्नेह करते थे लेकिन वह शिष्य अपने अध्ययन के प्रति आलसी और स्वभाव से दीर्घसूत्री...

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प्रो विकास दिव्यकीर्ति By Gurpreet Singh HR02

आज इस लेख डॉ विकास दिव्यकीर्ति जीवन परिचय में हम जानेंगे कि कैसे वे IAS ऑफिसर की नौकरी छोड़कर शिक्षा और लेखन को अपना वेवशाय बनाया। विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 dec. 1973 में हरियाण...

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क्या आज कल मां बाप पढ़ पाते है अपने बच्चो का मन? - 2 By Mansi

Chep 2 नमस्ते दोस्तो केसे है आप , तो मे आपसे फिर से मिल रही हूं क्या आज कल मा बाप पढ़ पाते है अपने बच्चो का मन? का part 2 के साथ। तो चलिए आज भी में आपको ले चलती हु मेरे मन की बातो...

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तवायफ By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मुसई को जन्म देते ही अनिता चल बसी मंगल को बच्चे के लालन पालन के लिए बड़ी मुश्किलें आने लगी धन दौलत कि कोई कमी नही थी अतः उनके पास गांव वाले नित नए नए प्रस्ताव लेकर उनकी दूसरी शादी क...

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भारत - भारत वर्ष By Gurpreet Singh HR02

भारत का इतिहास कई सहस्र वर्ष पुराना माना जाता है। भारत का प्राचीन नाम अजनाभवर्ष था। ऋषभदेव के सौ पुत्रों में सबसे बड़े पुत्र भरत के नाम पर बाद में भारतवर्ष पड़ा।65,000 साल पहले, पह...

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जीवन का सत्य By Deepak Singh

                                                                           जीवन का सत्य 1-हमें अपने जीवन का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्रता और जिम्मेदारी की आवश्यकता होती है। हमें जो...

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बोलते पत्थर By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सत्तेस गढ़ राजघराना जंगलों के बीच छोटा सा रियासत जिसकी अपनी पहचान धाक हमेशा से रही हैं प्रसिद्ध रहस्यमय उपन्यास के उपन्याकार देवकी नंदन खत्री जी ने अपने उपन्यास चंद्रकांता संतति की...

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इंग्लिश भाषा By Gurpreet Singh HR02

ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेज़ी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेज़ी कहा जा...

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हिंदी भाषा By Gurpreet Singh HR02

इसे सुनेंहिन्दी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है। सामान्यतः प्राकृत की अन्तिम अपभ्रंश अवस्था से ही हिन्दी साहित्य का आविर्भाव स्वीकार किया जाता है। उस समय अपभ्रं...

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काल अभिमान By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मुरलीधरन उम्र के साठ वसंत व्यतीत कर चुके थे उनके पास भरा पूराखुशहाल परिवार एव पर्याप्त धन दौलत रुतबा रसूख था किसी चीज की कोई कमी नही थी नौकर चाकर कीमती गाड़ियां महल जैसी हवेली मुरली...

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नसीहत By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सेठ भौमिक शाह मथुरा के जाने माने प्रतिष्टित व्यवसायी थे शहर में उनका अच्छा ख़ासा रसूख था ।भौमिक शाह के बचपन का दौर बहुत कठिनाईयो में बीता था जब उनका जन्म हुआजनमते मां का स्वर्गवास ह...

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परी और राक्षक की प्रेम कहानी By Brijeshshukla Brijesh

ब्रह्मांड में सात लोक है सबसे ऊपर देवलोक उसके नीचे परीलोक और परीलोक के नीचे सवर्ग लोक के नीचे पृथ्वी लोक जहाँ हम रहते है पृथ्वी लोक के नीचे नरक लोक के नीचे नागलोक और नागलोक के नीचे...

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आदिशक्ति By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आदि शक्ति -भगवान शिव कैलाश पर्वत पर माता पार्वती नंदी गणेश एव गणों के साथ बैठे हुए थे माता पार्वती ने प्रश्न पूछा स्वामी आपने ब्रह्मांड का निर्माण किया और सूर्य मण्डल ग्रह गोचर नक्...

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पंजाबी भाषा By Gurpreet Singh HR02

पंजाबी भाषा का इतिहासपंजाबी एक इंडो-आर्यन भाषा के रूप में शौरसेनी से उतरा है। शौरसेनी की पहचान मध्यकालीन उत्तर भारत की प्रमुख भाषा के रूप में की जाती है। 15 वीं शताब्दी में, सिख धर...

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मीनाक्षी By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मीनाक्षी -धर्म राज अपने पहले चरण की पृथ्वी यात्रा पूर्णकरने के उपरांत कैलाश भगवान शिव के सेवार्थ प्रस्तुत हुये और प्रथम चरण की पृथ्वी यात्रा एव सप्त चिरंजीवी में हनुमान जी से मुलाक...

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ये सब ताड़न के अधिकारी By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

आज मैं आपसे श्री रामचरितमानस की एक ऐसी चौपाई पर चर्चा कर रही हूं जो लंबे समय से विवाद का विषय बनी हुई है। हां जी, आप बुद्धिमान है, आपने बिल्कुल ठीक समझा। आपने तो हमारी बात को कहने...

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आराच पत्रक By नंदलाल मणि त्रिपाठी

-आराच पन्नक-कहानी अतीत कि घटित सत्य घटनाएं जो वर्तमान एव भविष्य के लिए दिशा दृष्टिकोण का मार्ग प्रदान करते हुए शिक्षा एव संवेदनाओ के लिए प्रेरणा परक होते है ।रामायण मर्यादा पुरुषोत...

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अपकर्म By नंदलाल मणि त्रिपाठी

शीर्षक - अपकर्म भारत के महत्पूर्ण नगरी काशी वाराणसी बनारस कि सांस्कृतिक शैक्षिक प्रवृति से विधिवत परिचित हूं अपने पंद्रह वर्षों के प्रवास में बहुत से मित्र एवं शत्रुओं को बनाया सिर...

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बूढ़े मास्टर जी By Ashok Kaushik

दरवाज़े पर घंटी बजी | पत्नी रसोई में व्यस्त थी, तो गोपाल स्वयं ही दरवाज़ा खोलने के लिए उठा |“अरे ..., गुरु जी, आप ....” - गोपाल को अपनी आँखों पर बिलकुल विश्वास नहीं हो रहा था | बीस व...

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गीता से श्री कृष्ण के 555 जीवन सूत्र - भाग 52 By Dr Yogendra Kumar Pandey

भाग 51 जीवन सूत्र 59 और 60जीवन सूत्र 59:मन के दमन के बदले उसे मोड़े दूसरी दिशा मेंभगवान श्री कृष्ण ने गीता में कहा है:-कर्मेन्द्रियाणि संयम्य य आस्ते मनसा स्मरन्।इन्द्रियार्थान्विम...

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आदिवासी देवता By नंदलाल मणि त्रिपाठी

तरुण ने डॉ लता से बताया कि उसे मसूरी जाना है मेडिकल कॉन्फ्रेस है एव घूमना भी हो जाएगा डॉ लता ने कहा क्यो न मैं भी तुम्हारे साथ मसूरी चलू घूमना फिरना हो जाएगा तरुण ने कहा मुझे कोई आ...

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करुणा By नंदलाल मणि त्रिपाठी

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जीवन By Karunesh Maurya

यह कहानी है एक युवक की जो अपने अध्ययन के लिए दूसरे शहर में जाता है। वह नये शहर में रहने के लिए एक किराए के घर में जाता है। उसकी पड़ोसी एक अलग ही किस्म की औरत होती है। वह एक विधवा हो...

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उजाले की ओर –संस्मरण By Pranava Bharti

============ स्नेही मित्रों ! सस्नेह नमस्कार आज जबसे मीरा आई थी, भुनभुनाती चली जा रही थी | खासी उम्र है मीरा की | हम सब एक ही कॉलोनी...

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आकर्षक By नंदलाल मणि त्रिपाठी

महाकाल युवा समूह ने कुम्भ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खान पान भंडारे एवं स्वास्थ्य की व्यवस्था कि जिम्म्मेदारी लिया और महादेव परिवार ने कुम्भ मेले में साफ सफाई की व्यवस्था...

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अंधेरे में खिलता गुलाब By sudha jugran

“अंधेरे में खिलता गुलाब”उससे शिवांगी की मुलाकात बैंक में हुई थी अपने डेविट कार्ड में आ रही परेशानी को ठीक करवाने के दौरान। वह डेविट कार्ड से कोई भी ऑनलाइन पेमेंट नहीं कर पा रही थी।...

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सफलता की चाबी By Stylish Aishwarya

जाट और बनिया बहुत अच्छे मित्र थे। बनिया बहुत पूजा पाठ करता और जाट को तो पुजा का पता ही नही था, क्या होती है। बनिया हर रोज मंदिर में पूजा करने जाता था। चाहे दुनिया इधर से उधर हो जाए...

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किसान और ईश्वर By Stylish Aishwarya

एक बार एक किसान परमात्मा से बड़ा नाराज हो गया ! कभी बाढ़ आ जाये, कभी सूखा पड़ जाए, कभी धूप बहुत तेज हो जाए तो कभी ओले पड़ जाये! हर बार कुछ ना कुछ कारण से उसकी फसल थोड़ी ख़राब हो जा...

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चमत्कार By नंदलाल मणि त्रिपाठी

ओंकारेश्वर में सालिग राम समूह के समर्पण खंडवा के जंगलों एव असा अहीर के किले के दहसत खौफ डर की समाप्ति पर मीडिया ने सुर्खियों में स्थान दिया उस समय सोसल मीडिया व्हाट्सएप ट्यूटर फेसब...

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पश्चाताप By नंदलाल मणि त्रिपाठी

उज्जैन में कुम्भ मेला समाप्त हो चुका था भीड़ भगदड़ के अलावा कोई घटना नही घटित हुई थी। आशीष की मैट्रिक परीक्षाएं शुरू होने वाली थी उसने अपना ध्यान परीक्षाओं पर केंद्रित कर रखा था लेकि...

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क्षमा शक्ति By नंदलाल मणि त्रिपाठी

महाकाल के समीप विशाल पंडाल लगा हुआ था मंदिर न्यास को भयंकर गर्मी के तांडव एव लू के दौरान आम जन के विशेष सहयोग के लिए सम्मानित किया जाना था।देव जोशी जी एव मंदिर न्यास से जुड़े सभी लो...

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धर्म अधर्म By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आशीष इंस्पेक्टर सर्वदमन सिंह एव रम्या रमन कलावती से विदा लेकर उज्जैन के लिए रवाना हुआ उसके मानस पटल पर काशी से बीना तक की यात्रा के एक वर्ष जीवन के कुरुक्षेत्र के संग्राम का एक एक...

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कुरुक्षेत्र By नंदलाल मणि त्रिपाठी

रेलगाड़ी अपनी रफ़्तार से चलती जा रही थी देश के बिभन्न कोनो से बिभन्न जाती धर्मो भाषा के लोग एक साथ आपने अपने गंतव्य की तरफ चले जा रहे थे किसी के बीच कोई बैर भाव नही बल्कि सभी एक दूसर...

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जीवन उत्सव By नंदलाल मणि त्रिपाठी

आशीष रेलगाड़ी से गोरखपुर जंक्सन पर उतर गया रात को ही उसने भोजन किया था एक फूटी कौड़ी उसके पास नही थी यह उसका सौभाग्य ही था कि कप्तान गंज से गोरखपुर के बीच किसी भी टी टी से मुलाकात नह...

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आज ही क्यों नहीं ?? By Dhruv Prajapati

एक बार की बात है एक शिष्य अपने गुरु का बहुत आदर-सम्मान किया करता था | गुरु भी अपने इस शिष्य से बहुत स्नेह करते थे लेकिन वह शिष्य अपने अध्ययन के प्रति आलसी और स्वभाव से दीर्घसूत्री...

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प्रो विकास दिव्यकीर्ति By Gurpreet Singh HR02

आज इस लेख डॉ विकास दिव्यकीर्ति जीवन परिचय में हम जानेंगे कि कैसे वे IAS ऑफिसर की नौकरी छोड़कर शिक्षा और लेखन को अपना वेवशाय बनाया। विकास दिव्यकीर्ति का जन्म 26 dec. 1973 में हरियाण...

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क्या आज कल मां बाप पढ़ पाते है अपने बच्चो का मन? - 2 By Mansi

Chep 2 नमस्ते दोस्तो केसे है आप , तो मे आपसे फिर से मिल रही हूं क्या आज कल मा बाप पढ़ पाते है अपने बच्चो का मन? का part 2 के साथ। तो चलिए आज भी में आपको ले चलती हु मेरे मन की बातो...

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तवायफ By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मुसई को जन्म देते ही अनिता चल बसी मंगल को बच्चे के लालन पालन के लिए बड़ी मुश्किलें आने लगी धन दौलत कि कोई कमी नही थी अतः उनके पास गांव वाले नित नए नए प्रस्ताव लेकर उनकी दूसरी शादी क...

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भारत - भारत वर्ष By Gurpreet Singh HR02

भारत का इतिहास कई सहस्र वर्ष पुराना माना जाता है। भारत का प्राचीन नाम अजनाभवर्ष था। ऋषभदेव के सौ पुत्रों में सबसे बड़े पुत्र भरत के नाम पर बाद में भारतवर्ष पड़ा।65,000 साल पहले, पह...

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जीवन का सत्य By Deepak Singh

                                                                           जीवन का सत्य 1-हमें अपने जीवन का निर्णय लेने के लिए स्वतंत्रता और जिम्मेदारी की आवश्यकता होती है। हमें जो...

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बोलते पत्थर By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सत्तेस गढ़ राजघराना जंगलों के बीच छोटा सा रियासत जिसकी अपनी पहचान धाक हमेशा से रही हैं प्रसिद्ध रहस्यमय उपन्यास के उपन्याकार देवकी नंदन खत्री जी ने अपने उपन्यास चंद्रकांता संतति की...

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इंग्लिश भाषा By Gurpreet Singh HR02

ऐतिहासिक दृष्टि से, अंग्रेज़ी भाषा की उत्पत्ति ५वीं शताब्दी की शुरुआत से इंग्लैंड में बसने वाले एंग्लो-सेक्सन लोगों द्वारा लायी गयी अनेक बोलियों, जिन्हें अब पुरानी अंग्रेज़ी कहा जा...

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हिंदी भाषा By Gurpreet Singh HR02

इसे सुनेंहिन्दी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है। सामान्यतः प्राकृत की अन्तिम अपभ्रंश अवस्था से ही हिन्दी साहित्य का आविर्भाव स्वीकार किया जाता है। उस समय अपभ्रं...

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काल अभिमान By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मुरलीधरन उम्र के साठ वसंत व्यतीत कर चुके थे उनके पास भरा पूराखुशहाल परिवार एव पर्याप्त धन दौलत रुतबा रसूख था किसी चीज की कोई कमी नही थी नौकर चाकर कीमती गाड़ियां महल जैसी हवेली मुरली...

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नसीहत By नंदलाल मणि त्रिपाठी

सेठ भौमिक शाह मथुरा के जाने माने प्रतिष्टित व्यवसायी थे शहर में उनका अच्छा ख़ासा रसूख था ।भौमिक शाह के बचपन का दौर बहुत कठिनाईयो में बीता था जब उनका जन्म हुआजनमते मां का स्वर्गवास ह...

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परी और राक्षक की प्रेम कहानी By Brijeshshukla Brijesh

ब्रह्मांड में सात लोक है सबसे ऊपर देवलोक उसके नीचे परीलोक और परीलोक के नीचे सवर्ग लोक के नीचे पृथ्वी लोक जहाँ हम रहते है पृथ्वी लोक के नीचे नरक लोक के नीचे नागलोक और नागलोक के नीचे...

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आदि शक्ति -भगवान शिव कैलाश पर्वत पर माता पार्वती नंदी गणेश एव गणों के साथ बैठे हुए थे माता पार्वती ने प्रश्न पूछा स्वामी आपने ब्रह्मांड का निर्माण किया और सूर्य मण्डल ग्रह गोचर नक्...

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पंजाबी भाषा By Gurpreet Singh HR02

पंजाबी भाषा का इतिहासपंजाबी एक इंडो-आर्यन भाषा के रूप में शौरसेनी से उतरा है। शौरसेनी की पहचान मध्यकालीन उत्तर भारत की प्रमुख भाषा के रूप में की जाती है। 15 वीं शताब्दी में, सिख धर...

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मीनाक्षी By नंदलाल मणि त्रिपाठी

मीनाक्षी -धर्म राज अपने पहले चरण की पृथ्वी यात्रा पूर्णकरने के उपरांत कैलाश भगवान शिव के सेवार्थ प्रस्तुत हुये और प्रथम चरण की पृथ्वी यात्रा एव सप्त चिरंजीवी में हनुमान जी से मुलाक...

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ये सब ताड़न के अधिकारी By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

आज मैं आपसे श्री रामचरितमानस की एक ऐसी चौपाई पर चर्चा कर रही हूं जो लंबे समय से विवाद का विषय बनी हुई है। हां जी, आप बुद्धिमान है, आपने बिल्कुल ठीक समझा। आपने तो हमारी बात को कहने...

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आराच पत्रक By नंदलाल मणि त्रिपाठी

-आराच पन्नक-कहानी अतीत कि घटित सत्य घटनाएं जो वर्तमान एव भविष्य के लिए दिशा दृष्टिकोण का मार्ग प्रदान करते हुए शिक्षा एव संवेदनाओ के लिए प्रेरणा परक होते है ।रामायण मर्यादा पुरुषोत...

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अपकर्म By नंदलाल मणि त्रिपाठी

शीर्षक - अपकर्म भारत के महत्पूर्ण नगरी काशी वाराणसी बनारस कि सांस्कृतिक शैक्षिक प्रवृति से विधिवत परिचित हूं अपने पंद्रह वर्षों के प्रवास में बहुत से मित्र एवं शत्रुओं को बनाया सिर...

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