जुनून - इश्क या बदले का... - उपन्यास
Princess
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
ये कहानी ऐसे चार लोगों कि है । जिनकी पर्सनालिटी भले ही अलग हो पर फिर भी एक दूसरे से किसी ना किसी तरीके से कनेक्टेड है ! तो कैसी होगी इन दोनों कपल कि ये सस्पेंस / थ्रिलर ...और पढ़ेएक्शन से भरी लव स्टोरी.....? जिस मे जुनून से भरा इश्क है तो बदले कि आग भी है ! जानने के लिए पढ़िए " junoon - ishq ya badle ka......❤
Episode...1
लंदन....??? एक बड़ी सी बिल्डिंग के 46st फ्लोर पर मास्टर बेडरूम में एक लड़की किंग साइज बेड पर अपने बड़े से teddy bear को हग किए हुए सोई है ! जिस से वो लड़की छोटे बच्चे के जैसे लग रही है !
रूम की सीलिंग को ऐसे डिजाइन किया गया है जिस से बाहर का पूरा आसमान दिखे | उस रूम में अटैच एक बड़ी सी बालकनी है ! जो हल्की खुली हुई है ! जिस से सूरज की किरणे उस लड़की पर पड़ रही हैं! जिस से उसका खूबसूरत चेहरा और चमक रहा है!
बेड के साइड टेबल पर रखा मोबाइल वाइब्रेंट हो रहा हैं ! क्यों की मोबाइल साइलेंट मूड पर हैं ! इसी लिए उस की रिंगटोन सुनाइ नही दे रही | और "हमारी प्रिंसेस "तो दुनिया से बेखबर अपनी ग़हरी नींद में सो रही हैं ! "
ये कहानी ऐसे चार लोगों कि है । जिनकी पर्सनालिटी भले ही अलग हो पर फिर भी एक दूसरे से किसी ना किसी तरीके से कनेक्टेड है ! तो कैसी होगी इन दोनों कपल कि ये सस्पेंस / थ्रिलर ...और पढ़ेएक्शन से भरी लव स्टोरी.....? जिस मे जुनून से भरा इश्क है तो बदले कि आग भी है ! जानने के लिए पढ़िए " junoon - ishq ya badle ka......Episode...1 लंदन.... एक बड़ी सी बिल्डिंग के 46st फ्लोर पर मास्टर बेडरूम में एक लड़की किंग साइज बेड पर अपने बड़े से teddy bear को हग किए हुए सोई है !
आरव का ऑफिस ........ रोहन आरव के ऑफिस पोहोंचता हैं । और अपनी कार को पार्क कर ऑफिस की बिल्डिंग में एंटर करता है । ऑफिस के सारे एम्पलॉइज रोहन को बोहोत अच्छे से जानते है । क्यों की ...और पढ़ेआरव का दोस्त हैं ! इसी लिए अक्सर यहां आता - जाता रेहता है। सारे एम्पलॉइज रोहन को देख उसे ग्रिट कर ते है । रोहन भी स्माइल कर ते हुए अपना सिर हिला देता है । और आरव की प्राइवेट लिफ्ट में जाके वो 48st फ्लोर का बटन प्रेस करता है लिफ्ट 48st फ्लोर पर रुकती है । तो
कैफे एंट्रेंस पर ........... सिमरन ने अपने कदम अपनी टेबल की और बढ़ा देती है । वो बस कुछ कदम ही चली थी के पीछे से किसी ने उस के सॉल्डर पर अपना हाथ रख दिया । किसी का ...और पढ़ेअपने सॉल्डर पर मेहेसूस होते ही वो वही रुक जाती है । उस के पैर वही जम से जाते है । उसे डर था कि कहीं किसी ने उसे यहां ऐसे देख तो नहीं लिया । वो ख़ुद को नॉर्मल कर धीरे से पिछे मूडती है । और वो अपना सर थोड़ा उठा के सामने खड़े सक्स को देख ती
सिमरन घर पोहोंचति है । तो उसे दादी जान कहीं नहीं दिखती , तो वो एक मेड को बुला के पूछती है। तो मेड उसे बताती है , कि दादी जान किचन मे खाना बनवा रही है। मेड की ...और पढ़ेसुन उसे ओके केहके वो अपने कमरे में चली जाती हैं ! मेड भी किचन में जाके सिमरन के घर आने कि बात दादी जान को बता देती है । वही सिमरन कमरे में आके अपने लिए एक टी शर्ट और शॉट्स निकालती है । और फ्रेश होने वॉशरूम मे चली जाती है ! फ्रेश होकर बाहर आने के बाद
अचानक फायरिंग शुरू हो जाने के कारण वो लोग संभल नहीं पाते और तीन चार लोगों कि तो वही बली चढ़ जाती है । वो लोग भी छुप जाते हैं और फायरिंग शुरू कर देते है। अब दोनो तरफ ...और पढ़ेफायरिंग शरू हो गई थी । कुछ देर ऐसे ही फायरिंग कर ने के बाद दिव्या अपनी टीम को आंखो से इशारा करती है। दिव्या का इशारा पाते ही वो लोग समझ जाते है । कार्तिक अपनी जैकेट से टाइमर बॉम्ब निकालता है। और उस मे दो मिनिट का टाइम सेट कर चुपके से उसे ट्रक के नीचे फेंक देता
इसे तो अब हम बताते हैं । इतना सोच वो आरव की कलाई पकड़ लेती है । जो बस कुछ ही कदम आगे बढ़ा था। आरव को जब अपनी कलाई पर किसी का हाथ महसूस होता है तो वो ...और पढ़ेका वही जम जाता है । आरव की दिल कि धड़कने अचानक से बढ़ जाती है । ये दुसरी बार था जब उस के साथ ऐसा कुछ हुआ था। पहली बार तब जब वो पेंडेंट वाली लड़की ने उसे छुआ था । आरव अपनी आंखे कस के बंद कर देता है । उस का दिल इतनी जोरों से धड़क रहा
आरव कि तंद्रा तब तुटती है जब रवी उसे पुकारता है। सर हमे अब चलना चिहिए आपकी फैमिली आपका वेट कर रही होगी । आरव उसकी बात सुन के जाके अपनी दूसरी कार में बैठ जाता है । और ...और पढ़ेभी कार में आके ड्राइविंग सीट पर बैठ कर ड्राइव कर ने लगता है ।तो वही आरव कार कि खिड़की से बाहर देखने लगता है । सिमरन वहां से गुस्से मे निकलती है । वो एक पेड़ के पास जाके खड़ी हो जाती है । वो पहले अपने बिखरे हुए बालों को ठीक करती है।और अपने बैग से एक छोटा
जब सिमरन पलटती है । तो आरव और सिमरन की आंखे एक दूसरे से मिलती है । और वो दोनो अपनी आंखे बड़ी बड़ी करके एक दूसरे को शॉक्ड होकर देख रहे थे। उन दोनों के मुंह से एक ...और पढ़ेबस एक ही शब्द निकलता है । तुम .....? उन दोनों के इतने ज़ोर से चिल्लाने से सब लोग उन्हें देखने लगते है। तो वही सिमरन उसे यहां अपने सामने देख अब तक तो समझ हि चुकी थी । कि ये जनाब यहीं रहते है । वो अपना मुंह अजीब सा बनाके अपने मन में केहती है । ( क्या
आरव गुस्से से चीखते हुए कहेता है । just shut up .... बस बोहोत हुआ तुम अभी के अभी निकलो मेरे घर से right now मे तुम्हे एक और सेकंड भी यहां नहीं झेल सकता ।तो मत झेलो कौन ...और पढ़ेरहा है , कि तुम मुझे झेलो ?दरवाज़ा उस तरफ़ है । सिमरन दरवाजे कि तरफ पॉइंट आऊट करते हुए आगे केहती है । चलते बनो , मेरी बला से तुम मुझे मेरे ही घर से झाने को बोल रही हो। आरव अपनी मुट्ठी को कसकर भींच लेता है । और अपने गुस्से को काबू करते हुए कहेता है।मे कहां
आरू सिमरन को उसका कमरा दिखा देती है। जो आरव के कमरे के ठीक बाजू वाला कमरा था । सिमरन उसे थैंक्यू केहती है । और वो अपने दोनों सूटकेस को क्लोसेट रूम कि तरफ़ ले जाती है। वो ...और पढ़ेरेड वाले सूटकेस में से कपड़े निकाल कर उसे अच्छी तरह से जमा देती है। और अपने ब्लैक कलर के सूटकेस को वही एक कोने मे रख देती है।और अपने लिए कपड़े लेके वॉशरूम मे चली जाती है।वही लंदन मे ...अक्षय का ऑफिस ( Roy group of Industries )अक्षय अपने केबिन में कुछ फाइलस् पे सिग्नेचर करने में बिज़ी था।
अहमदाबाद में... दिव्या का अपार्टमेंट.. दिव्या , काव्या , कार्तिक और अमय वो सब डाइनिंग टेबल पर बैठ कर खाना खा रहे थे। दिव्या अपनी प्लेट में चम्मच घुमाते हुए कुछ सोच रही थी। तभी काव्या उसे ऐसा करता ...और पढ़ेअपना एक हाथ उसके आगे हिलाते हुए कहती है। अरे मैडम किस के सपनों में खोई हुई हो , खाना ठंडा हो रहा है । काव्या के ऐसे करने से दिव्या अपने सेंस में वापस आती है । दिव्या:- हम किसी के भी सपनों में नहीं खोई हुए थे। इतना केहकर वो अपना सर खुजला ते हुए अपनी बात को
अगली सुबह...सिमरन आज जल्दी ही उठ गई थी । इसी लिए वो रेडी होके नीचे चली जाती है। जब वो नीचे आती है तो उसे कोई नहीं दिखता तो वो समझ जाती है कि अभी तक सब सो रहे ...और पढ़ेतो वो घर के मंदिर कि तरफ़ चली जाती है। चाहे दादी कितनी भी मॉर्डन जमाने कि क्यों ना हो । पर सिमरन जानती है कि वो पूजा पाठ में भी बोहोत मानती है। और रोज़ सुबह पूजा करती है।इसीलिए सिमरन मंदिर में जाके वहां कि साफ़ सफाई अच्छे से कर देती है । फिर वो कान्हा जी कि फूलों
रवि कि पूरी बात सुन कर , दादी सिमरन को एक नजर देखते हुए आरव से कहती हैं। अगर तुम्हे कोई प्रॉब्लम ना हो , तो क्यू ना तुम सिमरन को ही अपनी पर्सनल सेक्रेटरी बनालो ..?..दादी कि बात ...और पढ़ेसिमरन जो खा रही थी , वो उसके गले में ही अटक जाता है। और वो जोर जोर से खांसने लगती है। सिमरन को ऐसे खांसता देख सब लोग परेशान हो जाते हैं। प्रांजलि जल्दी उठ कर उसे पानी का ग्लास देती है , और उसकी पीठ को सहलाने लगती है। ताकि उसे खांसी से आराम मिल सके । सिमरन
आरव का ऑफिस... सिमरन की केब ASR group of institutions के सामने आके रुकती है। ( दादी ने सिमरन से कहा था कि , वो उनकी कार लेकर जाए । लेकिन सिमरन उनसे मना करते हुए कहती है , ...और पढ़ेवो वहा किसी के गॉसिप का टॉपिक नहीं बनना चाहती , क्योंकि रजावत फैमिली कि कार को हर कोई पहचानता है। इसी लिए उसने अपने लिए केब बुक कर दी। ) सिमरन केब से उतर कर ड्राईवर को पैसे देती है। ऑफिस कि बिल्डिंग के अंदर चली जाती है। वो सीधे रिसेप्शन एरिया कि तरफ जाती है। उनसे रवी के
आरव का केबिन... रवि केबिन का डोर नॉक करता है , तो आरव अंदर से ही came in कहता है । रवि सिमरन के साथ केबिन मे एंटर करता है । रवि अपने बॉस को ग्रिट करता है ।जो ...और पढ़ेलैपटॉप पर कुछ काम कार रहा था । आरव रवी से दो कप कॉफी लाने को केहता है । तो रवी कॉफी लेने केबिन से बाहर चला जाता है । वही आरव सिमरन को अपने सामने वाली चेयर पर बैठने का इशारा करता है। सिमरन भी उसके सामने वाली चेयर पर आके बैठ जाती है। So all your formalities are
सिमरन जैसे तैसे करके अपने गीले कपड़े निकालती है । और चेंज करने लगती है ।उसी वक्त आरव वॉशरूम का दरवाज़ा नॉक करके सिमरन से पूछता है ।तुम्हारे कपड़ों का साइज क्या है ..?..सिमरन लगभग चिल्लाते हुए :- what ...और पढ़ेक्या बोल रहे हो तुम ..?..आरव चीड़ कर :- बिना तुम्हारे कपड़ों के साइज के बारे में जाने , कपड़े कैसे मंगवाऊंगा में , या तुम्हे अपने वही गीले कपड़े पहन कर घर जाना है ..!आरव की बात सुनकर सिमरन थोड़ा नॉर्मल होती है , और वो आरव को अपने कपड़ों का साइज बता देती है । और उसे सेम
आरव केबिन का डोर नॉक होता है , आरव जाके डोर खोलता है , तो सामने रवी था जिस ने अपने हाथ में एक बेग पकड़ा हुआ था । आरव उससे बेग लेकर उसे जाने को बोलता है । ...और पढ़ेके मन में बोहोत सारे सवाल चल रहे थे , लेकिन उसकी हिम्मत नहीं होती , अपने शैतान बॉस को कुछ भी पूछने कि , पता नहीं कब वो उसके गुस्से का शिकार बन जाए । इसीलिए वो वहां से खिसक लेता है । आरव वापस सिमरन के पास आके उसे वो बेग थमा देता है । और रूम से
अहमदाबाद...राठौड़ पैलेस...दिव्या कि कार एक मेन गेट सामने जाके रुकती है। और वो अपने हैंड बैग से एक छोटा सा रिमोट निकालती है , और उसे वो गेट के सामने कि तरफ़ करके उसका एक बटन प्रेस कर देती ...और पढ़े, जिस से वो गेट अपने आप ही खुल जाता है । और कुछ ही सेकंड में अपने आप ही बंद हो जाता है।ये रिमोट specially घर के फैमिली मेंबर्स के लिए ही बनवाया गया है । जो उनके पास ही होता है और किसी के पास नहीं । पूरे पैलेस मे बोहोत ही टाईट सिक्योरिटी है । जिस कि
दिव्या अपने कान को हल्के हाथ से रब करते हुए मुंह बना कर दादी सा से , " आज तो आपने हमारे कान कि बैंड ही बजा दी ।"लेकिन जल्दी ही उसके चेहरे पर स्माइल आ जाती है । ...और पढ़ेवो जट से दादी सा को गले लगा कर केहती है , " आप हमारे कान खींचो के थप्पड़ मारो लेकिन हम फिर भी घर में सब से ज्यादा प्यार आप ही से करते हैं , क्योंकि आप हमारी दादी सा से ज्यादा हमारी दोस्त हैं । मोम , डेड के जाने के बाद आप ही ने तो हम तीनों
आरव ने पहले ही घर में इन्फॉर्म कर दिया था , कि सिमरन उसके साथ ही office hours ख़त्म होने के बाद वापस आएगी । इसी लिए दादी ने उनसे कुछ नहीं पूछा ।सिमरन सीधा अपने कमरे में चली ...और पढ़ेहै , और आरव भी अपने कमरे कि तरफ चल देता है ।डाइनिंग एरिया...सब एक एक करके डिनर के लिए डाइनिंग टेबल पर आके बैठ जाते हैं । दादी सिमरन से उसके आज के दिन के बारे में पूछती है , तो सिमरन को समझ में ही नहीं आता की वो उन्हे क्या ही कहे , कि वो बस आज
आरव अपने रोज़ के रूटीन के अकोडिंग सुबह जल्दी ही उठ जाता है , अपने घर में बने जिम में वर्कआउट करने चले जाता है । एक घंटे बाद वर्कआउट करने के बाद अपने कमरे में वापस आ जाता ...और पढ़ेऔर सीधा वॉशरूम मे फ्रेश होने चला जाता है ।वही सिमरन भी आज जल्दी उठ जाती है , क्योंकि आज उसका ऑफिस में पहला दिन जो है । और उसी लिए को लेट बिल्कुल भी नहीं होना चाहती थी ।डाइनिंग हॉल...घर के सब लोग डाइनिंग टेबल पर आके ब्रेकफास्ट करना शुरू करते हैं ।दादी कि नजर कबसे आरव पर थी
आरव का ऑफिस...सिमरन ऑफिस पोहॉच कर सीधा रवी के केबिन में चली जाती है , तो रवी उसे अपने साथ आद्या के केबिन कि तरफ ले जाता है । जो कि आरव के केबिन के सामने वाला केबिन था ...और पढ़ेऔर जल्द ही सिमरन का केबिन होने वाला था ।आद्या के केबिन में पोहोच कर रवी उन दोनों का आपस में इंट्रोडक्शन करवाता है , और आद्या से सिमरन को सारा काम समझाने को केहता है । कि तभी उसके मोबाईल पर आरव का कॉल आता है ।रवि कॉल उठाता है , तो आरव उसे सिमरन और आद्या को अपने
इसीलिए सिमरन मन मारकर रवी और आद्या को बाय बोल श्याम के साथ आरव की कार कि तरफ़ चल देती है।सिमरन के जाने के बाद रवी और आद्या कार मे बैठते हैं , और वहां से निकल जाते हैं ...और पढ़ेआद्या को कुछ भी अजीब नहीं लगता सिमरन का आरव के साथ उसकी कार से जाना , क्योंकि रवी ने उसे पहले ही सिमरन के बारे में बता दिया था ।सिमरन और श्याम कार के पास आते ही , श्याम आगे बढ़कर कार का बैक डोर खोलता है , तो सिमरन अंदर जाके बैठ जाती है , जहां आरव पहले
" मुझे सेक्रेटरी के साथ साथ अपनी असिस्टेंट भी तो बना लिया है इस पागल इंसान ने , पता नहीं में इतने वर्कलोड़ के साथ अपना काम कैसे करूंगी " सिमरन बिना कुछ सोचे समझे बेखयाली में कुछ भी ...और पढ़ेदेती हैं । लेकिन उसे तुरंत अपनी ग़लती का एहसास होता है । कि अभी अभी उसने क्या बोल दिया ।वो बिल्कुल भी नहीं चाहती थी के उसकी वजह से कभी भी दादी और आरव के बीच कोई लड़ाई या बहेस हो ।सिमरन की बात सुन दादी गुस्से से आरव की तरफ देखकर उसे कुछ बोलने ही वाली थी कि
" अगर तुम घरके बाहर खड़े भी हो , तो उसमे हमे कॉल क्यों..." दिव्या इतना कहते कहते अचानक रुक जाती है । जब उसे रियलाइज होता है , कि अभी अभी अक्षय ने उसे क्या कहा...? " मे ...और पढ़ेघर के बाहर खड़ा हूं , मतलब वो हमारे घर के बाहर खड़ा है ।" ये विचार अपने मन मे आते ही वो लगभग अपने बेड से कूदते हुए शौक के मारे चिल्लाकर कहती है , " what "... ?अक्षय जल्दी से फोन को कान से दूर करता है , और उसकी स्क्रीन को देखते हुए खुद से ही ,
" हम क्या तुम्हारे नोकर है , जो तुम हमे ऑडर दे रहे हो , अगर इतनी ही भूख लगी है , तो जाके खुद बना लो और खाओ वरना भूखे ही सो जाओ , हमारी बलासे " , ...और पढ़ेमुंह बनाकर केहाती है ।" तुम सच मे मेरे लिए खाना नहीं बनाओगी...? , अक्षय एक डेविल स्माइल के साथ उसकी तरफ आगे बढ़ते हुए केहता है ।अक्षय को अपनी तरफ आता देख दिव्या अपने स्टेप पिछे लेते हुए , " नहीं बनाएंगे हम तुम्हारे लिए कोई खाना वाना क्या कर लोगे तुम " ....इतना कहते कहते वो सीढ़ियों तक
मुंबई...सिमरन अपने फ्लैट कि बिल्डिंग के पार्किंग एरिया में अपनी कार पार्क करती है । और कार से उतर कर वो लिफ्ट में जाके टॉप फ्लोर का बटन प्रेस करती है । लिफ्ट जैसे ही टॉप फ्लोर पर आके ...और पढ़ेहैं । सिमरन बाहर निकलकर अपने फ्लैट के सामने जाके उसकी बेल बजाती है ।बेल कि आवाज़ सुनकर दीपिका जाके डोर खोलती है । तो सामने सिमरन खड़ी थी , वो उसके थोड़ी साइड हो जाती है , तो सिमरन अंदर आके अपने sunglasses निकालती हैं ।दीपिका डोर बंद करके , सिमरन की तरफ़ मूड कर उसे एक टाईट हग
फिर वो चारों मिलकर प्लान बनाते है कि उन्हे आगे क्या करना है , थोड़ी देर डिस्कस कर लेने के बाद सिमरन सब को बाय बोलकर वहां से निकल जाती हैं ।काजल बस दरवाजे को देखे जा रही थी ...और पढ़ेजहां से अभी अभी सिमरन गई थी । जैसे वो कुछ सोच रही हो ।नील कबसे ये देख रहा था कि काजल कहीं खोई हुई है , तो वो काजल के चेहरे के सामने चुटकी बजाते हुए कहता है , " अरे कहां चली गई आप मैडम जी , इसी धरती पर हो ना , कि कहीं किसी और ही
राजावत पैलेस...अगले दिन आरव अपने रोज़ के रूटीन के अकॉडिंग एक घंटा जिम में बिताने के बाद , वो शावर लेने चला जाता है ।सिमरन आज जल्दी रेडी होकर बिना ब्रेकफास्ट किए ही ऑफिस के लिए निकल जाती है ...और पढ़ेक्यों कि आरव ने उसे एक प्रोजेक्ट कि फाइल रेडी करने को दी थी , जो वो कल नहीं कर पाई थी जिसे वो ऑफिस जल्दी जाकर करने का सोचती हैं ।आरव रेडी होकर नीचे आ जाता है , और डाइनिंग टेबल पर आके ब्रेकफास्ट करने बैठ जाता है , उसे डाइनिंग टेबल पर सब लोग दिखते है , लेकिन
आरव का ऑफिस...सिमरन ऑफिस पोहच कर अपनी फाइल कंप्लीट कर देती है ,और वो उस फाइल को आरव के केबिन में रख आती हैं ।उसे बोहोत जोरों कि भूख लग रही थी तो वो ऑफिस केंटीन में जाके ब्रेकफास्ट ...और पढ़ेका सोचती है । और अपने केबिन से नीकल कर ऑफिस केंटीन की तरफ चली जाती है । तो उसे रास्ते में राहुल मिल जाता है , और वो राहुल को भी अपने साथ ब्रेकफास्ट करने के लिए पूछती है , तो राहुल भी खुशी खुशी हा केह देता है ।उसके लिए तो ये अच्छा मौका था , सिमरन के
आरव कम इन कहता है , तो सिमरन अंदर आ जाती है । आरव को ग्रिट करके उसे उसके पूरे दिन का शेड्यूल बता देती हैं ।तभी रोहन अपनी चेयर से उठ कर सिमरन के सामने अपना एक हाथ ...और पढ़ेबढ़ाते हुए , " hi , मेरा नाम रोहन कश्यप है , और मे तुम्हारे इस बॉस का ( वो आरव की तरफ एक नजर देख कर ) चाइल्डहुड बेस्ट फ्रेंड हूं ।सिमरन भी एक स्माइल के साथ उससे हाथ मिलाते हुए , hi, मेरा नाम सिमरन राठौड़ है ।( रोहन तो काफी ज्यादा हैरान था , उसकी खूबसूरती देख