हमे तुमसे प्यार है - उपन्यास
Harshali
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
बारिश का मौसम था । बाहर जोर दार बारिश हो रही थी । और उसी बारिश में रेवा अपनी जान बचाने के लिए भागे जा रही थी। उसके पीछे ५/६ लोग पड़े हुए थे जिनके नजरों मैं हवस साफ ...और पढ़ेदिख रही थी। रेवा इतनी थक चुकी थी की अब धीरे धीरे अपने होश खो रही थी। भागते भागते रेवा का पैर नीचे एक पत्थर से टकरा गया वो गिरने ही वाली थी की किसी ने उसे थाम लिया और अपनी बाहों मैं भर लिया। जैसे ही उन आदमियों ने उस शक्स को देखा सभी के पसीने छूटने लगे और
बारिश का मौसम था । बाहर जोर दार बारिश हो रही थी । और उसी बारिश में रेवा अपनी जान बचाने के लिए भागे जा रही थी। उसके पीछे ५/६ लोग पड़े हुए थे जिनके नजरों मैं हवस साफ ...और पढ़ेदिख रही थी। रेवा इतनी थक चुकी थी की अब धीरे धीरे अपने होश खो रही थी। भागते भागते रेवा का पैर नीचे एक पत्थर से टकरा गया वो गिरने ही वाली थी की किसी ने उसे थाम लिया और अपनी बाहों मैं भर लिया। जैसे ही उन आदमियों ने उस शक्स को देखा सभी के पसीने छूटने लगे और
अगले दिन सुबह : रेवा कंपनी मैं जाने के लिए रेडी हो रही थी । वो आइने में देखकर अपने गीले बाल सुखा ही रही थी तभी दरवाजे पर एक सर्वेंट ने नॉक करते हुए कहा – मैडम वो ...और पढ़ेने आपको ये जूस लेकर बुलाया है ! .ये अनय खुद को समझते क्या है , में क्या उनकी नौकर हूं जो ये सब काम करूंगी – रेवा ने चिड़ते हुए कहा । सर्वेंट ने वो ग्लास रेवा के हाथों मैं पकड़ा दिया और वहा से चला गया। क्या क्या करना पड़ रहा है मुझे !! रेवा बड़बड़ाई और जूस
रेवा अंदर केबिन मैं गई । अनय ने रेवा को एक कोल्ड सा लुक दिया और उससे कहा – बहुत हसी आ रही है ना तुम्हे ? में तुम्हे यहा काम करने लाया हूं हसी मजाक करने नही। जाओ ...और पढ़ेलिए कॉफी लेकर आओ अनय ने ऑर्डर देते हुए कहा । अनय ये आपका घर नही है जो आप मुझे ऑर्डर दे रहे है , में क्यूं लाऊ आपके लिए कॉफी ? रेवा ने मना करते हुए कहा । क्योंकि तुम मेरी पर्सनल सेक्रेटरी हो ! अनय के मुंह से ये बात सुनकर रेवा ने चिल्लाते हुए कहा– क्या !
उसके अगले ही पल अनय अपने शर्ट के बटंस खोलकर रेवा के करीब जाने लगा। जब रेवा ने ये देखा तब उसने चिल्लाते हुए कहा – अनय ये क्या कर रहे है आप ! दूर रहिए मुझ से ! ...और पढ़ेने रेवा की बात को इग्नोर करके रेवा की सीट को पीछे की और कर दिया और अपने दोनो हाथो से रेवा को घेर लिया । क्या कहा था तुमने मुझे ? की मेरी शक्ल बंदर जैसी है राइट? तुम एक मौका नहीं छोड़ती मेरा इगो हर्ट करने का और मेरा इगो हर्ट करने की सजा तुम अभी भूगत रही
कमरे में जाकर रेवा फूट फूट कर रोने लगी। अनय का एक एक शब्द अभी भी उसके दिमाग मैं घूम रहा था ।।उसने अपने आसू पोछे और फर्स्ट एड बॉक्स निकालकर अनय के रूम की ओर चली गई। उसने ...और पढ़ेकी अनय सो रहा था । रेवा अनय के कमरे गई और उसके बेड के करीब बैठ गई। रेवा ने अनय के पैर को देखा जो की पूरा लाल हो चुका था । रेवा ने बॉक्स से क्रीम निकाली और अनय के पैरो पर हल्के से लगाने लगी । रेवा को बुरा लग रहा था क्युकी आज उसकी वजह से
तभी अनय के फोन पर एक मेसेज आता है जिसे पढ़कर वो रेवा को रोकते हुए कहता है – रेवा ! मैंने तुम्हे कहा बाहर जाने के लिए मैने कहा था ना तुम्हे की मुझे बिताए बिना तुम कही ...और पढ़ेजाओगी !रेवा ने पीछे मुड़कर कहा – हा ! लेकिन कम्पनी नही जाना क्या ?नही , तुम आज मेरे साथ कंपनी नही आ रही हो ! घर पर ही रहोगी अगर ज्यादा सवाल जवाब किए ना तो तुम्हे पता है में क्या कर सकता हूं , गन याद है ना ? घर से बाहर मत निकलना , अनय ने गुस्से
कुछ ही देर में रेवा गहरी नींद मैं सो गई । Anay ने अपने हाथ को रेवा के हाथो से छुडाया और रूम के बाहर चला गया। करीबन आधे घंटे बाद रेवा की आंख खुली । उसने अपनी आंखे ...और पढ़ेहुए पूरे कमरे को देखा लेकिन वहा अनय नही था । "ये अनय भी ना मुझे बोलते है की पूरे विला मैं भटकती रहती हो और अब आधी रात को खुद भटकती आत्मा की तरह भटक रहे है !" रेवा बड़बड़ाई वो उठी और अनय को ढूंढते ढूंढते रूम के बाहर चली गई।तभी उसने देखा की अनय हॉल मैं अपने
अनय ने एक लंबी सांस ली और रेवा का हाथ अपने हाथो मैं पकड़ा । रेवा अनय की ओर सवाल भरी निगाहों से देखे जा रही थी। हाथ छोड़िए मेरा क्या कर रहे आप ! आपको हक किसने दिया ...और पढ़ेटच करने का ! रेवा ने कहा और अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करने लगी लेकिन अनय की पकड़ बहुत ही मजबूत थी। अनय ने थोड़ी ऊंची आवाज मैं कहा – कितनी उछलती हो यार तुम , में पहली बार मेरा इगो साइड मैं रखकर तुम्हे सॉरी बोलने आया हूं और एक तुम हो जो नखरे किए जा रही
कुछ देर बाद अनय फोन पर बात करते करते उसके रूम मैं जाता है और रेवा को देखकर जोर से चिल्लाकर कहता है – पागल लड़की क्या कर रही हो ! "दिमाग के साथ साथ आपकी आंखों ने भी ...और पढ़ेसाथ छोड़ दिया क्या ? दिख नही रहा मैं क्या कर रही हूं ? बाल बांध रही हूं ",रेवा ने कहा । अनय ने रेवा की हाथो से कंगी खींचते हुए कहा – एक बार ठीक हो जाओ फिर इस सबका बदला लूंगा तुमसे ! कंधे पर गोली लगी है और बाल बांधने है तुम्हे ! खुले ही छोड़ दो
एक हफ्ते बाद : रेवा की चोट अब पूरी तरह से ठीक हो चुकी थी। रेवा किचन मैं अनय के लिए जूस बना रही थी , उसके खुले बाल खिड़की सी आती हुई हवा से उड़ कर बार-बार उसके ...और पढ़ेको चूम रहे थे। रेवा बार बार अपने कंधे से उन्हें पीछे करने की कोशिश करती ।वही कुछ दूर खड़ा अनय एक टक रेवा को ऐसे करते देखे जा रहा था । रेवा इतनी खूबसूरत दिख रही थी की एक पल के लिए अनय भी उसी मैं खो गया। उसने अपने कदम रेवा की और बढ़ाए और किचन के सर्फेस
कुछ देर बाद मीटिंग खत्म हो गई। प्रोजेक्ट अनय की कम्पनी को मिल चुका था। पूरा स्टाफ बहुत खुश था क्योंकि इतने महीनो से जिस प्रोजेक्ट को पाने के लिए सब लोग इतनी मेहनत कर रहे थे आज वो ...और पढ़ेफाइनली उन्हें मिल चुका था। अनय ने पूरे स्टाफ से कहा – आज हमारे इस अचीवमेंट के लिए मैने आज शाम एक पार्टी ऑर्गेनाइज की है । सभी को आना है ! टाइम एंड एड्रेस मैं सबको मेल कर दूंगा !अब सब घर जाओ और पार्टी की तैयारी करो ! Let's enjoy this moment ! पार्टी का नाम सुनकर सभी
रेवा गिरने ही वाली थी की अनय ने उसे अपनी ओर खींच लिया । जब अनय ने रेवा को देखा तो बस देखता ही रहे गया। अनय सब कुछ भूलकर बस रेवा में खो जाना चाहता था । आज ...और पढ़ेकी खूबसूरती कुछ ज्यादा ही बढ़ चुकी थी। मुझे निहारकर हो गया हो तो अब रेवा गिरने ही वाली थी की अनय ने उसे अपनी ओर खींच लिया । जब अनय ने रेवा को देखा तो बस देखता ही रहे गया। अनय सब कुछ भूलकर बस रेवा में खो जाना चाहता था । आज रेवा की खूबसूरती कुछ ज्यादा ही
तुम क्या कर रहे हो अक्षत छोड़ो मुझे ...रेवा ने चिल्लाते हुए कहा। "तुम कितना भी चिल्लाओ लेकिन यहां तुम्हारी मदद करने के लिए कोई नही आने वाला ...सब लोग पार्टी मैं बिजी है और साउंड ही इतना है ...और पढ़ेकी तुम्हारी आवाज किसी तक पहुंचेगि ही नही", अक्षत ने कहा और रेवा के दोनो हाथो को पड़कर उसे ऊपर की ओर लिया। रेवा के आंखो मैं से आसू लगादार बहे जा रहे थे।जब अक्षत ने रेवा के आंखो मैं आसू देखे तब उसने रेवा से कहा – तुम रो क्यूं रही हो ? मैने तो अभी तक कुछ किया
आय प्रोमिस रेवा तुम्हे छोड़कर कभी नही जाऊंगा ! अनय ने रेवा के कानो मैं कहा। रेवा ने अनय के सिने मैं अपना मुंह छुपा लिया और कहा –आप ठीक कहे रहे थे अनय अक्षत अच्छा लड़का नही है ...और पढ़ेउसने मेरे साथ जबरदस्ती की , मुझे आपकी बात माननी चाहिए थी ! अगर मैंने आपकी बात मानी होती तो इतना कुछ होता ही नही । i am sorry !! अनय – हां लेकिन अब सब कुछ ठीक है ! तुम मेरे पास हो ना तो अब तुम्हे डरने की जरूरत नही है , शांत हो जाओ ना प्लीज !
कुछ देर बाद अनय के विला मैं – अनय कार्तिक और अनुश्री बेडरूम में बैठ कर बाते कर रहे थे। तो तू रेवा को अपने साथ जयपुर लेकर जाने वाला है ?, कार्तिक ने पूछा। हां मेरे पास कोई ...और पढ़ेऑप्शन नहीं है अब उसे पता चल गया है रेवा के बारे मैं !! कुछ दिन और मैं यहां रुका ना तो वो रेवा के लिए ठीक नही होगा ... में जानता हूं उसे बहुत खतरनाक आदमी है वो । पहले ही उसने रेवा पर हमला किया । अब में रेवा को किसी भी मुसीबत में नही डालना चाहता ,
रेवा ....अनय ने प्यार से रेवा का नाम पुकारा ।"हम्मम कहिए" मुझे ऐसा लग रहा है की में तुमसे ..अनय अचानक से बोलते बोलते चुप हो गया। रेवा का दिल जोरो से धड़क रहा था। कहिए ना आप मुझ ...और पढ़ेक्या ??? रेवा ने अपनी नजरे झुकाते हुए पूछा। उसके अगले ही पल खिड़की का शीशा टूटा और एक पत्थर सीधा जाकर अनय के माथे पर लगा । आह!!! अनय के मुंह से निकल गया। "अनय खून बहे रहा है " रेवा जल्दी से फर्स्ट एड बॉक्स निकालने लगी ।अनय ने खिड़की से बाहर देखा । उसे बाहर एक आदमी
कुछ देर बाद – रेवा विला के बाहर अनय का इंतज़ार कर रही थी । तभी उसकी नजर पीछे खड़े ४/५ आदमियों पर पड़ी जो उसे ही घूरे जा रहे थे। उन आदमियों को देखकर रेवा को उस रात ...और पढ़ेबात याद आ गई जब कुछ लोग उसके पीछे पड़े हुए थे। रेवा उन आदमियों से कुछ दूर जा कर खड़ी हो गई । वो आदमी भी रेवा के पीछे जाकर खड़े हो गए । रेवा के चेहरे से कोई भी अंदाजा लगा सकता था की वो कितना डर चुकी थी। वो आदमी रेवा से कुछ कहने के लिए आगे
अनय रेवा के बगल मैं बैठा और उससे कहने लगा – तुम जैसे सोच रही हो वैसा कुछ नही है रेवा ! तुम्हे misunderstanding हुई है । गलत फहमी ? और कितना झूट बोलेंगे आप अनय ? मैने खुद ...और पढ़ेआंखो से देखा आपने उसे हग किया था। रेवा ने गुस्से से कहा। हा लेकिन वो बस एक..... इससे पहले की अनय अपनी बात पूरी कर पता वो लड़की आकर अनय के सामने वाले सीट पर बैठ गई। रेवा ने उस लड़की की ओर गुस्से से देखा । उस लड़की ने रेवा की ओर देखकर डेविल स्माइल की और अपनी
ट्रेन स्टेशन पर रुकी हुई थी । आधी रात को अनय की आंख खुली , उसने अपने बगल मैं देखा लेकिन वहा रेवा नही थी। अनय ने पूरे डिब्बे मैं रेवा को खोजा लेकिन रेवा उसे कही नही दिखी ...और पढ़ेएक पल के लिए तो अनय के दिल ने धकड़कना ही बंद कर दिया । उसने अपने बॉडीगाड्स को देखा लेकिन वो भी ट्रेन में नही थे। अनय ने अपने हाथो मैं गन ली और ट्रेन से बाहर जाने लगा जल्दी जल्दी मैं वो सामने से आती हुई रेवा से टकरा गया। आह!! आपको दिखता नही क्या ? आंखे बंद
करीबन सुबह 4 बजे रेवा ने जैसे ही स्टेशन पर "जयपुर" नाम देखा वो खुशी से उछल पड़ी।"ये क्या ! जयपुर ! आप जयपुर मैं रहते है पिंक सिटी जयपुर wow मुझे कब से जयपुर घूमना था", रेवा ...और पढ़ेखुश होते हुए कहा। रेवा के चेहरे की स्माइल को देखकर अनय के ओंठो पर भी मुस्कुराहट आ गई। हम्मम जयपुर बाद मैं घूम लेना पहले मेरे घर तो चलो अनय ने कहा और दोनो भी ट्रेन से उतर गए। कुछ ही देर मैं दोनो भी अनय के घर पहुंच गए जो की बाहर से बहुत सुंदर दिख रहा था।
सभी लोग सोफे पर बैठकर बाते कर रहे थे । तभी नील ने रेवा से कहां– तुमने जयपुर देखा नही होगा ना ? चलो जयपुर घूमने चलते है। एक मिनिट एक मिनिट मैं इसे यहा घुमाने लेकर नही आया ...और पढ़े! काम कौन करेगा ? और नील आज अभी मैं कंपनी आ रहा हूं देखूं तो मेरे गैरहाजरी मैं कंपनी कैसे संभाली है तुमने ! और तुम ..तुम कही नही जाओगी जयपुर बाद मैं घूम लेना अनय ने टोकते हुए कहा। नही मैं तो जाऊंगी और अभी जाऊंगी , आप होते कौन है मुझे मना करने वाले ? में तो