Lakmi Sawai लिखित उपन्यास खूबसूरत मोहब्बत | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास खूबसूरत मोहब्बत - उपन्यास उपन्यास खूबसूरत मोहब्बत - उपन्यास Lakmi Sawai द्वारा हिंदी उपन्यास प्रकरण (318) 56.1k 98.8k 119 यह कहानी स्वरचित है, इसका किसी भी कहानी से संबंध नहीं अथवा ये कोई कॉपी नहीं है। में कोई लेखिका नहीं, नाही मुझे लिखने का ज्ञान है। में ये कहानी शुध्द हिंदी में नहीं लिख पाऊँगी इसलिए क्षमा याचना ...और पढ़ेहु। अगर आपको कहानी पसंद आये तो जरूर समीक्षा दीजिये और मेरा हौसला बढ़ाए। तो कृपया, इसमें कोई छोटी सी भी गलती हो तो कमेंट करके मुझे जरूर सूचित कीजिये। आशा हे की आपको कहानी पसंद आएगी, खूब खूब आभार। पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नए एपिसोड्स : Every Monday,Wednesday,Friday खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 1 (42) 10.5k 21.5k खूबसूरत मोहब्बत भाग-(1-10) इस कहानी को पढ़ना है, तो दिल से पढ़िए... वरना मत पढ़िए... अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 2 (21) 5.8k 8.7k अंश भी अब उठ चुका था। वो जल्दी जल्दी तयार हो गया। उसे एक कॉल आयी जो रवि की थी। उसने कुछ सोच के कॉल उठायी। उसने उससे कुछ बाते की ओर कॉल काट दी। वो हॉल में आया, ...और पढ़ेउसे रिधिमा दिखी जो नींद में उबासियां ले रही थी। अंश उसे देखते हुए- अगर इतनी ही नींद आ रही है तो जाके सो जाना,,, इतनी सुबह उठके तुजे कहा जाना है। रिधिमा आखों में नींद लिए- नही यार,,, अगर में ज्यादा सोऊंगी तो मुजे झुकाम हो जाएगा। और फिर तकलीफ मुजे ही होगी। इसलिए जल्दी उठ जाती हु। अंश अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 3 (17) 5.1k 8.5k मनन अब बाहर की तरफ चल पढा। बाहर आते ही उसने मौसम को देखा जो थोड़ा बहुत भारी था, ठंड कुछ ज्यादा ही थी। वो अपने हाथों को रगड़ते हुए, चल पड़ा। उसने पहाड़ो पे नजर डाली जो बहुत ...और पढ़ेखूबसूरत लग रहे थे। वो उस खूबसूरती को निहारते हुए, यहां वहां देखे जा रहा था। अचनाक उसकी नजर मनाली पे जाके रुकी, जो उससे थोड़ी ही दूरी पे एक पत्थर पे बेठी थी। उसने देखा कि मनाली ने कोई गरम कपड़ा नही पहना था, तो वो उसके पास भागते हुए आया। मनन उसके कंधे पे हाथ रखते हुए- तुम अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 4 (22) 5.6k 9.1k कमरे में गाने का वॉल्यूम इतना तेज था, कि बाहर तक आवाजे आ रही थी। मनन ने दूसरी बोतल उठायी ओर ग्लास भरने लगा। मनाली खिड़की के कोने में खड़े रहकर उसे ही देख रही थी। वो उसे रोकना ...और पढ़ेचाहती थी, पर वो उसे किस हक़ से रोकती,, सारे हक़ तो उसने खुद ही दूर कर दिए थे। और मनन को भी उसने खुद दूर रहने के लिए कहां है, तो वो किस हक़ से उसे रोके, वो यही सोचके मनन की तरफ बेबस भरी नजरो देखे जा रही थी। मनन भी एक के बाद एक पैग गटकाये जा अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 5 (25) 5.6k 9.3k मनाली की सांसे रुक गयी थी नील को सामने देखकर, उसको महसूस हो रहा था कि जिंदगी का आखरी वक़्त आ चुका है, वो किसीभी कीमत पर अब काविन की हैवानियत का शिकार नही होना चाहती थी, बल्कि उसे ...और पढ़ेलग रहा था कि उसके जीने का अब कोई मतलब नही।नील अपनी जहरीली मुस्कान से उसे देख रहा था,,,, ओर थोड़ी देर बाद उसकी आँखों मे झांकते हुए बोला- इतना मत डरो मनाली, अभी तो सिर्फ मुजे देखा है,,, काविन से तो मिली ही नही तुम,,,, मिलना चाहोगी काविन से,,,,??मनाली आखों में आंसू लिए बार बार ना में सर हिला अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 6 (30) 4.6k 8k यहां अंश, मन्दिरा और रूह होस्पिटल के रास्ते चल पड़े थे। बीच मे ही रूह को नैनीझील का खयाल आया, उसने साइड में अंश की तरफ देखा जो खिड़की के बाहर देख रहा था।उसने स्टेरिंग को घुमाया ओर नैनीझील ...और पढ़ेपास कार को रोक दिया। मन्दिरा ओर अंश हैरानी से उसकी तरफ देखने लगे।अंश असमंज होके- हम यहां क्यों आये है,,,,???रूह उसके हाथ पे हाथ रखते हुए- वो मेने नैनीझील बहुत सालों से नही देखी, इसलिए अगर हम जा ही रहे है भौपाल तो क्यों न थोड़ा वक्त यहां बिता ले,,,।मन्दिरा ने रूह के हाथ की ओर देखा जिसका हाथ अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 7 (18) 3.6k 6.3k यहां अंश और मन्दिरा घर पोहचे, जहां मनन और मनाली पहले से ही मौजूद थे, वो दोनों ड्रेस देखने में बिजी थे। मनाली ने मन्दिरा को देखा तो उसके चेहरे पर मुस्कान तैर गई, वो मन्दिरा को देखकर बोली- ...और पढ़ेतुम आ गई,,,,, यहां आओ, मैंने तुम्हारे लिए एक ड्रेस सिलेक्ट की है।रूह का ध्यान दरवाजे पर गया जहां मन्दिरा अंश के बगल में खड़ी थी। अंश और मन्दिरा को देखकर रूह के तन बदन में आग सी लग गई।वो माला जी को धीरे से बोली- ये मन्दिरा मेरे अंश के साथ चिपकी ही रहती हैं माँ,,,,, प्लीज कुछ कीजिए अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 8 (31) 2.8k 5.1k मनन को उसकी आँखों में नमी दिखी तो उसके चेहरे की मुस्कान तुरंत गायब हो गयी, उसने मनाली के करीब आकर उसका चेहरा छूते हुए कहा- क्या हुआ जेरी, कहो क्या बात हैं ? मनाली ने उसके हाथ पर ...और पढ़ेहाथ रखा और अपने चेहरे से हटा कर उसका हाथ लिए उसके सामने एक घुटने के बल बैठ गई। मनन और बाकी सब हैरान होकर उसे देखने लगे, मनाली ऊपर की तरफ नजर डाली जहां मनन उसे अंसमज होकर देखे जा रहा था। मनाली मनन का हाथ पकड़कर आँखों में आंसू लिए मुस्कुराते हुए बोली- कुछ कहना हैं, जो मेरे अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 9 (22) 2.2k 3.8k मन्दिरा उसकी आँखों में गुस्से से देखते हुए बोली- हाथ हटाओ!!!! अंश मुस्कुराते हुए- हटाने के लिए नहीं अड़ाया हैं ये हाथ। मन्दिरा उसकी आँखों मे बारी बारी देखते हुए- क्या चाहिए, क्यों रास्ता रोका अब ? अंश उसके ...और पढ़ेको परखते हुए- ह्म्म्म.... बताता हूँ पर उससे पहले मेरे मन में एक सवाल आ रहा हैं वो पूछना चाहता हूँ आपकी इजाजत हैं ? अंश अपनी दोनो भौए ऊपर करते हुए उससे पूछने लगा। मन्दिरा उसे घूरते हुए बोली- अगर मैं ना कहू तो क्या तुम नहीं बोलोगे ? अंश हल्का सा हँसते हुए- बिल्कुल भी नहीं, मैं तो अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 10 (16) 2.3k 4.1k मनन ने मनाली का हाथ पकड़ा और उसे करीब लाकर उसके साथ कपल डांस करने लगा। म्यूजिक ऐसा था जिससे मनन के जज्बात उस गाने के जरिए जाहिर हो रहे थे। कुछ ऐसा ही हाल अंश का भी था। ...और पढ़ेने उसको करीब आते हुए देखा तो वो भागने को हुई पर अगले ही पल अंश ने उसका हाथ कस के पकड़ा और उसे अपने करीब खीच लिया। मनन मनाली की आखों में देखकर गाने के साथ गाते हुए बोला- मिले हो तुम हमको, बढ़े नसीबो से चुराया हैं मैंने, किस्मत की लकीरों से.... मनन मनाली को रोल करके पीछे अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 11 (20) 1.8k 3.2k अंश ने झूमर को हिलते हुए और धीरे से नीचे की तरफ आते हुए देखा तो उसकी सांसे थम गई। वह तेजी से नीचे की तरफ भागा और उसके पीछे मन्दिरा भागी जहां झूमर के बीचो बीच मनन और ...और पढ़ेखड़े थे। अंश सीढ़ियों के जरिए तेजी से उतरते हुए मनन को चिल्लाकर बोला- मनन...................... हट जा वहां से.............. मनन हट जा.........!!!! मनन का ध्यान अंश के घभराते हुए चेहरे पर गया, तभी उस रिपोर्ट ने पूरी रस्सी काट दी झूमर तेजी से नीचे आने को हुआ तभी मनाली ने ऊपर से अनहोनी को भांपते हुए मनन का हाथ जोर अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 12 (13) 1.5k 2.6k मनन फिर से खिड़की के पास खड़ा हो गया और एक गहरी सोच में डूब गया।मनन गहरी सोचके साथ बढबढाते हुए बोला- बहुत गलत कर दिया तुमने निशा अबकी बार। अगर इसमें कही भी तुम्हारा हाथ हुआ न, तो ...और पढ़ेबार तुम्हे इतनी ऊपर तक पहुँचाऊँगा की जहां तक तुम ताउम्र वापस ना आ सकोगी।मनन ने इतना कहते ही खिड़की पर अपने दोनो हाथ रख दिए और हल्का सा नीचे झुककर जमीन को देखते हुए कुछ सोचने लगा।अचानक ही उसने गेट से निकलते हुए सॅम को देखा, जो गाड़ी स्टार्ट करके आगे बढ़ गया। उसे थोड़ा ताज्जुब हुआ कि घर अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 13 (20) 1.9k 3.5k यहां मनन मनाली के कमरे में आया तो उसके कदम दरवाजे के दहलीज पर ही आकर रुक गए। मनाली सो चुकी थी और उसके सर पर रिहान हाथ फेरे जा रहा था। रिहान मुस्कुराते हुए उसके बालों में हाथ ...और पढ़ेरहा था, रिहान को यू मनाली के कमरे में अकेले देखकर मनन को थोड़ा तो गुस्सा आया और उसकी हाथ की मुठ्ठी कसकर बंद गई। मनन ने दहलीज पर ही अपनी गुस्से भरी निगाहें रिहान पर टिकाकर कहा- कुछ ज्यादा ही फिक्र हैं, तुम्हे मनाली की......!!!! रिहान की नजरें मनाली के चेहरे से हटकर दरवाजे की तरफ उठ गई तो अभी पढ़ो खूबसूरत मोहब्बत - भाग - 14 (21) 2.6k 5k मनन कबसे मनाली को देखकर कुछ सोच रहा था। तभी उसका फ़ोन बजा जिसपर रवि का नाम फ़्लैश हो रहा था। वो वहां से उठकर खिड़की के पास आ गया। सामने से रवि की बातें सुनकर उसने कॉल डिसकनेक्ट ...और पढ़ेदिया।रात बीती और सुबह हुई। गौरी और मीनल सबके लिए नास्ता बनाने में शाम काका की मदत करने जुट गई। शाम काका ने ऋषि को गार्डन में भेज दिया ताकि वो फूलों को पानी दे दे। कल की घटना से सब लोग चुप-चाप काम कर रहे थे। घर में शांति बनी हुई थी, यहां संक्रांत और कैलाश भी रात की अभी पढ़ो अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Lakmi Sawai फॉलो