somewhat love book and story is written by Yayawargi (Divangi Joshi) in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. somewhat love is also popular in प्रेम कथाएँ in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
somewhat लव - उपन्यास
Yayawargi (Divangi Joshi)
द्वारा
हिंदी प्रेम कथाएँ
PART 2
“dear स्तुति,तुम जानती हो किसी कारणवश मेरी पढ़ाई थोड़ी देर से सुरू हुई थी॥ काश, तुम थोड़ी बड़ी होती तो सीधा तुम्हारे पापा के पास सीधा रिस्ता लेके आता हमारी शादी के लिए but, I know its impossible… मे तुजसे 9 साल बड़ा हु॥ मेरे लिए तू छोटी बहन की तरह होनी चाहिए थी लेकिन we are best buddy लेकिन अब तेरा सिर्फ दोस्त बन के मे नहीं रेह सकता! I SOMEWHAT love you… पता है सिद्दत वाली मोहोब्बत नहीं है हमारी लेकिन अब कुछ प्यार या प्यार जेसा ही कुछ करने लगा हु तुजसे, जानता हु हमारे रिस्ते का कोई भविस्य नहीं
PART 2
“dear स्तुति,तुम जानती हो किसी कारणवश मेरी पढ़ाई थोड़ी देर से सुरू हुई थी॥ काश, तुम थोड़ी बड़ी होती तो सीधा तुम्हारे पापा के पास सीधा रिस्ता लेके आता हमारी शादी के लिए but, I know its impossible… ...और पढ़ेतुजसे 9 साल बड़ा हु॥ मेरे लिए तू छोटी बहन की तरह होनी चाहिए थी लेकिन we are best buddy लेकिन अब तेरा सिर्फ दोस्त बन के मे नहीं रेह सकता! I SOMEWHAT love you… पता है सिद्दत वाली मोहोब्बत नहीं है हमारी लेकिन अब कुछ प्यार या प्यार जेसा ही कुछ करने लगा हु तुजसे, जानता हु हमारे रिस्ते का कोई भविस्य नहीं
स्तुति :एसे भी कोनसे ख्याल आते है?
राहुल : अब! पब्लिक प्लेस पे केसे बताऊ? वोह सारे ख्याल।
अब बेमतलब सी बातों का कुछ ओर ही मतलब निकल ने लगा था। कुछ यू के दोनों के यह जानने के बावजूद इस्स ...और पढ़ेका कोई भविस्य नहीं है फिर भी बंधे जा रहे थे ॥ एक दूसरे मे घूलते जा रहे थे।
स्तुति :कहा है ओर क्या कर रहा है ?
राहुल : देख! अभी मे घर पे पोहचा हु ओर अपने बडरूम मे जा रहा हु! यह मेने अपने शर्ट के बटन खोले ओर शर्ट निकाला ओर अब मे......
स्तुति : ठीक है! बाद मे कॉल करना बाइ !
Somewhat लव part 3स्तुति :अभी रात के दो बजे हैराहुल :हा अभी! एअर फोन कान मे डाल के बात कर!स्तुति : सब ठीक हे ना?राहुल : तू फोन करेगी या नहीं ? वरना मे कभी नहीं बताऊगा!स्तुति : बोल ...और पढ़ेसे फूसफुसाते हुये )राहुल : मे ना आज मेरेज बियूरो गया था लड़की देखने के लिए...स्तुति : हे भगवान!शाम के करीब करीब साड़े पाँच बज चुके थे , ऑफिस से निकलने मे स्तुतिकों आज थोड़ी देरी सी हो गई थी पार्ट टाइम नोकरी जॉइन कर्ली थी उसने...जल्द भागके उसने लिफ्ट का दरवज़ा खोला ग्राउंड फ्लोरे का बटन दबाते हुये फोन
Somewhat लव part 4थैंक यू , थैंक यू सो मच... तेरे जेसी दोस्त हो तो दुश्मन की क्या ज़रूरत ! कितनी मिन्नतों के बात मेरी लाइफ मे खुशिया आई थी , पर तुजसे तो ये तक न देखा गया ...और पढ़ेयह ऊमीद नहीं थी तुजसे गुड बाइ हमेश के लिए , अच्छा सिला दिया तूने मुझे...क्या हुआ होगा ? शायद स्वीटी ने ही कान भरें हुये होंगे , मैने कोई न बताने वाली बात स्वीटी को बता दी होगी , शायद मुजसे ही कोई गलती हुई होगी मेरा राहुल एसा थोड़ा करेगा ।‘मेरा राहुल’ ज़िंदगी मे यह मेरा शब्द जब
हा आज पूरा 1 साल खतम हुआ स्वीटी को राहुल की ज़िंदगी मे आए , ओर स्तुति की जिंदगी से राहुल को गए इतनी बुरी तरह से हर्ट होने के बाद स्तुति का सिर्फ उसके एक कॉल पे मिलने ...और पढ़ेलाज़मी तो न था लेकिन शायद यह आखरी मोका था जब वो उसे करीब से देख सके, उसकी आंखो को अपनी तरफ देखते देख सके, उसकी आवाज़ मे अपना नाम सुन सके!, शादी के बाद बदल गया होगा क्या वोह ? मुजे देख के क्या बोलेगा ? हम किसी से मिलते है उससे पहले अनेक बार हम उनसे मिलते है शायद वो