Abhishek Hada लिखित उपन्यास पुरानी हवेली का राज | हिंदी बेस्ट उपन्यास पढ़ें और पीडीएफ डाऊनलोड करें होम उपन्यास हिंदी उपन्यास पुरानी हवेली का राज - उपन्यास उपन्यास पुरानी हवेली का राज - उपन्यास Abhishek Hada द्वारा हिंदी डरावनी कहानी (2k) 88k 140k 350 एक टीले के पीछे एक बहुत पुरानी हवेली है, जहाँ कोई नहीं जाता है लेकिन कुछ बच्चे मिल कर उस हवेली का राज़ पता करते है क्या है उस हवेली का राज़ जानने ...और पढ़ेलिए पढ़िए इस कहानी का ये पहला भाग Behind a mound there is a very old mansion Where no one goes But some children find out the secret of that mansion What is the secret of that mansion Read on to learn the first part of this story पढ़ें पूरी कहानी सुनो मोबाईल पर डाऊनलोड करें पूर्ण उपन्यास पुरानी हवेली का राज़ - 1 (259) 18.9k 26k एक टीले के पीछे एक बहुत पुरानी हवेली है, जहाँ कोई नहीं जाता है लेकिन कुछ बच्चे मिल कर उस हवेली का राज़ पता करते है क्या है उस हवेली का राज़ जानने ...और पढ़ेलिए पढ़िए इस कहानी का ये पहला भाग Behind a mound there is a very old mansion Where no one goes But some children find out the secret of that mansion What is the secret of that mansion Read on to learn the first part of this story सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ - 2 (145) 9.1k 13.9k “ दूर से हम जिसे एक पुरानी हवेली समझ रहे थे। वो हवेली कम और भूत बंगला ज्यादा लग रही थी। उसकी बहुत सी दीवारे टूटी हुई थी। जैसे किसी ने उसे तोड़ा हो। उसकी दीवारों पर आग के ...और पढ़ेथे। मेरा मतलब जैसे आग से जलने पर दीवारे काली हो जाती है, उसी तरह वहां की दीवारें काली हो रही थी। चारो तरफ एक अजीब से उदासी का माहौल था। हर तरफ सन्नाटा था और इस सन्नाटे में केवल हमारी आवाजें ही गूंज रही थी। हवा का नामोनिशान नही था। लेकिन जैसे ही हम उस हवेली की तरफ बढ़ने ही वाले थे कि हमें किसी के चलने की आवाज आई। हमने चारो तरफ देखा पर वहां कोई नही था। अचानक वहां का मौसम बदलने लगा। और तेज हवांए चलने लगी। सारे पेड़ पौधे जैसे हमसे हिल हिल कर कह रहे हो यहां से लौट जाओ। गोलू और प्रभु ने तो मना किया कि अब हमें वापस चलना चाहिए। पर सोनू भैया ने कहा कि यहां तक आएं है तो हवेली के अन्दर भी होकर आते है। मैंने कहा कि मुझे यहां अजीब सा महसूस हो रहा है। पर भैया, नही माने। सोनू भैया उस हवेली की टूटी हुई चारदीवारी से अन्दर घुसने ही वाले थे कि वहां किसी के अजीब से हंसने की आवाज आने लगी। वो आवाज आज भी मेरे कानों में ताजा है। कितनी भयानक और डरावनी हंसी थी। ऐसी हंसी हमने इससे पहले कभी नही सुनी थी। उस आवाज ने तो हमें और दहशत में ला दिया। हम सब एक साथ चिल्लाये – “भूत भूत भागो यहां से . . . ” aage Kya hua jaan ne ke liya Kahani ko padhiye सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ - 3 (133) 7.3k 11k इस कहानी को समझने के लिए मेरी प्रोफाइल पर जा कर इस कहानी के पिछले दो भाग जरुर पढ़े पिछले दो भागों में आपने पढ़ा कि गाँव के कुछ बच्चे आपस में भूत प्रेत की बाते करने में ...और पढ़ेहुए थे जिसमें रानो और चंदू को भूत प्रेत पर विश्वास नहीं था गाँव में एक टीले के पीछे एक हवेली थी सबका मानना था कि उसमें भूत है तब रानो ने कहा कि भूत कुछ नही होते और मैं उस हवेली का राज़ पता कर के रहूंगी और इस बात पर सोनू ने कहा कि रानो अकेली नहीं जाएगी सब उसके साथ जायेंगे इस बात से सभी डर गये थे अब आगे . . . सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ - 4 (88) 5.7k 13.7k मेरी पिछली कहानी पुरानी हवेली का राज़ का ये अगला भाग है, जो कि हॉरर सस्पेंस थ्रिलर से भरी हुई है और पिछले सभी भागो से ज्यादा रोचक है आपको पढ़ कर सच में बहुत अच्छा लगेगा ...और पढ़ेभाग के नोटिफिकेशन के लिए मुझे फोलो करना ना भूले सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ - 5 (90) 3.3k 5.9k Full of horror, suspense and thriller story. मेरे ऊपर शिकारी की तरह झपट पड़ा । मैं पीठ के बल जमीन पर गिर गई। वो मेरे ऊपर बैठ गया था। मुझे मेरे सीने पर बहुत भारी वजन सा महसूस ...और पढ़ेरहा था। उसने मेरे दोनो हाथ कसकर पकड़ लिए थे। अंधेरे में मुझे कुछ समझ नही आ रहा था, पर इस बार फिर एकदम से बिजली चमकी उस प्रकाश में मैंने देखा कि उसकी लाल लाल खूनी आंखे थी। लम्बे लम्बे दांत। जो होंठो से बाहर निकल रहे थे। बिलकुल जंगली जानवरों की तरह। उसके पूरा चेहरे से खून टपक रहा था। सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ - 6 (80) 2.8k 6.5k पुरानी हवेली का राज भाग 6 पुरानी हवेली का राज़ कहानी का ये भाग पढ़ने से पहले अगर आपने इस कहानी के पिछले 5 भाग नहीं पढ़े है तो उन्हें मेरी प्रोफाइल पर जा कर पढ़ सकते हो| उसके ...और पढ़ेही इस कहानी को पढ़े| कहानी का अगला भाग शीघ्र से शीघ्र प्रकाशित करने का प्रयास करूंगा। मुझे फाॅलो करना और इस कहानी को अपने मित्रों के साथ फेसबुक, व्हाट्सऐप पर अधिक से अधिक शेयर करना ना भूलें। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से आगे . . . तभी मैंने अपने अन्तर्मन को कहा - जाग। जाग। ये सपना है। सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - ७ (73) 2.6k 4.3k इस कहानी के पिछले 6 भाग पहले मेरी प्रोफाइल पर जाकर पढ़िए उसके बाद यह भाग पढिए। इस कहानी को नियमित रूप से प्रकाशित करता रहूंगा। इसलिए अगले भाग की नोटिफिकेशन के लिए मुझे फाॅलो करना ना भूले। और ...और पढ़ेकरके अवश्य बताएं कि कहानी कैसी चल रही है ? और कहानी के बारे में आपके क्या विचार है। मुझे आपकी समीक्षाओं की प्रतीक्षा रहेगी। संध्या का समय हो गया था। सोनू , राजू और दीनू निराश से घर आ गए थे। रानो उनका चेहरा देखकर ही समझ गई थी कि वो आज कुछ पता नही कर पाए। पर सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - ८ (75) 2.5k 4.8k इस कहानी के पिछले 7 भाग पहले मेरी प्रोफाइल पर जाकर पढ़िए उसके बाद यह भाग पढिए। इस कहानी को नियमित रूप से प्रकाशित करता रहूंगा। इसलिए अगले भाग की नोटिफिकेशन के लिए मुझे फाॅलो करना ना भूले। और ...और पढ़ेकरके अवश्य बताएं कि कहानी कैसी चल रही है ? और कहानी के बारे में आपके क्या विचार है। मुझे आपकी समीक्षाओं की प्रतीक्षा रहेगी। सुबह हो चुकी थी। सब जाग चुके थे। रानो छत पर अकेली बैठी थी। तभी सोनू वहां आया। रानो को सोच में देखकर सोनू ने कहा - किस सोच में हो रानो ? रात सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 9 (60) 1.9k 2.8k इस कहानी के पिछले 8 भाग प्रकाशित हो चुके हैं। अगर आपने वो नही पढ़े है तो पहले मेरी प्रोफाइल पर जाकर पढ़िए उसके बाद यह भाग पढिए। इस कहानी को नियमित रूप से प्रकाशित करता रहूंगा। इसलिए अगले ...और पढ़ेकी नोटिफिकेशन के लिए मुझे फाॅलो करना ना भूले। और कमेन्ट करके अवश्य बताएं कि कहानी कैसी चल रही है ? और कहानी के बारे में आपके क्या विचार है। मुझे आपकी समीक्षाओं की प्रतीक्षा रहेगी। रात के 10 बज चुके थे। सभी खाना खा चुके थे। बच्चों ने दादी से पूछ कर छत पर ही सोने की अनुमति सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 10 (67) 2k 3.1k इस कहानी के पिछले 9 भाग प्रकाशित हो चुके हैं। अगर आपने वो नही पढ़े है तो पहले मेरी प्रोफाइल पर जाकर पढ़िए उसके बाद यह भाग पढिए। इस कहानी को नियमित रूप से प्रकाशित करता रहूंगा। इसलिए अगले ...और पढ़ेकी नोटिफिकेशन के लिए मुझे फाॅलो करना ना भूले। और कमेन्ट करके अवश्य बताएं कि कहानी कैसी चल रही है ? और कहानी के बारे में आपके क्या विचार है। मुझे आपकी समीक्षाओं की प्रतीक्षा रहेगी। पिछले भाग में आपने पढ़ा कि राजू सोनू और दीनू गांव के मंदिर के पुजारी के पास पुरानी हवेली का राज पता करने जाते सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 11 (57) 2.1k 3k इस कहानी के पिछले 10 भाग प्रकाशित हो चुके हैं। अगर आपने वो नही पढ़े है तो पहले मेरी प्रोफाइल पर जाकर पढ़िए उसके बाद यह भाग पढिए। इस कहानी को नियमित रूप से प्रकाशित करता रहूंगा। इसलिए अगले ...और पढ़ेकी नोटिफिकेशन के लिए मुझे फाॅलो करना ना भूले। और कमेन्ट करके अवश्य बताएं कि कहानी कैसी चल रही है ? और कहानी के बारे में आपके क्या विचार है। मुझे आपकी समीक्षाओं की प्रतीक्षा रहेगी। पिछले भाग में आपने पढ़ा कि राजू सोनू और दीनू गांव के मंदिर के पुजारी के पास पुरानी हवेली का राज पता करने जाते सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 12 (55) 2k 3.1k इस कहानी के अभी तक कुल 11 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेरानो सपने में पुरानी हवेली में चली जाती है और फिर वहां पर लकड़बग्घों से वो बाल बाल बचती है। चंदू रानो के हाथ से वो अंगूठी लेकर फेंक देता है। जिसे अगले दिन ढूंढकर लाने की बात करते है और रानो सबसे सो जाने को कहती है। अब आगे . . . चंदू ने कहा - टाइम क्या हो सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 13 (52) 1.8k 2.6k इस कहानी के अभी तक कुल 12 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेरानो के पड़ौस में एक व्यक्ति की मौत हो जाती है। जहां रानो कुछ ऐसा देखती है जिससे वो चैंक जाती है। अब आगे . . . बिरधीलाल जी के हाथ की अंगुली में वही शैतानी अंगूठी थी। रानो सोचने लगी - ये अंगूठी नानाजी के हाथों में कैसे ? क्या इनकी मौत का कारण ये अंगूठी ही सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ -14 (52) 1.6k 2.3k इस कहानी के अभी तक कुल 13 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेगाँव में दो लोगों की अचानक मौत हो जाने से और उसी जगह वो अंगूठी मिलने से रानों और सोनू डर जाते है | और उस अंगूठी को खोजने की कोशिश करते है| सोनू के पापा उसे दुसरे व्यक्ति की शवयात्रा में जाने की कहते है पर पहले वो मना करता है| पर जब रानो उसे समझाती है कि इसी सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज़ - 15 (53) 1.7k 2.6k इस कहानी के अभी तक कुल 14 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेसोनू गाँव के एक लड़के रॉकी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जाता है और वहां पर उस अंगूठी को खोजता है पर उसे वो अंगूठी नहीं मिलती है लेकिन एक बच्चा वहां से गायब हो जाता है | कुछ लोग उसको खोजने जाते है पर सोनू के पापा सोनू को कही नहीं जाने देते है| अब आगे सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 16 (44) 1.7k 2.5k इस कहानी के अभी तक कुल 15 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेसोनू अंगूठी की खोज में राॅकी के अंतिम संस्कार में जाता है। वहां एक बच्चा गायब हो जाता है। जो कुछ देर बाद मिल जाता है। तब लोग उसे ठाकुर बाबा के स्थान पर लेकर जाते हैं। वो अंगूठी उस बच्चे के हाथ में ही थी। सोनू अपनी समझदारी से उस बच्चे को बचा लेता है। लेकिन वो अंगूठी फिर सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 17 (57) 1.7k 2.6k इस कहानी के अभी तक कुल 16 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेसोनू अंगूठी ना मिलने से और उस बच्चे की जान को खतरे में देखकर ये फैसला लेता है कि वो रात में ही गांव के पुजारी के पास जाएंगे और उन्हेें सारी बात बताएंगे। तब सोनू रानो राजू और दीनू रात में छत से कूदकर पुजारी जी से मिलने के लिए चल देते है। अब आगे . . . रात सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 18 (49) 1.9k 3.3k इस कहानी के अभी तक कुल 17 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। क्या हमारा इस वक्त घर ...और पढ़ेसही होगा या पुजारी जी के पीछे चलकर उनके साथ गुरूजी के बारे में पता करना सही रहेगा ? - सोनू ने कहा। पर अगर हम पुजारी के पीछे गए और हवेली के पास हमें उस भूत ने पकड़ लिया तो ? - दीनू ने कहा। और अगर हम घर की तरफ गये तो रास्ते में भी तो भूत पकड़ सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 19 (48) 1.4k 2.1k इस कहानी के अभी तक कुल 18 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग से आगे . . ...और पढ़े तो फिर वो सफेद घोड़े पर बैठा आदमी कौन था ? - रानो ने कहा। कहीं वो ठाकुर बाबा तो नही थे ? - दीनू ने कहा। हां, तुम ठीक कह रहे हो दीनू। जब मैंने उन्हे देखा तो मुझे भी उनको देखकर बहुत अच्छा महसूस हो रहा था। डर जैसा तो कुछ लग ही नही रहा था। सच सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 20 (44) 1.4k 2.1k इस कहानी के अभी तक कुल १९ भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग से आगे . . ...और पढ़ेरात अपने पूरे चरम पर थी। अंधकार और सन्नाटे ने अपने आगोश में पूरे गांव को ढक लिया था। इस अंधेरे और सन्नाटे को चीरते हुए रानो और चंदू तेज गति से चले जा रहे थे। आते समय इस बार वो टार्च अपने साथ ले आए थे। जिसकी वजह से उन्हे इस बार रास्ता साफ साफ दिख रहा था। रानो सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 21 (46) 1.4k 2.1k इस कहानी के अभी तक कुल 20 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भागो में आपने पढ़ा था ...और पढ़ेसोनू और राजू दोनों मिल कर रानो और चंदू को ढूंढ़ने के लिए घर से निकल जाते है | और पंडित जी भी जंगल में परेशानी में घिर जाते है| क्या वो जिन्दा बचते है | जानने के लिए कहानी का ये भाग पढ़िए | पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से आगे. . . राजू , ये रात सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 22 (39) 1.8k 2.4k इस कहानी के अभी तक कुल 21 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से ...और पढ़े. . चंदू और रानो सुनसान सड़क पर चले जा रहे थे। रात के अंधकार में डर तो उन्हे भी लग रहा था पर दोनो बातें करते करते चले जा रहे थे। क्योंकि डरावनी राहों पर चलते चलते बातें करने से डर कम लगता है। दीदी, क्या आपको लगता है ? सोनू भैया सच में हमारी मदद के लिए आएंगे। सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 23 (48) 1.7k 2.8k इस कहानी के अभी तक कुल 22 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से ...और पढ़े. . ओह,तुम ठीक कह रहे हो। वो ठाकुर बाबा ही थे। वो ऐसे कभी हमारे सामने प्रकट नही होते है। पर जब कभी किसी पर कोई संकट आता है तो वो जरूर आते है। मेरी मदद भी उन्होंने की होगी। क्योंकि इतनी रात में और कोई यहां नही आ सकता है। और वो सैकड़ो लकड़बग्घे किसी इंसान से तो सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 24 (34) 1.8k 2.3k इस कहानी के अभी तक कुल 23 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से ...और पढ़े. . सोनू और राजू मंदिर से हनुमान जी के चरणों का तिलक माथे पर लगाकर और साथ में दो लकड़ी लेकर चलने लगे। इसके अलावा सोनू और राजू ने अपने हाथों पर एक और कलावा बांध लिया था। दोनो जल्दी जल्दी चले जा रहे थे। गांव खत्म होने के बाद जब जंगल शुरू हुआ तो राजू को डर लगने सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 25 (49) 1.4k 2.3k इस कहानी के अभी तक कुल 24 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से ...और पढ़े. . . गुरूजी हवन करने में लगे थे। लेकिन अचानक आया तूफान उनके हवन में बाधा बनने लगा था। उन्होंने रानो चंदू से सामान का पकड़ कर रखने और हवन कुंड से दूर जाने का इशारा किया। आग की लपटे बहुत ऊंचाई तक उठने लगी थी। पूरे जंगल में उस हवन यज्ञ की अग्नि का प्रकाश होने लगा। जंगल सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 26 (38) 1.6k 2.2k पुरानी हवेली का राज़ कहानी का ये 26वा भाग है। अगर आपने इसके पिछले भाग नही पढ़े है तो पहले उन्हें पढिये ओर उसके बाद इस कहानी का आनंद लीजिये। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से आगे . . ...और पढ़ेरानो ने गुस्से में चंदू की तरफ देखा और मिट्टी का एक ढेला उठाकर उसकी पैरो पर मारा और चिल्लाई - चंदू ! तू जब मुंह खोलेगा कुछ उल्टा ही बोलेगा। रूक तुझे तो आज में ठीक करती हूँ। साॅरी ! साॅरी दीदी। - उसने वहां से भागते हुए कहा। और भागकर पुजारी जी की ओर चला गया। और पुजारी सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 27 (41) 1.4k 2k इस कहानी के अभी तक कुल 26 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। गुरूजी ने पुजारी को कुछ वस्तुएं ...और पढ़ेऔर उन्हें उनका प्रयोग बताया। और कुछ ही समय में उनको गांव के लिए भेज दिया। गुरूजी हम इस जगह के आसपास थोड़ा और पानी से छिड़काव कर देते है ताकि आग इस तरफ न आ जाए। - रानो ने खड़े होते हुए कहा। अरे नही बेटी। आग अब इस तरफ नही आएगी। हम दोनो मिलकर खूब अच्छे से सब सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 28 (38) 1.5k 2.2k इस कहानी के अभी तक कुल 22 भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से ...और पढ़े. . गांव की बिजली अचानक से चली गई थी। ठाकुर साहब के पूरे घर में मोमबत्ती और लालटेन जल रही थी। दीनू गोलू और प्रभु बिस्तर पर लेटे हुए थे। उनकी मांए भी उनके पास ही बैठी थी। उनकी दादी रामेश्वरी चिंता में बैठी बैठी अपनी रूद्राक्ष की माला से भगवान का नाम जपे जा रही थी। और उनका सुनो अभी पढ़ो पुरानी हवेली का राज - 29 (72) 2.1k 3.6k इस कहानी के अभी तक कुल २८ भाग प्रकाशित हो चुके है। अगर आपने अभी तक नही पढ़े है तो मेरी प्रोफाइल पर जाकर पहले उन्हे पढ़िए उसके बाद इस भाग को पढ़िए। पिछले भाग की अंतिम पंक्ति से ...और पढ़े. . चंदू गुरूजी की कुटिया में से बाहर निकल कर रानो को बुलाने आया था। पर रानो उसे कहीं नजर नही आई। वो अनजाने भय से अंदर तक कांप उठा। रानो को जहां वो बैठा हुआ छोड़ कर गया था रानो वहां नही थी। रानो दीदी। रानो दीदी। कहां हो आप ? - उसने इधर उधर देखते हुए कहा। सुनो अभी पढ़ो अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ Abhishek Hada फॉलो