Deepak Bundela AryMoulik

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित

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आपके बारे में

दीपक बुंदेला लेखक, निर्माता-निर्देशक टीवी सीरियल लेखन और फ़िल्म में 20 साल का अनुभव साथ ही नॉवेल, कहानियां और 4000 से ज्यादा शेरों शायरिया सोशल मिडिया पर उपलब्ध हैं नए लेखकों के लिए "मेरी लेखनी' www.merilekhani.in जो arymoulik publication के सहयोग से वेबसाइट का संचालन किया जा रहा हैं जिसमे हम नए लेखकों के लिए रॉयलटी युक्त ebook उपलब्ध कराते हैं.

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
8 महीना पहले

वो कहते तो बहुत हैं कि याद बहुत करते हैं मुझे
गर कोशिश करें वो मिलने की तो मिल भी जाऊं मैं

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
8 महीना पहले

मिली जो नज़र से नज़र का ना मिला कोई किनारा हैं
ज़िन्दगी भर यादों में रहे यही तो बस इक वो सहारा हैं

-Deepak Bundela AryMoulik

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
8 महीना पहले

जब मचल जाए ज़िन्दगी तो सम्हल जाना तुम
जैसे जैसे बदले ये ज़माना तो बदल जाना तुम

-Deepak Bundela AryMoulik

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
8 महीना पहले

बीत जायेगी ये दौर-ए-ज़िन्दगी की दास्तां भी
बाद मरने के ही सबका सुकूं-ए-दौर आएगा...!!

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
11 महीना पहले

हर रोज पीछा अपना करने को निकलता हूं
कहां जाता हूं कहां से लौट कर आ जाता हूं

-Deepak Bundela AryMoulik

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी कहानी
11 महीना पहले

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Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
12 महीना पहले

लाशें कई मिली थी मुझको बोलती सी
वहां आने जाने वालों को टटोलती सी
राज वे-दर्द ज़माने के कुछ खोलती सी
मशीनी आदमियों के कानों बोलती सी
मरे तो हम हैं यहां तुम क्यों मरे हुए हो
देखी हैं लाशें ऐसी भी मैंने बोलती सी

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Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी शायरी
12 महीना पहले

वो ज़माना भी अब बहुत दूर छोड़ आए हैं..!
इस ज़माने की धार में ज़ख्म बहुत खाए हैं..!!

Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी ब्लॉग
1 साल पहले

नजर ए लफ्ज़ जो जिस्म में उतरे तो इक इश्क़ की कहानी हुई
मोहब्बत का जला ए चराग ए रात तो जिस्म की जवानी हुई
इश्क़ की आड़ में जिस्म ए मोहब्बत हुई फिर बात इश्क़ की पुरानी हुई

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Deepak Bundela AryMoulik मातृभारती सत्यापित कोट्स पर पोस्ट किया गया हिंदी सुविचार
1 साल पहले

मातृ भारती

-Deepak Bundela AryMoulik