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स्पा पार्लर का सुख

स्पा पार्लर का सुख

आर 0 के0 लाल


तरुण और रवि गहरे दोस्त थे। दोनों सुख- दुख में एक दूसरे का साथ देते थे। तरुण ने कहा, - "मेरी पत्नी ब्यूटी पार्लर जाती है। हर महीने मेरी कमाई का एक बड़ा हिस्सा खर्च कर देती है। इस बार तो पूरे साढ़े चार हजार देकर आई है। वह बताती है कि वहां महिलाओं को ब्यूटी थेरेपी दी जाती है जिसमें फेस के लिए फेशियल, पैरों के लिए पेडीक्योर, हाथों के लिए मैनीक्योर और बालों के लिए हेयर स्पा आदि होते हैं। इन सभी में क्लीनिंग, स्क्रबिंग, मसाज,पैक आदि इस्तेमाल किया जाता है। इससे सुंदरता में निखार आ जाता है। तभी तो मैं कितनी तरोताजा और सबसे अलग दिखती हूं।"

मैं कहता हूं कि तुम तो पहले से ही सुंदर हो, केमिकल लगने से तुम्हारी स्किन खराब हो जाएगी तो लड़ने लगती है। कहती है तुम पचास हजार महीने कमाते हो । केवल कुछ हजार मेरे ऊपर खर्च कर देने पर कौन सा पहाड़ टूट पड़ता है।"

मुझे तो कुछ समझ नहीं आता कि वह क्यों पैसे बर्बाद करती है। तरुण ने कहा।

रवि ने उत्तर दिया, -"इस बात से तो आपको खुश होना चाहिए। जल्द ही वे फिजिकली फिट और पहले से ज्यादा रिलैक्स्ड और स्मार्ट हो जाएंगी। आपको भी मसाज करवाना चाहिए। तभी आप उसके फायदे जान पाएंगे। बॉडी मसाज दिन ब दिन लोकप्रिय हो रहा है। यह शरीर को सुंदर और मजबूत बनाता है और तनाव से राहत दिलाता है। इससे शरीर लचीला बनता है, वजन घटता है, शरीर में रक्‍त संचार सही रहता है और दर्द में राहत मिलती है। इस प्रकार पूरे शरीर को फायदा मिलता है।"

"अरे भाई! मुझे यह सब पता है। मुझे तो दूसरा ही डर है। मेरी पत्नी वहां मसाज भी लेती है। वैसे तो ज्यादातर सेम जेंडर स्पा होता है। मतलब लड़के को लड़का मसाज करता है और लड़कियों को लड़कियां। मगर मैंने अभी हाल में कहीं समाचार में पढ़ा है कि किसी स्पा पार्लर में लड़के पकड़े गए हैं जो सेक्स बदलवा कर लड़कियों के रूप में मसाज का काम करते थे। पता नहीं कौन मसाजर हो पत्निजी के पार्लर में। मैं किसी से न तो पूंछ सकता हूं और न ही किसी को बता सकता हूं।" तरुण ने अपनी व्यथा बताई।

रवि ने पूछा , - मुझे आप अपने अनुभवों के बारे में बताइए। भाभी जी को यह आदत कहां से पड़ी?"

तरुण ने एक लंबी आह भरी और कहा,- " यह सब मेरे ही कारण हुआ है। न मैं टूअर पर जाता और न यह सब बवाल मेरे सर पर आता।"

फिर तरुण ने अपनी कहानी बतायी - "बचपन में मेरी मां मुझे उबटन लगाती थी जो भारतीय परंपरा में प्राचीन काल से बेसन, हल्दी, चंदन, दूध, गुलाब जल और कपूर डालकर बनाया जाता है। उसे लगाकर त्वचा के रोम छिद्र खोले जाते हैं और सारी थकान दूर हो जाती थी। मगर उसके बाद कभी किसी ने मेरे लिए वैसा नहीं किया। मैंने अपनी पत्नी से भी कई बार कहा कि जरा हाथ पैर ही दबा दो तो उसने जवाब दिया कि "क्या मैं आप की नौकरानी हूं? आप भी कभी मेरे हाथ पैर दबाते हैं जो मैं करूं?"

मेरा बहुत मन होता था कि मैं एक काउच पर मसाज सूट में लेटा रहूं और कोई अपने नाजुक नाजुक हाथों से मेरी सेवा कर दे। सोच सोच कर ही मन में एक अजीब सी गुदगुदी महसूस होती थी। सोचता रहता कि उसी के माध्यम से ही मेरा तीन आर हो जाएगा।"

रवि ने पूछा यह तीन आर क्या है? तरुण ने तीन आर का मतलब रिलैक्स, रिजूवनेट और रिगेन हेल्थ बताया। यही तो फायदा है स्पा जाने का।"

तरुण ने आगे बताया कि एक दिन एक नाई ने बाल काटते समय कहा कि वह बहुत अच्छा चंपी और गर्दन का मसाज करता है। मैंने कहा कर दो। मसाज करते करते मुझे नींद आ गई और वह पैसे के लालच में गर्दन मरोड़ता और नसें चटकता रहा। मगर मसाज करना भी एक कला है जो सबके वश की बात नहीं होती। | मैंने उससे मसाज करवाया तो मुझे एक हफ्ते तक चक्कर आए। मैंने कान पकड़ लिया कि अब उल्टे सीधे लोगों से मसाज कराने का रिस्क नहीं लूंगा। अगर कराना भी होगा तो किसी अच्छे मसाज पार्लर की सेवाएं लूंगा।

एक दिन मुंबई से मेरे घर एक मेहमान आए। उन्होंने बताया कि वे अक्सर वहां स्पा की सेवाएं लेते हैं।

मैंने पूंछा कि भाई साहब, स्पा क्या है? वे बोले

स्पा का मतलब मिनरल्स से भरपूर पानी में स्नान करना होता है। बॉडी मसाज, बॉडी रैप, सोना बाथ स्टीम बाथ आदि को मिलाकर स्पा कहते हैं। ब्यूटी स्पा में शरीर पर गोल गोल मूवमेंट के साथ मसाज की जाती है जबकि मेडिकल स्पा में जड़ी बूटियों से तैयार तेल द्वारा मसाज करके किसी बीमारी का इलाज किया जाता है।

उन्होंने बातों बातों में यह भी बताया कि कुछ स्पा के अंदर की दुनिया इतनी रंगीन होती है कि आप अंदाजा लगाना तो दूर, सोच भी नहीं सकते। बॉडी मसाज देने के नाम पर गलत काम भी मुमकिन है।

मेरी भी बड़ी इच्छा हुई कि स्पा सेंटर में जाकर उसका मजा लिया जाए। मुझे पता चला कि बड़े-बड़े होटलों, रिजॉर्ट्स, जिम, मॉल, एयरपोर्ट आदि में स्पा का इंतजाम होता है। मगर मुझे डर लगता था कि शायद वहां कोई ग़लत काम होता होगा क्योंकि अक्सर मसाज पार्लर के विज्ञापन बहुत ही उत्तेजक होते हैं। क्रॉस जेंडर मसाज की बातें भी सुनाई देती हैं। सभी जगह ऐसा कुछ नहीं होता परन्तु सही जगह कौन सी है नहीं जानता।

दुर्भाग्य से एक दिन एक बड़े शहर में स्पा सेंटर का बोर्ड देख कर हम भी मसाज कराने वाले एक रिसेप्शन काउंटर पर पहुंच गए। वहां स्वागत के बाद पूछा गया कि सर, बताइए आप किस तरह का मसाज लेंगे। मुझे तो कुछ पता नहीं था कि कितने तरह का मसाज होता है। स्वागती ने कहा, थाई, स्वीडिश, डीप टिश्यू या ट्रिगर पाइंट वाला। क्या लेगें। मैंने कहा कोई भी चलेगा। वह समझ गई कि नया मुर्गा फंसा है। उसने आगे पूछा कि क्या एक्स्ट्रा सर्विस लेंगे? फिर स्वयं बोल पड़ी, शायद आप पहली बार इस सेंटर में आएं हैं। मसाज के लिए आठ सौ से लेकर तीन हजार रुपए तक चार्ज बताया गया। वहां स्टूडेंट ज्यादा दिखाई पड़ रहे थे। मुझे कुछ अच्छा नहीं लगा इसलिए मैं वहां से वापस चला गया। बाद एक जानकार ने बताया कि एक्स्ट्रा सर्विस लेते तो फंस जाते। मैं उस दिन बाल-बाल बच गया था।"

जड़ी-बूटियों वाले तेलों से मालिश के लिए कई जगहें प्रसिद्ध हैं। इसलिए जब मैं पिछली बार पत्नी के साथ टुअर पर गया तो एक ऐसे रिजॉर्ट में स्टे किया जहां हर्बल स्पा था।

मैंने भी एक सस्ता वाला पैकेज ले लिया था। पत्नी ने ड्राई स्पा लिया जिसमें मसाज, फेशियल, पेडीक्योर, मिनीक्योर ओर सलून आदि होती हैं।

मैं एक अलग अनुभव से गुजरा। मुझे हॉट स्टोन थेरेपी दिया गया उसमें करीब आधा घंटे तक मसाज के बाद तेल में डूबे गर्म पत्थर बॉडी पर कुछ देर के लिए रखे जाते हैं। अगर आप चाहें तो बंबू थेरेपी ले सकते हैं। फिर मिनरल वाटर से भरे टब में गर्म पत्थर पर लिटाया गया। आनंद खूब आया। अरोमा थेरेपी जिसमें तिल के तेल में गुलाब, चमेली आदि की खुशबू डालकर मालिश किया जाता है, से मैंने काफी रिलैक्स महसूस किया था।

दूसरे दिन मुझे बॉडी पर तरह-तरह के पैक लगाए जिसमें मड पैक भी था। इसके अलावा दूध में फल जड़ी बूटियां मिलाकर अथवा उबले चावल में अदरक इलायची आदि मिलाकर पैक बॉडी पर लगाकर सूती कपड़े की पट्टियों से लपेट दिया गया। फिर पोटली थेरेपी भी दिया जिसमें नीम, चंदन को सूती कपड़े की पोटली में बांधकर हल्का गर्म करके पूरी बॉडी की सिकाई की गई। इस प्रकार हमने काफी आनंद लिया।

एक दिन मै और मेरा एक दोस्त समुद्र के बीच पर टहल रहे थे तो एक व्यक्ति हमारे पास आया। उसने कहा कि उसके पास अच्छा मसाज पार्लर है, जहां गुनगुना तेल लगाकर धीरे-धीरे कनपटी, गर्दन, चेहरे, गाल एवं ठुड्डी की मालिश की जाती है। इसके बाद छाती, पेट तथा पीठ की मालिश होती है। उसने कहा आप एक्स्ट्रा वाला पैकेज लीजिएगा तो उसमे बी टू बी भी हो जाएगा। आपके शरीर में चमक लाने के लिए केसर मिला तेल इस्तेमाल होगा मगर उसमें ज्यादा पैसे देने होते हैं। बी टू बी सुन कर मेरे तो होश ही उड़ गए थे। हम लोगो ने किसी तरह उससे पीछा छुड़ाया। अब मैं इन सब के चक्कर में नहीं पड़ता मगर लोग गलत पार्लर के चक्कर में आ जाते हैं उन्हें शायद इन सब बातों का अंदाजा ही नहीं होता। किसी को भी इन बातो को ध्यान रख कर ये सब करना चाहिए और सावधान रहने की जरूरत है।

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