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कलर्स ओफ लाईफ

हम खुद का निर्माण स्वयं करते हैं. और हमेशा यह हम पर निर्भर करता है कि हमारा भविष्य कैसा हो, कोई और हमारा जीवन निर्माण नहीं कर सकता है! इसलिए अपना लक्ष्य चुने और उसे प्राप्त करने के लिए विश्वास के साथ मेहनत करें! आपकी सफलता आपके हाथ में है!

article 1 - "हमारा आज, गुजरे हुए और आने वाले कल से हमेशा अच्छा होता है क्यूंकि गुजरा हुआ कल बस आने वाले कल की ख्वाहिशों से भरा है, और आने वाला कल गुजरे हुए लम्हो की बातों में सिमट जाता है... और इसी कश्मकश में ज़िंदगी गुजर जाती है... और आखिर में एक सवाल - काश !!!"

article 2 - निर्णय लीजिये क्यूंकि निर्णय कभी सही और गलत नहीं होते -

इस दुनिया में कुछ भी मुश्किल नहीं होता है और न ही कुछ आसान होता है, जो मान लेता है उसके लिए मुश्किल है, तो वो उसके लिए मुश्किल ही होता है. पर जो ये मान लेता है आसान है, उसके लिए सब आसान होता है. प्रॉब्लम यह नहीं की कल क्या होगा, प्रॉब्लम यह है की हम हमारे निर्णय से ही डरते हैं, हम ही वो पहले इंसान होते है जिन्हे लगता है की हमारा आज लिया गया निर्णय कल हमे बर्बाद न कर दे अरे यार, आज ऐसा क्या है जो कल फिर नहीं मिल सकता, ऐसा क्या है जिसे हम खो देंगे. दोस्त ज़िंदगी का असली एहसास उसे ही पता है जिसने मौत से जंग लड़ी हो, भूख का असली एहसास उसे ही पता हो सकता है जिसने दिन-ओर-रात को भूख में गुजरते देखा हो. प्रॉब्लम यह नहीं की आज आपके पास कुछ ऐसा है जिसको कल खोने का डर आपको हो, प्रॉब्लम यह है की आपके पास कुछ ऐसा है ही नहीं जो आपको आपके ज़िंदा होने का एहसास करा सके. अगर आप ज़िंदा होते तो आप उस हर निर्णय को लेने के लिए तैयार होते जो असंभव दिखता हो पर आप को उस असंभव के पीछे आपकी मंजिल दिखाई दे रही हो. उस दिन आपके पास सोचने का समय नहीं होता, उस दिन आपके पास कोई डर नहीं होता है, याद रखिए आपका आज कभी आपका कल नहीं हो सकता, निर्णय लेना सीखिए. निर्णय लीजिए क्यूंकि निर्णय कभी सही और गलत नहीं होते ये तो समय के साथ उस निर्णय का परिणाम तय करता है की आपका आज लिया गया निर्णय सही था या गलत.

article 3 - जब सारी दुनिया कहती हैं कि हार मान लो ये काम तुम्हारे बस का नही हैं तो उम्मीद की एक किरण कहती हैं. एक बार और कोशिश करके देखो तुम यह कर सकते हो.
” हर दिन अपनी

जिन्दगी को एक नया

ख्वाब दो,

चाहे पूरा न हो पर
आवाज तो दो,
एक दिन पूरे हो जायेंगे
सारे ख्वाब तुम्हारे,
सिर्फ एक शुरूआत दो. "

article 4 - हर तबाही के बाद जो बच जाता है वही नयी सृष्ठि की रचना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इस बात से कभी फ़र्क़ नहीं पड़ता की आपकी लक्ष्य के प्रति रफ़्तार कितनी है, किसी को लक्ष्य बहुत जल्दी मिल जाता है किसी को देर से, महत्वपूर्ण है तो "एकाग्रता और निरंतरता" । इस दुनिया में हर तरह के लोग हैं, बहुत सक्सेस्फुल, कम सक्सेस्फुल, फेलियर जरुरी यह नहीं आप उनमे से किसी एक जैसे हो जाओ , जरुरी बस ये है आप जो हैं आप बस वैसे हो जायें । आप वो करें जो आपको अच्छा लगता है, पर इस तरह करें कि एक दिन वो दुनिया को भी अच्छा लगे ॥

article 5 - अक्सर मेने लोगों को कहते हुए सुना है और आज कल की जनरेशन में तो एक फैशन सा हो गया है. हर किसी के पास प्रोब्लेम्स है , हर कोई परेशान है … मुझे समझ नहीं आता प्रोब्लेम्स का मतलब क्या होता है. में नहीं मानता प्रोब्लेम्स जैसा कुछ हो भी सकता है. क्युकी इस नाम की कोई चीज दुनिया में ही नहीं है. हाँ हम कह सकते है हमारी आज की सिचुएशन को देखने के लिए हमारे पास २ तरीके होते है…या तो बस उदास हो जाये और सोचतें रहे भगवन ये कर देता तो ऐसा होता, ये दे देता तो वैसा होता या फिर हम ये सोचे की बस इसी पल का तो मुझे इंतज़ार था अब शायद यही वो पल है जब में दुनिया को अपने वजूद का एहसास करा सकूँ… बस अपने अंदर की आवाज को सुनो महसूस करो आपको आपके सारे जवाब मिलने लगेंगे … आपके पास कोई प्रॉब्लम होगी ही नहीं …. खुद को समझ लो वही करो जो अच्छा लगता है… बहुत सिंपल सी बात है दोस्त ” जब भी हम मुसीबत से डरे, तो हम मरे तो नहीं पर जी भी न सके…

https://www.youtube.com/watch?v=KBg2FytP4-k

article 6 -

जब सारी दुनिया एक होकर आपको कमजोर करने लगे, और उस समय आपके अंदर कोई धीमी सी आवाज में, आपसे कहे बस थोड़ा सब्र और, उस दिन समझ जाना बस इतिहास बदलने वाला है... यही प्रकृति का सच है जब वो आपको कुछ देने वाली होती है तो पहले आपको स्वच्छ करती है ,,, आपको अंदर से मजबूत करती है क्यूंकि वो आपके ऐसी शक्ति देने वाली होती है, जिससे आप बदलाव कर सके... कुदरत ने हम सबको तराशते समय, हम सबको एक अलग खूबी से नवाजा है,,, ये तो हमे तय करना है हम अपनी इस ज़िंदगी को कैसे जीना चाहते हैं... अगर हम ज्यादा सोचेंगे तो कभी कर नहीं पाएंगे, और अगर हम करेंगे तो हमें पता ही नहीं चलेगा की कब हमने अपनी किस्मत को ख़ूबसूरत रंगों से रंग दिया...


https://www.youtube.com/watch?v=kFlZedWWNNI

article 7 -

जब तक शीशा था, सब देख-देख कर जाते थे,
जब टूट कर बिखर गया, सब बच-बच कर जाते हैं ॥

यही दुनिया का सच हैं, इसलिए जितना भी समय आपके पास हैं उस समय को खुद को सवांरने में लगाओ, आप जितना किसी को समझने की कोशिश करोगे उतने उलझते जाओगे, जितना खुद को समझने का प्रयास करोगे उतने सुलझते जाओगे ॥

article - 8

हीरे को जितना ज्यादा तराशा जाता है उसकी चमक उतनी बढ़ती है, सोने को जितना ज्यादा तपाया जाता है उससे उतना खरा सोना बनता है... उसी तरह इंसान भी हर बुरे वक़्त के साथ सहज, सुलझा हुआ और समझदार होता है...

"परिस्थितियां इंसान को आत्म-निर्भर बनाती हैं"

"No one can give the better explanation about YOU except 'YOURSELF'....