My father is my biggest encouragement.... book and story is written by Purnima Kaushik in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. My father is my biggest encouragement.... is also popular in Fiction Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मेरे पापा मेरा सबसे बड़ा हौसला ..... Purnima Kaushik द्वारा हिंदी फिक्शन कहानी 360 Downloads 1.4k Views Writen by Purnima Kaushik Category फिक्शन कहानी पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आज काफी समय के बाद घर में 'लक्ष्मी' आई है। 'मेरी नन्ही परी', 'मेरी गुड़िया', 'मेरी सोन चिरैया ' और न जाने कितने अलग - अलग नामों से 'ज्योति' के पिता उसे पुकार रहे थे। ज्योति के आने से उसके पिता का एक नया ही रूप देखने को मिल रहा था। काम से लौटने के बाद वो सबसे पहले अपनी बेटी ज्योति को ही देखना चाहते थे। घर आकर उसी का नाम पुकारते थे। ज्योति भी बहुत शरारती थी और अपने पिता के साथ खेलने में उसे भी बड़ा अच्छा लगता था। इसलिए वो हमेशा दरवाजे के पीछे छुपकर उन्हें More Likes This ऑगस्तो पिनोशे उगार्ते - एक तानाशाह की सत्य कथा - भाग 1 द्वारा MaNoJ sAnToKi MaNaS मत्स्य कन्या - 9 द्वारा Pooja Singh अतीत का साया - 1 द्वारा Kishanlal Sharma Rebirth of my Innocent Wife - 1 द्वारा Rani prajapati Reborn Agent Queen ka - 4 द्वारा Dark Queen डोनर गर्ल - 1 द्वारा S Sinha यह मैं कर लूँगी - भाग 1 द्वारा अशोक असफल अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी