house number sixty two book and story is written by ललित किशोर, ऊर्फ क्षितिज in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. house number sixty two is also popular in Classic Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. मकान नम्बर बासठ Lalit Kishor Aka Shitiz द्वारा हिंदी क्लासिक कहानियां 5 1.7k Downloads 5.6k Views Writen by Lalit Kishor Aka Shitiz Category क्लासिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण सुबह सुबह नहा धो कर मैं सेकेंड फ्लोर की बालकनी में आ कर बैठ गया... करीबन छ: सवा छ: बज रहे थेसीढ़िया चढ़ते हुए जब आ रहा था तो सभी कमरों के बाहर लगे कूलर सररर सरर्र कर रहे थे, किसी कमरे में बत्ती चालू थी तो कहीं अलार्म बज रहा था.. सुबह सवेरे भोर के साथ जागना तो सब चाहते है लेकिन बिस्तर को दिन भर के लिए अलविदा कहना जरा मुश्किल नजर आता है इसी डर से अलार्म लगाते है और बेझिझक हो कर मस्त सूअर की भांति निद्रालोक में चले जाते हैं परंतु अलार्म तो मशीन है More Likes This धुंआ द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz सन्यासी -- भाग - 32 द्वारा Saroj Verma जादुई आईना - पार्ट 1 द्वारा Manshi K मंजिले - भाग 9 द्वारा Neeraj Sharma ज्वार या भाटा - भाग 1 द्वारा Lalit Kishor Aka Shitiz तेरी मेरी यारी - 5 द्वारा Ashish Kumar Trivedi आखेट महल - 1 द्वारा Prabodh Kumar Govil अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी