Iti marg ki sadhna paddhati - 9 book and story is written by akhil bhartiy in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Iti marg ki sadhna paddhati - 9 is also popular in Spiritual Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. 9. संक्षिप्त जीवन परिचय संरक्षक, अखिल भारतीय संतमत सत्संग (रजि.) श्री यशपाल जी महाराज (परम पूज्य भाई साहब जी) द्वारा हिंदी आध्यात्मिक कथा 11 2.4k Downloads 12.1k Views Writen by श्री यशपाल जी महाराज (परम पूज्य भाई साहब जी) Category आध्यात्मिक कथा पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण आधुनिक काल में आनन्द-योग के वर्तमान पथ-प्रदर्शक परम सन्त महात्मा श्री सुरेश जी (परम पूज्य भैया जी) का शुभ जन्म तपोमय गृहस्थ सन्त एवं संस्थापक अखिल भारतीय संतमत सत्संग परम सन्त महात्मा श्री यशपाल जी महाराज एवं परम सन्त पूज्या श्रीमती रूपवती देवी जी (पूज्या माता जी) के संतान के रूप में 17 अगस्त, 1953 को जबलपुर (म.प्र.)में हुआ । प्रारंभिक व अभियान्त्रिकी (Engineering) शिक्षा प्राप्त कर आप इन्डियन टेलीफोन इन्डस्ट्रीज (ITI) रायबरेली (उ.प्र.) में कार्यरत हुए । आप अपनी कर्तव्य निष्ठा अध्यवसाय व दक्षता के फलस्वरूप वहाँ पर Safety Engineering का कार्यभार संभालते रहे । ये कार्य अत्यन्त कुशलता एवं सर्तकता के थे जो आपने प्रशंसनीय रूप से संपन्न किये। अपने सेवा काल के शेष 15 वर्ष इन्डियन टेलिफोन इन्डस्ट्री में दिल्ली समन्वय कार्यालय (ITI Limited Delhi Co-Ordination Office) में प्रबन्धक (Manager) का कार्यभार कुशलतापूर्वक संपन्न करके 31 अगस्त 2011 को आप सेवा-निवृत हुए । Novels इति मार्ग की साधना पद्धति महर्षि अष्टावक्र प्रदत्त ब्रह्म-विद्या को अखिल भारतीय सन्तमत सत्संग की परम्परा के सद्गुरुओं ने इस आधुनिक युग में आनन्द-योग के रूप में व्यक्तिगत, पारिव... More Likes This शब्दों का बोझ - 2 द्वारा DHIRENDRA SINGH BISHT DHiR स्वामी प्रभुपाद द्वारा Ankit अलौकिक दीपक - 1-2 द्वारा kajal Thakur भगवद गीता क्या है और इसे क्यों पढ़ना चाहिए - अध्याय 1 द्वारा parth Shukla एक औरत की ख़ामोश उड़ान - 1 द्वारा Mohini समरादित्य महाकथा - 1 द्वारा Kapil Jain श्री दुर्गा सप्तशती- आचार्य सदानंद – समीक्षा छन्द 1 द्वारा Ram Bharose Mishra अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी