नानी तुमने कभी प्यार किया था - 10 महेश रौतेला द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ होम किताबें हिंदी किताबें प्रेम कथाएँ किताबें नानी तुमने कभी प्यार किया था - 10 नानी तुमने कभी प्यार किया था - 10 महेश रौतेला द्वारा हिंदी प्रेम कथाएँ 207 982 नानी तुमने कभी प्यार किया था? भाग-10उसकी मुस्कान को मैं कभी भूल नहीं पाती हूँ।वह कभी आसमान की तरह गहरी होती जहाँ असंख्य नक्षत्र झिलमिलाते दूरी का आभास देते हैं।या उस झील की तरह जिसका पानी हवा से हिलता ...और पढ़ेमेरे भावों की नावें और मछलियां उसमें तैरती रहती हैं।उसकी लिखी पंक्तियों को में बार-बार पढ़ती हूँ।"तूने मेरे कदमों कोएक अर्थ दिया था,आँखों को कहने काअद्भुत संयोग दिया था।मन बैठ गया थाजब तेरे आँगन में,इक आदर का भाववहीं लेने आया था।तेरी यादों का पताबार-बार पढ़ता हूँ,किये गये वादों सेरूठ नहीं पाता हूँ।तूने मेरे हाथों मेंजो समय रखा था,वह अब भी कम पढ़ें पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें नानी तुमने कभी प्यार किया था - उपन्यास महेश रौतेला द्वारा हिंदी - प्रेम कथाएँ (27) 6.1k 16.7k Free Novels by महेश रौतेला अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी उपन्यास प्रकरण हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी કંઈપણ महेश रौतेला फॉलो