Pota aa gaya tha book and story is written by Satish Sardana Kumar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Pota aa gaya tha is also popular in Moral Stories in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story. पोता आ गया था Satish Sardana Kumar द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 2 915 Downloads 2.8k Views Writen by Satish Sardana Kumar Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण पोता आ गया था।ताऊ ने दादी के सामने प्रण लिया था कि पितृहीन इस बालक को सदैव अपनी स्नेह छाया में रखूंगा और उसे पिता की कमी कभी महसूस नहीं होने दूंगा।दादा ने अपने खोए बेटे की प्रतिबिंब छवि पोते के गोरे मुखमंडल में देखने की असफल कोशिश की।"शायद बहू पर गया है।"यह सोचकर संतोष कर लिया कि मां पर पूत पिता पर घोड़ा कहावत यहां सत्य हो रही है।लेकिन है तो उनके पुत्र का अंश ही।उस पुत्र का,जिसकी दुखद मृत्यु ने परिवार की जड़ें हिला दी हैं।पोता आ गया है।अब वह यहीं रहेगा,नौ साल के उस लड़के ने घोषणा More Likes This माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari BTS ??? - 4 द्वारा Black डॉ. बी.आर. अंबेडकर जीवन परिचय - 1 द्वारा Miss Chhoti अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी