यह कहानी संजू और शर्मा जी के बीच एक फोन बातचीत पर आधारित है। संजू राजीव तनेजा की पत्नी है और वह शर्मा जी को फोन करके अपनी चिंताओं को साझा करती है। वह बताती है कि राजीव पिछले कई दिनों से अजीब व्यवहार कर रहे हैं, ठीक से नहीं खा-पी रहे हैं, और बच्चों पर भी गुस्सा कर रहे हैं। संजू बताती है कि राजीव ने चार दिनों से स्नान नहीं किया और जब वह उन्हें स्नान करने के लिए साबुन देती हैं, तो वह उसे बाहर फेंक देते हैं। राजीव लगातार बेतुकी बातें कर रहे हैं और किसी भी डॉक्टर के पास जाने के लिए राजी नहीं हो रहे हैं। संजू चाहती है कि शर्मा जी राजीव को छत्तीसगढ़ ले जाएं, ताकि वह कुछ दिन आराम कर सकें। शर्मा जी को समझ में नहीं आता कि कैसे राजीव को मनाया जाए, लेकिन संजू बताती है कि जब उसने राजीव को गाड़ी में बैठाया, तो वह अचानक चीखने लगे और गाड़ी का कांच तोड़ दिया। अंत में, राजीव ने बाहर निकलकर संजू के टायरों की हवा निकालना शुरू कर दिया। कहानी हास्य और तनाव के मिश्रण के साथ राजीव की स्थिति को दर्शाती है, जिसमें संजू की चिंता और शर्मा जी की परेशानी मुख्य तत्व हैं। नतीजा फिर भी वही…ठन्न…ठन्न…गोपाल राजीव तनेजा द्वारा हिंदी हास्य कथाएं 3 2.3k Downloads 8.1k Views Writen by राजीव तनेजा Category हास्य कथाएं पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण नतीजा फिर भी वही- ठण ठण गोपाल ट्रिंग…ट्रिंग….ट्रिंग…ट्रिंग… “ह्ह….हैलो…श्श….शर्मा जी?” “हाँ।…जी….बोल रहा हूँ…आप कौन?” “मैं…संजू।” “संजू?” “जी।….संजू…..पहचाना नहीं?...राजीव तनेजा की वाइफ।” “ज्ज…जी भाभी जी….कहिये…क्या हुक्म है मेरे लिए?…..सब खैरियत तो है ना?” “अरे।…खैरियत होती तो मैं भला इतनी रात को फोन करके आपको परेशान क्यों करती?” “अरे।…नहीं…इसमें परेशानी कैसी?…अपने लिए तो दिन-रात…सभी एक बराबर हैं….आप बस…हुक्म कीजिए।” “तुम कई दिनों से इन्हें छत्तीसगढ़ आने का न्योता दे रहे थे ना?” “जी।…दे तो रहा था लेकिन….” “लेकिन अब मना कर रहे हो?” “न्न्…नहीं।…मना तो नहीं कर रहा लेकिन मौसम थोड़ा और खुशगवार हो जाता तो….” “तब तक तो मैं ही मर More Likes This मोहब्बत की दास्तान - 1 द्वारा Vishal Saini शोसल मीडिया और भगवत प्रसाद - 1 द्वारा saif Ansari हास्यास्त्र भाग–१ द्वारा Bhaveshkumar K Chudasama थ्री बेस्ट फॉरेवर - 1 द्वारा Kaju मैं मंच हूँ द्वारा Dr Mukesh Aseemit प्यार बेशुमार - भाग 8 द्वारा Aarushi Thakur राज घराने की दावत..... - 1 द्वारा puja अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी