कहानी "कहानी ऐसे थोड़े न लिखी जाती है..." में एक साधारण महिला के विचारों को दर्शाया गया है, जो अपनी गृहस्थी संभालते हुए कहानी लिखने का प्रयास कर रही है। उसकी बेटी, नीलम, उसे बार-बार प्रेरित करती है कि वह अपनी कहानियाँ लिखे, क्योंकि वह एक अच्छी किस्सागो है। नीलम का कहना है कि कहानियाँ जीवन से ही उठाई जाती हैं। महिला सोचती है कि उसे किस विषय पर लिखना चाहिए और एक पुराने दोस्त, निर्मल, के बारे में विचार करती है। निर्मल उसका बचपन का साथी है, जो उसके पड़ोस में रहता था। वह उसे याद करती है कि कैसे वे दोनों बचपन में साथ खेलते थे और निर्मल उसकी माँ के साथ बहुत घुल-मिल गया था। कहानी में महिला की संघर्ष और प्रेरणा को दर्शाया गया है कि वह अपनी भावनाओं और यादों को कागज पर उतारने का प्रयास कर रही है। अंततः, यह कहानी न केवल लेखन की प्रक्रिया के बारे में है, बल्कि एक रिश्ते और बचपन की यादों की गहराई को भी दर्शाती है। कहानी ऐसे थोड़े न लिखी जाती है... - 1 प्रियंका गुप्ता द्वारा हिंदी सामाजिक कहानियां 6 2.5k Downloads 11.7k Views Writen by प्रियंका गुप्ता Category सामाजिक कहानियां पढ़ें पूरी कहानी मोबाईल पर डाऊनलोड करें विवरण कई दिनो से सोच रही हूँ, कोई कहानी लिखूँ। आप भी सोचेंगे, ये कहानी लिखने का आइडिया मेरे दिमाग़ में आया कहाँ से...? मैं ठहरी एक आम सी, सीधे-साधे ढंग से अपनी गृहस्थी चलाने वाली साधारण औरत...मैं भला कहानी लिखना क्या जानूँ...? बिल्कुल सही कहा आपने...। अरे, कहानी लिखने के लिए संवाद चाहिए, पात्र होते हैं, घटनाक्रम होता है...और क्या कहते हैं उसे...हाँ, कथानक...एक बढ़िया सी थीम की भी तो दरकार होती है...। पर यह बात नीलम समझना ही नहीं चाहती। जब फोन करेगी, एक ही बात, माँ, कहानी लिखना शुरू कर दो...। इतनी अच्छी किस्सागो हो, बस अपनी बात को काग़ज़ पर उतार डालो...। तुम्हारा टाइम भी कटेगा और अगर छप गई तो नाम के साथ-साथ पैसा भी मिलेगा...सच्ची...। Novels कहानी ऐसे थोड़े न लिखी जाती है... कई दिनो से सोच रही हूँ, कोई कहानी लिखूँ। आप भी सोचेंगे, ये कहानी लिखने का आइडिया मेरे दिमाग़ में आया कहाँ से...? मैं ठहरी एक आम सी, सीधे-साधे ढंग से अप... More Likes This रुह... - भाग 8 द्वारा Komal Talati उज्जैन एक्सप्रेस - 1 द्वारा Lakhan Nagar माँ का आख़िरी खत - 1 द्वारा julfikar khan घात - भाग 1 द्वारा नंदलाल मणि त्रिपाठी सौंदर्य एक अभिशाप! - पार्ट 2 द्वारा Kaushik Dave चंदन के टीके पर सिंदूर की छाँह - 1 द्वारा Neelam Kulshreshtha गाजा वार - भाग 1 द्वारा suhail ansari अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी हिंदी क्राइम कहानी