ट्रेन्डिंग हो रहे हैं Bhavna Nidhi Tinu Rathod _તમન્ના_ Abbas khan Darshita Babubhai Shah Shefali SMChauhan sarika Swatigrover Devesh Sony Er Bhargav Joshi Parmar Geeta Pinu Rajput Sneha Patel Sangita Behal Kishan4ever Shaba Shaikh jagrut Patel Bhavesh Rathod Yogi Forever ट्रेन्डिंग #good #d #openmic #bharuch #gujarat #event #writer #poetry #gujarati #swachhbharat #रूपकीबातें #shayar #shayari #matrubharti #poem #poet #love #monameet #my #ghanshyam आगे देखें... फिल्टर्स श्रेणी ब्लॉग पुस्तक समीक्षा नृत्य फिल्म समीक्षा लोक संगीत मजेदार शुभ संध्या शुभ प्रभात शुभ रात्रि हाइकू चुटकुले माइक्रो फिक्शन प्रेरक समाचार कविता प्रश्न सुविचार धार्मिक रोमांस शायरी गीत कहानी विचार बातूनी विराज वोट्सेप स्टेटस हिंदी गांधीगिरी स्टेटस | हिंदी सोशल नेटवर्क Home Bites गांधीगिरी स्टेटस बाइट्स Darshita Babubhai Shah हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले गांधीगिरी कर ने के लिए खुद पर भरोसा और खुद का सही होना जरूरी है ll दर्शिता 663 Views लाइक् 2 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 80 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Darshita Babubhai Shah हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले गर गांधीगिरी करनी है तो गोली खाने का हौसला भी रखना होगा ll दर्शिता 569 Views लाइक् 3 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 75 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Swatigrover हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले पड़ोस में रहने वाले अंकल रोज़ कचरा घर के बाहर फ़ेंक देते थे । जब उन्हें कहा गया तो वह नहीं माने तो मैंने उन्हें रोज़ कभी केले, सेब नाशपति आदि फल देने शुरू किये । यह क्रम 2 हफ्ते तक चला और एक दिन वे पूछ बैठे तो मैंने उन्हें बताया कि यही कचरा आपको बीमार करेगा और आंटी के जाने के बाद आप अकेले हो गए है, बच्चे आपके बाहर रहते है। आपका ख्याल कौन रखेगा? डेंगू , मलेरिया जैसी बीमारियों से लड़ने के लिए यही फल काम आएँगे। अंकल को यह बात समझ आयी और उन्होंने कूड़ा कूड़ेगाड़ी में डालना शुरू किया । और पढ़े 449 Views लाइक् 10 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 57 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Darshita Babubhai Shah हिंदी गांधीगिरी 3 महीना पहले जब में एल एल एम की परीक्षा देने सेन्ट झेवियर्स कालज में गई मेरा सीट नं ३ माले पे था । मेंने प्रीन्सीपाल को बताया , में दिव्यांग हुं,उपर नही जा शकती, वो बोले, कुछ करता हुं, एक घंटा खडी रही उनकी ऑफिस के बहार, बेठक व्यवस्था नीचे कोई क्लास मे हो । देढ घंटे बाद एक शिक्षक मेरे लिए प्रश्नपत्र - उत्तरवाही लेकर आए, चलो सामने क्लास में बेठ के आप सारी परीक्षाएं देना, क्लार्क को सूचना दी के मेरा पूरा ध्यान रखें. उन देढ घंटे में मेने चूपकीदी रखी, सिर्फ प्रीन्सीपाल की ओफिस बाहर बिना शोर किए खडी रही ॥ दर्शिता और पढ़े 519 Views लाइक् 2 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 53 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Saroj Prajapati हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले अपनी B.Ed. के दौरान मुझे टीचर ट्रेनिंग के लिए ब्वॉयज स्कूल की नाइंथ क्लास के दो पीरियड मिले वह भी लंच के बाद। जब लड़कों को पता चला मैं ट्रेनी हूं तो वह आधा समय आने में और बाकी किताबें निकालने में खत्म कर देते। मैंने एक दो बार उन्हें समझाने की कोशिश भी की पर कोई फायदा ना हुआ। तीसरे दिन मैं क्लास के गेट पर खड़ी हो गई और जैसे-जैसे लड़के आते गए मैं मुस्कुराकर उनका वेलकम करती रही। मेरी इस गांधीगिरी का यह असर हुआ कि सभी स्टूडेंटस अब समय पर क्लास में पहुंचने लगे। सरोज ✍️✍️ स्वरचित व मौलिक । और पढ़े 156 Views लाइक् 3 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 32 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Raje. हिंदी गांधीगिरी 3 महीना पहले हमारी लडाई मे सच ना हो तो चलेगा, लेकिन हमारी लडाई सच्चाई के लिए होनी चाहीए। -रेरा 174 Views लाइक् 1 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 21 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Mahendra Sharma हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले मुझे बापू की मुस्कुराहट में अपने सभी सवालों का जवाब मिलता है 126 Views लाइक् 1 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 21 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Saroj Prajapati हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले गांव से प्राइमरी पास करने के बाद मैंने शहर के स्कूल में दाखिला लिया। वहां सभी बच्चे मेरी बोली व सादगी का मजाक उड़ाते थे। अध्यापक भी मुझे अनदेखा करते। जब मैं उनसे कुछ पूछने के लिए उठती तो मुझे तुरंत बैठा देते। उन सबका यह व्यवहार देख मुझे बहुत दुख होता था। फिर भी मैं मन लगाकर पढ़ती रही। प्रथम सत्र के परीक्षा परिणाम में मैंने कक्षा में प्रथम स्थान हासिल किया। सारी कक्षा व अध्यापक आज मुझे देख गर्वित थे और अपनी सोच पर शायद शर्मिंदा। ✍️सरोज ✍️ स्वरचित व मौलिक और पढ़े 147 Views लाइक् 8 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 20 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Saroj Prajapati हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले हमारे स्कूल में अक्सर टीचर्स सिलेबस कवर करवाने की बात कह हमारा पी० टी० पीरियड भी सब्जेक्ट पीरियड में बदल देते थे। बच्चों ने कई बार इसके विरोध में आवाज उठाई तो उन सब का एक ही जवाब होता था 'पढ़ाई जरूरी है, खेलकूद नहीं।' कुछ महीनों बाद जब स्कूल में गेम्स शुरू हुए तो हमारी क्लास ने किसी भी स्पोर्ट्स में भाग लेने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि 'पेपर आने वाले हैं, और अभी हमारा सिलेबस पूरा नहीं हुआ है और बिना तैयारी के गेम्स में भाग लेने से क्या लाभ?' टीचर्स को हमारी बात समझ आ गई और स्कूल में पी०टी० पीरियड समय से लगने लगे। सरोज✍️ स्वरचित व मौलिक और पढ़े 112 Views लाइक् 2 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 18 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया Namita Gupta हिंदी गांधीगिरी 2 महीना पहले मेरे घर के पास वाले घर मे नये लोग रहने आये । कुछ दिन तो उनका व्यवहार मित्रवत रहा लेकिन कुछ समय के बाद अचानक वो न जाने क्यों हमसे कतराने लगी ,हमें देखते ही रास्ता बदल देती ।एक दिन उन्होंने हमारी तरफ दीवार खड़ी कर ली । यह सब मुझे बहुत अजीब लगा लेकिन फिर भी मैने उनसे हंसकर बोलना और वक्त बेवक्त सहयोग करना नही छोडा । मेरे इस व्यवहार से 2 साल बाद मैंने देखा कि वह अब हमसे बोलने और अच्छे पडो़सी होने का प्रयास करने लगी यह देखकर मेरा बेटा कहने लगा मां ! आपकी गांधीगिरी काम आ गई । Namita gupta और पढ़े 77 Views लाइक् 2 कोमेन्टस शेयर हुवे फेसबुक ट्विटर गूगल वॉट्स ऐप 18 अन्य व्यक्तियों ने पसंद किया × अपने अकाउंट में लॉग इन करें गूगल से लॉग इन करें गूगल से लॉग इन करें या लॉग इन x Start Writing View Stories You Are Successfully Logged In. × वेरिफिकेशन सत्यापित करें OTP पुनः भेजें × ऐप डाउनलोड करें ऐप डाउनलोड करने के लिए लिंक प्राप्त करें SMS भेजें Please enable javascript on your browser
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