स्थान: नासिक, महाराष्ट्र वर्ष: 2031 --- नासिक के एक शांत मोहल्ले में सुबह की चाय की भाप के साथ एक नाम हवा में गूंजता है — "आरव… उठ जा बे! आज फिर लेट हो जाएगा!" 22 साल का आरव मोहिते, एक सीधा-साधा, हँसमुख, और ज़मीन से जुड़ा लड़का। B.Sc फाइनल ईयर का छात्र। माँ सरकारी स्कूल में टीचर और छोटा भाई शिवा 10वीं में पढ़ता है। आरव की दुनिया बहुत सीधी है — सुबह मॉर्निंग रन, फिर कॉलेज, दिन में ट्यूशन पढ़ाना, और रात को छत पर बैठकर तारों को निहारना। उसकी पूरी दुनिया बस दो बातों पर टिकी थी — "माँ का मान" और "अनन्या का साथ"।

1

वो जो मैं नहीं था - 1

कहानी का नाम: "वो जो मैं नहीं था"--- भाग 1: “जहाँ सपने रहते हैं”---स्थान: नासिक, महाराष्ट्रवर्ष: 2031---नासिक के एक मोहल्ले में सुबह की चाय की भाप के साथ एक नाम हवा में गूंजता है —"आरव… उठ जा बे! आज फिर लेट हो जाएगा!"22 साल का आरव मोहिते, एक सीधा-साधा, हँसमुख, और ज़मीन से जुड़ा लड़का। B.Sc फाइनल ईयर का छात्र। माँ सरकारी स्कूल में टीचर और छोटा भाई शिवा 10वीं में पढ़ता है।आरव की दुनिया बहुत सीधी है —सुबह मॉर्निंग रन, फिर कॉलेज, दिन में ट्यूशन पढ़ाना, और रात को छत पर बैठकर तारों को निहारना।उसकी पूरी दुनिया बस ...और पढ़े

2

वो जो मैं नहीं था - 2

भाग 2: “वो जो दिखता है, वो होता नहीं”(जहाँ भरोसा पहली बार हिलता है… और प्यार सवालों में घिरने है)---स्थान: नासिक — RC कॉलेज से शुरू होकर एक पुरानी गली में खत्म होता है। तारीख: 13 फरवरी 2031 — वैलेंटाइन डे से ठीक एक दिन पहले।--- पिछले भाग की स्मृति: आरव और अनन्या, दो दिल जो एक-दूसरे में सुकून पाते हैं। सब कुछ सामान्य है… जब तक एक रात आरव छत पर बड़बड़ाते नहीं दिखता: "बस थोड़ा और वक़्त… फिर सब खत्म कर दूंगा… सब सही कर दूंगा…"--- भाग 2 की शुरुआत:अनन्या अपनी डायरी में कुछ लिख रही थी ...और पढ़े

3

वो जो मैं नहीं था - 3

भाग 3: "उसने जो छुपाया था, वो मैं थी"(जहाँ सच सिर्फ चेहरों में नहीं, रगों में भी बहता है... अतीत की परछाइयाँ आज का लहू बन जाती हैं)--- स्थान: नासिक — RC कॉलेज की ओल्ड बिल्डिंग, CID ऑफिस, और अनन्या का ननिहाल तारीख: 14 फरवरी 2031 — वैलेंटाइन डे--- पिछली कहानी की झलक:एक चिठ्ठी, एक डायरी और एक हत्या।आरव गायब है, लेकिन उसके नाम पर RC कॉलेज की ओल्ड बिल्डिंग में एक खून हो चुका है।अनन्या को अब शक है कि वो जिस लड़के से प्यार करती थी —वो सिर्फ आरव नहीं था...वो कुछ और भी था।--- इस ...और पढ़े

4

वो जो मैं नहीं था - 4

भाग 4: "जो अतीत बचपन में छूट गया था"(जहाँ पन्ने जल चुके हैं… पर राख अब भी साँस ले है)--- स्थान: नासिक – CID डिटेंशन सेंटर, अनन्या का ननिहाल, और पुणे का वही पुराना बाल आश्रम (1999 की आग का गवाह) तारीख: 15 फरवरी 2031---⏳ पिछले भाग की स्मृति:आरव और अनन्या, दो ऐसे नाम जो अब खून, अतीत और रहस्य में उलझ चुके हैं।PROJECT RAAHAT की गोपनीय जानकारी उजागर होने के बाद, आरव CID की गिरफ़्त में है।अनन्या को पहली बार पता चला उसका अतीत ही उसका सबसे बड़ा सच है।पर अब सवाल ये नहीं कि आरव गुनहगार है ...और पढ़े

5

वो जो मैं नहीं था - 5

भाग 5: "जिसे मिटाया गया, वो अब मिटाएगा"(जहाँ मौत सिर्फ एक खबर नहीं, बल्कि एक हथियार बन जाती है)--- नासिक - अनन्या का घर, मुंबई का अंडरग्राउंड सेफहाउस, दिल्ली के सत्ता गलियारे तारीख: 17 फरवरी 2031---⏳ पिछले भाग की स्मृति:आरव, PROJECT RAAHAT का सबसे बड़ा राज़, CID लॉकअप में ब्लास्ट के बाद “मृत” घोषित।अनन्या को अपने अतीत का सच पता चलता है - 1999 के पुणे बाल आश्रम की आग, जिसमें सिर्फ दो बच्चे बचे थे - वही दो, जिन्हें बाद में PROJECT RAAHAT के तहत नई पहचान दी गई।पर नामों के साथ भी खेल हुआ था - आर्या ...और पढ़े

6

वो जो मैं नहीं था - 6

भाग 6: "जब प्यार और जंग टकराएँ"(जहाँ पुराना दोस्त कल का दुश्मन भी हो सकता है… और कल का ही कल का सबसे बड़ा सहारा)--- स्थान: मुंबई का अंडरग्राउंड सेफहाउस, दिल्ली का पुराना रेलवे यार्ड (फ्लैशबैक), पुणे का युद्ध-प्रशिक्षण शिविर (2007 का समय) तारीख: 19 फरवरी 2031---⏳ पिछले भाग की स्मृति:आरव, जिसे सब “मृत” समझ बैठे थे, असल में कैप्टन विराट राठौड़ की मदद से जिंदा है। अब उसका मिशन साफ है - 1999 की आश्रम आग और PROJECT RAAHAT के मास्टरमाइंड, गृह मंत्री श्रीकांत देशमुख का अंत।अनन्या सच के साथ खड़ी है… लेकिन आरव के तरीक़ों से डर ...और पढ़े

7

वो जो मैं नहीं था - 7

भाग 7: "राजधानी की दीवारें"(जहाँ सच और साज़िश के बीच की दूरी, बस एक गोली जितनी रह जाती है)--- दिल्ली – लुटियंस ज़ोन, संसद मार्ग के अंडरग्राउंड टनल्स, और चाणक्यपुरी का हाई-सिक्योरिटी एरिया तारीख: 21 फरवरी 2031---⏳ पिछले भाग की स्मृति:आरव "मृत" से "जीवित" बनकर लौट चुका है। अब वह, अनन्या, अरमान और कैप्टन विराट - गृह मंत्री श्रीकांत देशमुख को गिराने के मिशन पर हैं।दिल्ली में उनके सामने सिर्फ एक आदमी नहीं, बल्कि पूरी सत्ता की लोहे की दीवारें हैं।पर असली खेल अब शुरू होगा - जहाँ हर दीवार के पीछे एक और दीवार है।--- दिल्ली में पहला ...और पढ़े

8

वो जो मैं नहीं था - 8

भाग 8: "टनल के भीतर की सच्चाई"(जहाँ दीवारें पत्थर की नहीं, वफ़ादारी की होती हैं… और उनके टूटने की सबसे खतरनाक होती है)--- स्थान: संसद मार्ग अंडरग्राउंड टनल सिस्टम, दिल्ली का पुराना ब्रिटिश सेक्टर तारीख: 24 फरवरी 2031---⏳ पिछले भाग की स्मृति:रघु और बाली - मंत्री की सिक्योरिटी से जुड़े दो पुराने नाम - अब आरव, अनन्या, अरमान और कैप्टन विराट के साथ हैं।मिशन: मंत्री श्रीकांत देशमुख के प्राइवेट आर्काइव तक पहुँचना, जहाँ PROJECT RAAHAT और 1999 की आग के असली राज़ दफन हैं।पर राजधानी की दीवारें बाहर से नहीं, अंदर से गिरती हैं… और कभी-कभी अंदर वाले ही ...और पढ़े

9

वो जो मैं नहीं था - 9

भाग 9: "सच का पहला प्रहार"(जहाँ सच्चाई ज़िंदा बचने के लिए नहीं… बल्कि लोगों को जगाने के लिए जन्म है)--- स्थान: दिल्ली, कैनॉट प्लेस के पास एक गुप्त सेफहाउस तारीख: 24 फरवरी 2031 - शाम 6:45---⏳ पिछला भाग:टनल मिशन के बाद टीम के हाथ PROJECT RAAHAT और 1999 की आग के भयानक सबूत लग चुके हैं।लेकिन ये सबूत सिर्फ एक कहानी नहीं, एक हथियार हैं - और हथियार का इस्तेमाल करने का समय आ गया है।--- सबूत की टेबलकमरे के बीचोंबीच एक पुरानी लकड़ी की टेबल थी।उस पर खुले लैपटॉप, स्कैन किए गए दस्तावेज़ और बच्चों के साथ हुए ...और पढ़े

10

वो जो मैं नहीं था - 10

भाग 10 - "सत्ता का पलटवार"--- स्थान: दिल्ली, एक पुराना सरकारी आर्काइव बिल्डिंग का तहखाना तारीख: 25 फरवरी 2031 सुबह 9:15---⏳ पिछला भाग:PROJECT RAAHAT और 1999 की आग की सच्चाई सोशल मीडिया पर फैल चुकी है।लेकिन इसके साथ ही दुश्मन ने तेज़ी से जवाबी वार किया और टीम को सेफहाउस छोड़कर भागना पड़ा।--- सन्नाटा और डरवेयरहाउस में बिताई रात किसी ने चैन से नहीं सोई।अरमान लगातार ऑनलाइन फीड चेक कर रहा था - #ProjectRaahat के पोस्ट्स गायब हो रहे थे, जैसे किसी ने पूरे इंटरनेट से उन्हें मिटाना शुरू कर दिया हो।विराट ने हथियार की सफाई बंद कर स्क्रीन ...और पढ़े

11

वो जो मैं नहीं था - 11

भाग 11 - "दीवारों के पीछे"--- स्थान: दिल्ली, पुराने रेलवे डिपो के अंडरग्राउंड टनल नेटवर्क तारीख: 25 फरवरी 2031 दोपहर 1:30---⏳ पिछला भाग:टीम PROJECT RAAHAT के सबूतों को लेकर भाग निकली थी।हिना ज़ोहरा (HZ) ने उन्हें तहखाने में आमंत्रित किया, और अब टीम इस नए रहस्य से सामना करने वाली थी।---️‍️ हिना का मास्टरमाइंड अंदाज़हिना ज़ोहरा टेबल पर बैठकर लैपटॉप खोल रही थी।उसकी निगाह स्क्रीन पर लगातार बदलती डेटा को स्कैन कर रही थी।आरव ने चुपचाप पूछा:> "तुमने हमारी लोकेशन कैसे ट्रैक की? ड्रोन और लिफाफा… सब तुम्हारा था?"हिना ने हल्की हँसी दी, जैसे कोई गेम खेल रही हो।> ...और पढ़े

12

वो जो मैं नहीं था - 12

भाग 12 - "छिपे हुए मास्टरमाइंड"--- स्थान: दिल्ली, पुराने रेल टनल का आंतरिक हिस्सा तारीख: 25 फरवरी 2031 - 3:15---⏳ पिछला भाग:टीम PROJECT RAAHAT से जुड़े सबूतों और हिना ज़ोहरा के रहस्य के साथ अंडरग्राउंड टनल में उतरी थी।बाहर से ब्लैक-ऑप्स का हमला जारी था।--- टनल की गहराईटीम टॉर्च की हल्की रोशनी में आगे बढ़ रही थी।टनल की दीवारें पुरानी ईंटों से बनी थीं, जिन पर जगह-जगह नमी टपक रही थी।अनन्या सतर्क नज़रों से आगे देख रही थी,विराट ने लगातार हथियार लोडेड रखे थे।रघु और बाली अब भी उसी धीमी मुस्कान के साथ पीछे चल रहे थे।अरमान ने धीरे ...और पढ़े

13

वो जो मैं नहीं था - 13

️ भाग 13 - "सिस्टम का चेहरा" स्थान: दिल्ली - पुराने रेल टनल का आख़िरी छोर तारीख: 25 फ़रवरी - शाम 4:05---⏳ पिछला भाग:टीम PROJECT RAAHAT की टनल में आगे बढ़ी।नयी लड़की सिया यादव साथ आई।टनल की दीवारों पर PROJECT RAAHAT के बच्चों को हथियार बनाने वाले प्रतीक मिले।और फिर मैकेनिकल आवाज़ गूंजी-> “PROJECT RAAHAT - Phase II Initiated.”--- धातु का दरवाज़ाटनल के गहरे हिस्से में जो दरवाज़ा खुला था, वहाँ से नीली-सी रोशनी बाहर फैल रही थी।सबने हथियार कसकर पकड़े।विराट ने इशारे से टीम को पोज़िशन दी।लेकिन दरवाज़े से जो बाहर आया…वो कोई मशीन या दुश्मन नहीं था—बल्कि ...और पढ़े

14

वो जो मैं नहीं था - 14

️ भाग 14 - "टूटे हुए विश्वास" स्थान: दिल्ली - वही पुराना रेल टनल, Phase II लैब की ओर वाला रास्ता तारीख: 25 फ़रवरी 2031 - शाम 4:20---⏳ पिछला भाग:जसकरण सिंह "जस्सी" टीम से मिला और PROJECT RAAHAT का असली चेहरा दिखाया।स्क्रीन पर मास्टरमाइंड "सिस्टम" पहली बार सामने आया।भागते समय आरव ने देखा कि स्क्रीन पर उसका नाम "Prototype 01" लिखा है।--- भारी ख़ामोशीटीम दौड़ते-दौड़ते एक खाली चेंबर में पहुँची।दरवाज़ा ज़ोर से बंद हुआ और एक पल को सन्नाटा छा गया।सबकी साँसें तेज़ चल रही थीं, लेकिन कमरे के भीतर हवा मानो और भी भारी हो गई थी।आरव अभी ...और पढ़े

15

वो जो मैं नहीं था - 15

️ भाग 15 – "मूल और मुखौटा" स्थान: दिल्ली - परित्यक्त रेल टनल, Phase II लैब का आंतरिक चेंबर 25 फ़रवरी 2031 - शाम 4:27---⏳ पिछला भाग:टीम को जस्सी ने PROJECT RAAHAT की असलियत दिखाई।आरव ने देखा कि उसका नाम "Prototype 01" के रूप में दर्ज है।तनाव के बीच रघु और बाली ने सच उगल दिया - वे दरअसल उसी सिस्टम के वफ़ादार हैं।अब सामना होना तय है।--- टूटे रिश्तों की राखकमरे में एक अजीब-सी गूँज थी।सभी हथियारबंद खड़े थे।नज़रें एक-दूसरे को भेद रही थीं।अरमान की सांसें तेज़ थीं।> "तो ये सब… शुरुआत से धोखा था?"रघु की आवाज़ ठंडी ...और पढ़े

अन्य रसप्रद विकल्प