ये कहानी शुरू होती है एक बड़े से बंगलो से जिस के बाहर एक नेम प्लेट लगा हुआ था। जिस पे सिंघानिया निवास लिखा हुआ होता है।बंगलो के बाहर बहुत सी रंग बिरंगी महंगी महंगी गाड़िया लगी होती थी। नौकर चाकर अपने अपने काम में व्यस्त थे, कोई कार साफ कर रहा था ,तो कोई पौधों को पानी डाल रहा था। तभी अंदर से विक्रम सिंघानिया अपनी बेटी को आवाज देते है,"श्रद्धा, बेटी आज कॉलेज नहीं जाना हैं क्या?"... श्रद्धा अपने कमरे में अब तक सो रही थी, सूरज की रौशनी खिड़की से अन्दर आ रही थीं। कमरे में जहा ताहा कपड़े और किताबे बिखरी पड़ी हुई थी। तभी वहा एक नौकर आता है उसके हाथ में कॉफी और पानी का ग्लास था। ओ अन्दर आता है और उसे पास के टेबल पर रखते हुए वही खड़ा हो कर कहता है"छोटी मालकीन आपकी कॉफी आ गई हैं।"इतना कहता हैं और वहा से बाहर निकल जाता है।
नए एपिसोड्स : : Every Monday, Wednesday & Friday
ऑफ्टर लव - 1 - FAKE boyfriend
मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाली श्रद्धा सिंघानिया जो की एक बहुत ही बड़े बाप की बिगड़ी हुई बेटी है, के लिए पैसा पानी के तरह है। ये अपने पिता के दौलत और शौहरत पर इतना गुमान करती है ,की ये उसके आगे किसी को कुछ नही समझती है। और हो भी क्यों ना पिता ने इतने लाड प्यार से जो पाला था। श्रद्धा का एक boyfriend भी है,करण खुराना जो की second year में है। पर एक दिन किसी बात को लेकर श्रद्धा और करण के बिच कहा सुनी हो जाति है जिस वजह से उन दिनों का ब्रेकअप हो जाता है। और फिर शुरू होती है श्रध्दा और ऋषि की कहानी ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 2 - करण ने ऋषि को क्यो मारा?
श्रद्धा फूल को जैसे ही अपने बैग में रखने ही वाली थी,की तभी करण वहा आ जाता है और के हाथ से फूल छीन कर अपने हाथों से मिसते हुए श्रद्धा से पुछता है" तुम ये फूल क्यों ली उसने आखिर ऐसा क्या कहा जो तुमने ये फूल लिया? "..... श्रद्धा चौकते हुए बोलती है"क्या बात कर रहे हो तुमने ही तो उससे बोला, की जाओ उसे फूल देकर आओ?"करण फूल को फेकते हुए कहता है"तो ये बात है अब देखो कैसे उसे उसकी औकात दिखाता हूं मुझसे होशियारी किया हैं ना अब दिखाता हूं क्या चीज़ हू मैं!"... ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 3 - Bad luck
क्लास ओवर होते ही सब क्लॉस से निकलने लगते है ।जैसे ही ऋषि बाहर आ ही रहा होता है।की और उसके के दोस्त उसके क्लास में घुस आते है,और उसे रोकते हुए करण कहता है।"क्यों बे जब मैन तुझे कहा की जाके तू उसे प्रोपोज करेगा तो फिर मेरा नाम क्यों लिया?"ऋषि कुछ बोलता उससे पहले करण ने फिर से एक थप्पड़ मार दिया,ये सब एक लड़का देख रह था,जो की ऋषि का ही क्लासमेट था। दिखने में मोटा और सावले रंग उसका नाम साहिल होता है,उससे देखा नही गया और वो आकर करण से कहता है"अरे भाई जाने ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 4 - Rishi Sad
ऋषि अपने हाथ में कोल्ड कॉफी लिया हुआ था, करण ऋषि के हाथ से कॉफी छिन कर उसके मुंह फेंकता है,और फिर कॉलर पकड़ कर श्रद्धा के सामने ला कर उससे माफ़ी मांगने के लिए कहता हैं,"चल sorry बोल "....तभी साहिल आकार कहता है,"भाई ऋषि की कोई गलती नही है जो भी हुआ है अनजाने में हुआ है।"... "अब तू बताएगा मुझे?__क्या करना है क्या नहीं"... करण ये कहते हुए साहिल को धक्का देता। श्रद्धा चुप चाप सब देख रही होती है। करण ऋषि से दोबारा कहता है"मैन बोला ना sorry बोल इसे!" ऋषि के होंठो से खून बह ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 6
श्रद्धा रेड्डी होकर आईने के पास खुदको देखती हुई कहती है"हाय, श्रद्धा तू कितनी हॉट लग रही है,आज तो तुझे देखता ही रह जायेगा।".... तभी करण का कॉल आता है, श्रद्धा कॉल जैसे ही उठाती है उधर से करण कहता है"hello my dear love जरा अपनी खिड़की से बाहर तो देखो।" वैसे क्यों?"श्रद्धा करण से पूछती है, तभी करण कहता है"उम्म्म तुम आओ तो सही"...."ok wait"श्रद्धा ये कहते हुए खिड़की के तरफ जाति है,और पर्दा हटाती है तो देखती है, करण अपनी कार के पास ब्लैक एण्ड व्हाइट फॉर्मल ड्रेस में खड़ा होता है, श्रद्धा मुस्कुराते हुए कहती है,"अरे ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 5
श्रद्धा अपने कमरे में आईने के सामने बैठी खुदको निहारे जा रही थी और मन ही मन में सोच थी,("आखिर करण ऐसा क्या सरप्राइज़ देने वाला है?") श्रद्धा यही सोच रही थी की तभी वहा एक औरत आती है,चम्पा जो की श्रद्धा के घर में खाना बनाने का काम किया करती है। श्रद्धा उसे अंदर आने को कहती है......"हां आ जाओ"ओ अंदर आकर श्रद्धा से डरते हुए कहती है"छोटी मालकीन ओ मुझे आंठ दस दिन के लिए छूटी चाहिए था।मेरी बेटी का तबियत आज कल बहुत खराब रहता है।".....ये सुनते ही श्रद्धा उस पर चिल्लाते हुए कहती है..."क्या??छूटी चाहिए,, ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 7
पास में ही डॉक्टर एक मरीज को देख रहे होते है।जैसे ही वो उसे दावा देकर जाने वाले होते उनसे अपना पैर दिखाती है। डॉक्टर पास के चेयर पर त्रिशा को बैठने के लिए कहते है।त्रिशा वहा बैठ जाती है वही पास में अभय भी खड़ा होता है। डॉक्टर त्रिशा के पैर पर हल्के से दबा कर चेक करता है। तभी जहा ज्यादा चोट थी वहा डॉक्टर जैसे ही जोर से दबाते है त्रिशा के मुंह से आवाज निकल आती है।"आह,,, उम्म,,, त्रिशा पास में खड़े अभय के हाथ बहुत ही कस कर पकड लेती है। त्रिशा की आंख ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 8
अभय और त्रिशा बात करते करते कार के पास पहुंचते है। अभय त्रिशा को कार से उसके घर तक के लिए कहता है"वैसे अगर तुम कहो तो मैं तुम्हे तुम्हारे घर तक छोड़ सकता हू।" त्रिशा अभय को माना करते हुए कहती है"नही नही इसकी कोई जरूरत नही है। और थैंक्स यह तक मेरे साथ आने के लिए अब मैं अकेले चली जाऊंगी।"इतना कह कर त्रिशा आगे बढ़ती है और ऑटो को रोकने के लिए हाथ दिखाते हुए कहती है"ऑटो!! ऑटो!!" पर एक भी ऑटो वाला त्रिशा के कहने पर नही रुकता है सब आगे बढ़े ही जा रहे ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 9
त्रिशा अपने रूम में बेड पर बैठ कर कुछ सोच रही होती है , तभी वहा मधु आती है त्रिशा को ऐसे ख्यालों में खोए हुए देख कर कहती है।"क्या तेरा चेहरा कुछ सूझा हुआ है!"त्रिशा मधु से कहती है"नही ऐसी कोई बात नही है, बस थोड़ा सर में दर्द है और कुछ नहीं।"मधु त्रिशा के कंधे पर हाथ रखते हुए कहती है"वैसे मैनें जो बोला उसके लिए सॉरी मेरा तुम्हें हर्ट करने का कोई इरादा नही था।पर क्या करू यहां ऐसा ही होता है,और मुझे जो समझ आया मैने बिना कुछ सोचे समझें उस टाइम तुमसे बोल दिया। ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 10
अनिरुद्ध कपूर जिनकी उम्र 35 वर्ष है वो फिल्म इंडस्ट्री के जाने माने डॉयरेक्टर है उनकी वाइफ अमीषा कपूर की एक आईजिनर है आज उनका बर्थडे सेलिब्रेट किया जा रहा था।वहा बहुत से सेलिब्रिटी और बड़े बड़े बिजनेसमैन भी आए हुए थे, काफी शानदार माहौल बना हुआ था अमीषा जैसे ही केक कट करने ही वाली होती है।वहा अर्जुन अपने हाथों में गिफ्ट लिए हुए सामने से कहता है"आपसे ये उम्मीद नही थी अमीषा जी ,, आप हमारे बगैर ही केक कट करने जा थी है।"...अमीषा अर्जुन को वहा देख मुस्कुराते हुए कहती है"अर्जुन,,, मैं तुम्हारे बगैर कैसे केक ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 11
अर्जुन कपूर अमीषा को गहरी निगाहों से देखे ही जा रहा होता है।अमीषा भी अर्जुन को देख रही थी उसके चेहरे पर किसी भी तरह का भाव नही होता है। अर्जन बिना देर किए ही अमीषा के करीब बढ़ता है और उसे अपने बाहों में भरने की कोशिश करता है की तभी अमीषा अर्जुन के साइन पर हाथ रखते हुए उसे रोकते हुए कहती है"देखो अर्जुन मेरी शादी हो चुकी है और मैं तुम्हारी फीलिंग समझती हू और अगर मैं तुम्हारे साथ ये सब करने के लिए शायद तैयार भी हो जाती अगर मेरी शादी न हुई होती।"...अर्जन अमीषा ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 12
रात के लगभग 12बज रहे होते है,सुनसान सड़क पर त्रिशा अकेली चल रही होती है।पर साथ ही उसके चेहरे डर भी होता है। आस पास कोई भी आदमी नही दिख रहा होता है, त्रिशा चुप चाप आगे बढ़े जा रही थी"यार ये किस रास्ते में आ गई यहां तो दूर दूर तक एक भी इन्सान दिखाई नही दे रहा है, इन्सान तो छोड़ो यहां एक जनवां भी नही दिख रहा।"तभी जंगल के अंदर से कुत्ते के चिल्लाने की आवाज आती है, आचनक से ये सुनके त्रिशा घबरा जाती है और झट पट आगे तेजी से बढ़ने लगती है।दूर दूर ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 13
जैसे ही वो आदमी त्रिशा के साथ कुछ गलत करने ही वाला होता है की तभी अभय पीछे से ईट चलाकर उसे पीछे से मारता है।वो आदमी जोर से खींच उठता है।उसे चीखते हुए देख ऑटो वाला पीछे मुड़ कर देखता है तो अभय एक और ईट उठाकर ऑटो वाला के मुंह पर चलकर मारता है।जिससे उसका मुंह भी फट जाता है,त्रिशा अभय को वहा देख कर झट पट उठकर अपने सीने को छिपा लेती है और वहा से उठ कर अभय के पास जाने ही वाली होती है की तभी दूसरा आदमी त्रिशा को पीछे से पकड़ कर ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 14
अमीषा अपने कपड़े ठीक करते हुए कार से बाहर आती है,उसके बाल बिखरे हुए होते है,और उसके चेहरे का पहले से अलग दिख रहा होता है। अर्जुन एक सुकून की सांस लेते हुए कहता है "हाय,,, जो सुकून तुम्हारे साथ मिला मैने आज तक किसी और के साथ ऐसा महसूस नही किया सच में दिल खुश हो गया। अमीषा हस्ते हुए कहती है"वो इसी लिए क्युकी ये मेरा फर्स्ट टाइम था और न्यू चीज हमेशा अच्छी लगती है as compared to पुरानी चीजों से।"इस पर अर्जुन हस्ते हुए कहता है"सही कहा,,hehe!! फिर अब क्या इरादा हैं,फिर कभी ये दिन ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 15
अर्जुन विवेक को कॉल करता है,और उससे त्रिशा के बारे में पुछता है"विवेक वो मैंने जिस लड़की को कहा फिल्म के लिए क्या हुआ उसका क्या वो मान गई?"...."नही अभी तक तो उसका कोई भी रिस्पॉन्स नहीं आया हैं,पर मैं थोड़ी देर में उससे बात करके पुछता हू।"विवेक के इतना कहते ही अर्जुन विवेक से कहता है"देखो विवेक चाहें कुछ भी हो इस फिल्म में वही चहिए समझें?"तभी विवेक कहता है"पर एक प्रॉब्लम है,शायद वो इस फिल्म को करने में इंटरेस्टेड है बट इस फिल्म में कुछ टर्म एंड कंडीशन ऐसे है जिस वजह से उसने टाइम लिया है ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 16
विवेक अभय के साथ ऑफिस में बातें कर रहा होता है, की तभी त्रिशा वहा आती है,विवेक उसे चेयर करता है। त्रिशा को वहा देख कर अभय के चेहरे पर स्माइल आ जाती है।"ओ हाय,, तुम यहां!"....तभी विवेक कहता है"हां मैंने ही बुलाया है, वो फिल्म के सिलसिले में कुछ बात करनी थी। तुम बैठो ना "...त्रिशा को बैठने के लिए कहता है।त्रिशा चेयर पर बैठती हैं।तभी विवेक कॉन्ट्रैक्ट त्रिशा के सामने रखते हुए कहता है"ये लो अब देखो सब ठीक है ना या अब भी कोई प्रोब्लम है"त्रिशा फाइल लेकर देखती है,पूरा कॉन्ट्रैक्ट पढ़ने के बाद त्रिशा भी ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 17
वीरेंद्र प्रताप जो की एक प्रोड्यूसर है, जिसकी तीन से चार फिल्में फ्लॉप पे फ्लॉप हो रही है। और में अर्जुन रॉय और वीरेंद्र प्रताप के बीच बहुत ही पुरानी दुश्मनी भी है।वो दोनो एक दुसरे को देखना तक पसंद नहीं करते हैं।अर्जुन रॉय की फिल्म जब भी सिनेमा घरों में लगती है, लोगों को वो फिल्म बहुत ज्यादा पसंद आती है जिस वजह से वीरेंद्र प्रताप की फ़िल्म कुछ खास धमाल नहीं मचा पाती।और बॉक्स ऑफिस में उसका कलेक्शन भी कुछ अच्छा नही होता ऐसे में उनका प्रॉफिट ही निकल जाए वही बहुत होगा यही सोचते रहते थे।अर्जुन ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 18
अभय जैसे ही कार लेकर त्रिशा के साथ चौअल पहुंचता है वहा मौजूद सब लोग उसके तरफ देखने लगते जब अभय कार से बाहर निकलता है तो सब की आँखें खुली की खुली रह जाती है।उन्हे तो यकीन ही नहीं हो रहा होता हैं की सच में अभय वहा आया हुआ है।तभी अभय कार के दूसरी ओर जाता है,और कार का डोर खोलता है,और जैसे ही अंदर से त्रिशा बाहर आती है।वहा खड़े सब लोग चौक जाते है।देखते ही देखते वहा लोगों की भीड़ लगने शुरू हो जाती है। बहुत से लड़के और लड़कियां अभय के साथ सेल्फी लेने ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 19
"द सेलेब नाइट " हर साल ऑर्गनाइज्ड होने वाला ये फंक्शन जिसमें शानदार परफॉर्मेंस वाली ऑनली सिलेक्टेड फिल्मों को किया जाता है।और पिछले तीन सालों से सिर्फ अर्जुन रॉय ही जीतते आ रहा है।एक बहुत ही सजा हुआ हॉल जहा बहुत से लोग बैठे हुए होते है,सामने एक बहुत ही बड़ा स्टेज था जहां बहुत से पार्टिसिपेट अपना परफॉर्मेंस करने वाले होते है।जिसमे एक्टर, एक्ट्रेस, डायरेक्टर, प्रोड्यूसर्स और भी बहुत से छोटे बड़े कलाकार वहा मौजूद थे।वीरेंद्र प्रताप अपने कुछ आदमीयों से बातें कर रहा होता है, कि तभी उसके पास दो आदमी आपस में बातें कर रहे होते ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 20
सब पार्टी एन्जॉय करने में बीसी होते है,तभी अभय और त्रिशा दोनो साथ में हॉल के अंदर इंटर करते सब की नज़रें उन दोनों के तरफ़ हो जाती है।  त्रिशा रेड कलर की ड्रेस में काफ़ी ज्यादा ही प्रिटी दिख रही होती है,और अभय ब्लैक कलर का फॉर्मल ड्रेस दोनो एक साथ कमाल के दिख रहे होते है। तभी अभय की फ्रेंड कृतिका त्रिपाठी जो की उसके लिए कॉस्ट्यूम डिजाइन किया करती है उसके पास आते हुए उसे है करती है।और उससे त्रिशा के बारे में पूछती है।" Abhay if i m not wrong then she is you ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 21
सब सेलिब्रिटीज अपने अपने जगह पर बैठे हुए होते है।उसी बीच अर्जुन रॉय का नाम एनाउंस होता है"द बेस्ट प्रोड्यूसर अवॉर्ड गोस टू मिस्टर अर्जुन रॉय"इतना कहते ही पूरे हॉल में तालियों की आवाज़ गुज़ उठती है।अर्जुन अपने जगह से उठ कर अवॉर्ड लेने के लिए स्टेज पर जाता है। और फिर से एक बार और तालियों की आवाज़ से हॉल गूंज उठता है।अर्जुन माइक में अपने पूरे टीम और फिल्म के एक्टर,एक्ट्रेस को थैंक्स कहता है"ये अवॉर्ड मेरे लिए सिर्फ अवॉर्ड नही है अब ये मेरी नशा बन चुकी है,और जैसे आप सबको पता है पिछले तीन साल ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 22
अभय और त्रिशा कार से जा रहे होते है, तभी त्रिशा अजीब सा फेस करती हुई अभय के तरफ़ है।अभय त्रिशा को ऐसे खुदके तरफ देखते हुए उससे पुछता है"क्या हुआ कोई प्रोब्लम है ?".. त्रिशा न में सिर हिलाते हुए कहती है"नहीं!!"पर त्रिशा का चेहरा अभी भी फीका फीका लग रहा होता है। त्रिशा अपने पेट पर हाथ फेरते हुए अजीब सा सकल बनाती है। अभय हल्के से आँख घुमा कर त्रिशा को ऐसे करते हुए देख लेता है,और उससे पूछता है"लगता है तुम्हारे पेट में दर्द है!"त्रिशा न में सिर हिलाते हुए फिर से कहती है"नहीं ऐसी ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 23
सुबह के 9बजने वाला होता है पर त्रिशा अभी तक सो रही होती हैं।तभी अभय का कॉल आता है,त्रिशा में होने की वजह से कॉल मधु को रिसीव करने के लिए बोलती हैं।मधु कॉल चेक करती है,तो देखती है अभय का कॉल होता है मधु एक झलक त्रिशा कि ओर देखकर कॉल रिसीव करके बोलती है"आप जिस लड़की से बात करना चाहते है वो अभी दो रही है, कृप्या आप खुद आकर इन्हे उठाए वरना ये 12बजे से पूछे उठने वाली नहीं हैं।कॉल करने के लिए आपका धन्यवाद आपका दिन शुभ हो!!"...अभय मधु की बात सुनकर अजीब सा सकल ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 24
अर्जुन और डॉयरेक्टर आपस में बातें कर रहे होते है उसी बीच अभय अपने कार से वहाँ आता है। जैसे ही कार से उतरता है अर्जुन उसके तरफ देखता है,तभी त्रिशा भी उसी कार से उतरती है। अर्जुन त्रिशा को अभय के कार से उतरते देख उसकी चेहरे पर गंभीरता छा जाती है। अभय त्रिशा का हाथ थाम कर उसके साथ आगे बढ़ता है,ये देख कर अर्जुन अंदर ही अंदर जल रहा होता है।"ये मुझे क्या हो रहा है, मैं सिर्फ इस लड़की के साथ बाकी लडकियों जैसा इंटीमेट होना चाहता हूं पर मैं जब भी त्रिशा को अभय ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 25
शूटिंग शुरु होती है,अभय साइड में बैठ कर सब देख रहा होता है, तभी एक पुतला लाकर त्रिशा के रख दिया जाता है , ओ पुतला ग्रीन कलर का होता है उस पुतले के साथ ही त्रिशा को किसिंग का ऐक्टिंग करना था। त्रिशा इस पुतले को किस करती है,पर तभी डॉयरेक्टर बीच में ही बोलता है"कट,, कट"त्रिशा एक दम से रुक जाती है। डॉयरेक्टर त्रिशा को समझाते हुए कहता है"त्रिशा देखो फील लाओ,ये नोर्मल किस नहीं हैं मैक्सिमम 30सेकंड तक तुम्हें करना है और उस 30सेकंड में तुम्हे अपना पूरा अटेंशन किस को ही देना है, अब फिर ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 26
जैसे हर कहानी में एक विलेन होता है,वैसा सा ही एक विलेन इस कहानी में भी हैं। अगर आप प्रताप को इस कहानी का विलेन समझ रहे है तो जी आप बिलकुल गलत है। क्योंकि हर फील्ड में कुछ कॉम्पिटीटर होते है,वैसा ही वीरेंद्र प्रताप और अर्जुन रॉय है जिसे हम विलेन नहीं कह सकते।खैर चलिए मैं आपको इस कहानी के विलेन से मिलवाता हूं।जिसका नाम है, जगीरा बिश्नोई जिसका दबदबा आज भी बॉलीवुड पर चलता है। बॉलीवुड के बड़े बड़े स्टार्स के साथ इस का उठना बैठना होता ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 27
विवेक अपने ऑफिस में बैठे हुए होता है, तभी टीवी में चल रहे न्यूज देख कर वो एक दम शॉक्ड हो जाता है। दरअसल जिस आदमी को जगीरा बिश्नोई ने मारा था वो कोई और नही बल्की एक्टर विशाल भारद्वाज था।विवेक जल्दी से अर्जुन को फोन करता है और उससे कहता है"हेलो अर्जुन तूने न्यूज देखा क्या?""नहीं, क्यों क्या हुआ?""विशाल भारद्वाज को किसी ने मार दिया।"विवेक ये बात जैसे ही अर्जुन को बताता है,अर्जुन शॉक्ड होकर बोल पड़ता है"व्हाट?कब हुआ ये??""अब ये तो मुझे भी नही पता मैने अभी अभी जस्ट टीवी पर देखा। एक काम करो तुम अम्बिका ...और पढ़े
ऑफ्टर लव - 28
सुबह सुबह त्रिशा महादेव के मंदिर में पूजा कर रही होती है। तभी वहा पुजारी आकार त्रिशा को प्रसाद हुए कहते है"ये लो बिटिया भोलेनाथ का प्रसाद है।और ईहा आओ"ये कहते हुए पुजारी त्रिशा के माथे पर चंदन का टीका लगाते हुए कहता है"महादेव तुम्हारी हर मनोकामना पूर्ण करेंगे और तुम्हे तरक्की के साथ साथ एक अच्छा वर भी देंगे जो तुम्हारे हर सुख दुःख में साथ देगा।"पुजारी इतना कह कर वहा से चला जाता है,त्रिशा पुजारी की बातों को लेकर सोचने लगती है और उसके चेहरे पर एक मुस्कुराहट आ जाती है।त्रिशा मुस्कुराहट के साथ मंदिर से बाहर ...और पढ़े