कुण्डलिनी विज्ञान - 4

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अध्याय 13— मूलाधार चक्र : ऊर्जा का मूल बीज (The Root Chakra — Source of Vital Energy) मूल तत्त्व — ऊर्जा का जन्मस्थान मूलाधार वह केंद्र है जहाँ ऊर्जा अपनी सबसे घनी, जड़, स्थूल अवस्था में स्थित है। यह शरीर की मूल बैटरी है — यहाँ शक्ति है, दिशा नहीं। दिशा आज्ञा चक्र देता है; ऊर्जा मूलाधार देता है।स्थान और प्रतीक • स्थान: गुदा और जननेंद्रिय के बीच • तत्व: पृथ्वी • रंग: लाल • पंखुड़ियाँ: 4 • प्रकृति: कच्ची, घनी, स्थिर ऊर्जा • प्रतीक: डाकिनी (कच्ची शक्ति), स्थूल परंपरा: गणेशपुरुष–स्त्री ऊर्जा का विज्ञान मूलाधार में दो शक्तियाँ