सुबह सुबह त्रिशा महादेव के मंदिर में पूजा कर रही होती है। तभी वहा पुजारी आकार त्रिशा को प्रसाद देते हुए कहते है"ये लो बिटिया भोलेनाथ का प्रसाद है।और ईहा आओ"ये कहते हुए पुजारी त्रिशा के माथे पर चंदन का टीका लगाते हुए कहता है"महादेव तुम्हारी हर मनोकामना पूर्ण करेंगे और तुम्हे तरक्की के साथ साथ एक अच्छा वर भी देंगे जो तुम्हारे हर सुख दुःख में साथ देगा।"पुजारी इतना कह कर वहा से चला जाता है,त्रिशा पुजारी की बातों को लेकर सोचने लगती है और उसके चेहरे पर एक मुस्कुराहट आ जाती है।त्रिशा मुस्कुराहट के साथ मंदिर से बाहर