नेहा सामान लौटाकर मायके से ससुराल आती है ।वह रात के नौ बजे घर आकर लगती है।आते ही निखिल और उसकी माँ का वही नाटक शुरू हो जाता है।वह नेहा से कहते हैं"अब उनसे(नेहा के मायके वाले) हमारा रिश्ता खत्म, अब तू वहाँ कभी नहीं जाएगी, चाहे कुछ भी हो जाये"।वह ख़ामोश रही और रात भर रोती रही। सुबह होते ही वह फिर से शुरू हो गए तो अचानक उसे अपने भाई की कसम याद आ गई और वह आत्मविश्वास से भर गई,उस समय उसके दिमाग में एक ही विचार आया "चाहे मुझे आज ही बच्चों को लेकर इस घर