देस बिराना - 17

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देस बिराना किस्त सत्रह डिपार्टमेंटल स्टोर का सारा हिसाब-किताब कम्प्यूटराइज्ड होने के कारण मैं हमेशा खाली हाथ ही रहता हूं। यहां तक कि मुझे अपनी पसर्नल ज़रूरतों के लिए भी गौरी पर निर्भर रहना पड़ता है। मैं भरसक टालता हूं लेकिन फिर भी शेव, पैट्रोल, बस, ट्राम, ट्यूब वगैरह के लिए ही सही, कुछ तो पैसों की जरूरत पड़ती ही है। मांगना अच्छा नहीं लगता और बिन मांगे काम नहीं चलता। इस कुनबे के अलिखित नियमों में से एक नियम यह भी है कि कोई भी कहीं से भी हिसाब में से पैसे नहीं निकालेगा। निकाल सकता भी नहीं क्योंकि